रांचीः आमतौर पर स्कूलों में सीटी बजाना अच्छा नहीं माना जाता है, लेकिन झारखंड सरकार ने एक ऐसी मुहिम चलाई है जिसमें बच्चों के सीटी बजाने की सराहना की जा रही है. दरअसल झारखंड में स्कूलों से बच्चों के ड्रॉपआउट को रोकने के लिए शिक्षा विभाग ने यह एक अनोखा अभियान चलाया है. इस अभियान के जरिए सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे स्कूल खुलने के वक्त अपने मोहल्ले में सीटी बजाकर बच्चों को स्कूल चलने के लिए जागरूक करेंगे. इस अभियान को सफल बनाने के लिए शिक्षा विभाग ने बड़े पैमाने पर सीटी की खरीदारी की है.
सोशल मीडिया पर गुरुवार को बजेगी सीटीः सीटी बजाओ, उपस्थिति बढ़ाओ अभियान को सफल बनाने के लिए गुरुवार को शिक्षा विभाग ने सोशल मीडिया पर जागरूकता अभियान चलाने का निर्णय लिया है. इस दौरान शिक्षा विभाग के पदाधिकारी, स्कूल के शिक्षक सोशल मीडिया पर सीटी बजाते नजर आएंगे. शिक्षा सचिव के रवि कुमार ने जानकारी देते हुए कहा कि इस अभियान में आम लोगों के साथ साथ शिक्षा विभाग के पदाधिकारी कर्मी बढ़-चढ़कर हिस्सा लें, जिससे स्कूलों में बच्चों की शत प्रतिशत उपस्थिति का लक्ष्य पूरा हो सके. उन्होंने कहा कि जिस स्कूल में अभी तक सीटी उपलब्ध नहीं हो पाई है, वहां स्थानीय स्तर पर सीटी खरीदी जाएगी.
वहीं इस अभियान को सफल बताते हुए झारखंड शिक्षा परियोजना के निदेशक किरण कुमार पासी कहती हैं कि ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को यह भी पता नहीं रहता है कि स्कूल का समय क्या है. ऐसे में कुछ स्थानों में शुरू किया गया यह अभियान काफी सफल हुआ है. वहां स्कूलों में शत प्रतिशत उपस्थिति बच्चों की हो रही है. गौरतलब है कि सीटी बजाओ उपस्थित बढ़ाओ अभियान सिमडेगा में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया गया था. जिस दौरान स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति काफी बढ़ गई. जिससे उत्साहित होकर शिक्षा विभाग ने राज्य भर के सभी सरकारी विद्यालयों में इस अभियान के तहत सीटी बजाकर बच्चों की शत प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करने की मुहिम छेड़ी है.
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