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जब जनगणना फॉर्म पर अमिताभ बच्चन से पूछी गई उनकी जाति, तो बिग बी ने दिया ये जवाब - केबीसी में झारखंड की मधुरिमा

कौन बनेगा करोड़पति सीजन-15 (KBC-15) में झारखंड की मधुरिमा हॉट सीट तक पहुंची. मधुरिमा ने बीग बी के सरनेम वाले सवाल पर जो जवाब दिया, उससे वो काफी प्रभावित हुए. इस दौरान उन्होंने जाति से जुड़ी हुई अपने जीवन की एक रोचक कहानी बताई.

Amitbha Bachchan
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Sep 19, 2023, 3:26 PM IST

नई दिल्ली: मेगास्टार अमिताभ बच्चन ने अपने सरनेम के बारे में बात करते हुए एक किस्सा शेयर किया और बताया कि पिछली जनगणना के दौरान उन्होंने 'जाति' के सेक्शन में क्या भरा था. क्विज-बेस्ड रियलिटी शो 'कौन बनेगा करोड़पति' सीजन 15 के एपिसोड 26 में होस्ट अमिताभ ने हॉट सीट पर मधुरिमा का स्वागत किया.

ये भी पढ़ें- KBC 15: शो के होस्ट अमिताभ बच्चन ने जैकपॉट कंटेस्टेंट को दिया ये गिफ्ट, कहा- अब यह आपका हुआ

कंटेस्टेंट के बारे में बात करते हुए, एक्टर ने कहा, ''रांची, झारखंड से मधुरिमा यहां हमारे साथ हैं. वह वन, पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन विभाग में एक अनुभाग अधिकारी हैं. मधुरिमा, मैं आपका पूरा नाम नहीं जानता.'' बिग बी को जवाब देते हुए उन्होंने कहा, ''सर, मेरा नाम मधुरिमा है. मैं मधुरिमा नाम पर ही अटकी हुई हूं. सर, आमतौर पर हम देखते हैं कि पिता का नाम ही सरनेम होता है. शादी के बाद आपका सरनेम आपके पति के सरनेम में बदल जाता है.''

उन्होंने आगे कहा, ''मैंने फैसला किया है कि मैं सरनेम का इस्तेमाल नहीं करुंगी क्योंकि यह जाति भेदभाव पैदा करता है. जब मेरी शादी हुई तो मेरे पति ने मुझसे पूछा कि क्या मैं उनका सरनेम अपनाना चाहती हूं. मैंने उनसे कहा कि मेरा नाम ही काफी है! मुझे इसकी जरूरत नहीं है, बाकि आप देखिए.''

'पीकू' फेम अभिनेता ने मधुरिमा की सराहना करते हुए कहा, ''यह अद्भुत है. आपका विचार अच्छा है. यह एक स्ट्रेंथ हैं. आपने हमें उस परंपरा के बारे में बताया जो आपने अभी शुरू की है. मैं आपको इसके लिए बधाई देना चाहता हूं.'' 80 वर्षीय अभिनेता ने आगे कहा, ''मैंने भी कई बार अपने नाम के साथ ऐसा किया है. मेरे पिता (हरिवंश राय बच्चन) ऐसे व्यक्ति थे जो जाति व्यवस्था के खिलाफ थे.''

बिग बी ने कहा, ''भारत में, किसी व्यक्ति का सरनेम उसकी जाति का प्रतिनिधित्व करता है. मेरे पिता कायस्थ परिवार से थे. उन्होंने एक कवि के रूप में अपना सरनेम, जो कि बच्चन था, को अपने सरनेम के रूप में अपनाया. यही उनका नाम बन गया.''

उन्होंने कहा, ''बड़े होने के बाद मुझे स्कूल में दाखिला लेना पड़ा. स्कूल में मेरे माता-पिता से मेरा सरनेम पूछा गया. जैसा कि मेरे पिता की आत्मकथा में लिखा है. मैंने कई मौकों पर इसका जिक्र भी किया है. मेरे पिता और मां ने एक-दूसरे की ओर देखा और सोचा कि क्या करना है. मेरी मां ने कहा, 'उसे तुम्हारा सरनेम लेना चाहिए. इस तरह मैं अमिताभ बच्चन बना.''

एक्टर ने कहा, ''आप जनगणना के बारे में जानते हैं. यह लोगों के नाम, उम्र, ऊंचाई और वजन की एक लंबी लिस्ट है, जाति के लिए एक और सेक्शन है. मैंने उसे नहीं भरा और मुझसे पूछा गया कि मेरी जाति क्या है. मैंने कहा कि मैं इंडियन हूं.''

''उन्होंने कहा कि आपको अपनी जाति का उल्लेख करना होगा.' मैंने उत्तर दिया, 'मैं नहीं बताऊंगा. मेरी कोई जाति नहीं है.' 'मैं भारतीय हूं.' अगली बार भी मेरी यह प्रतिक्रिया होगी, 'मैं एक भारतीय हूं.''

इनपुट- आईएएनएस

नई दिल्ली: मेगास्टार अमिताभ बच्चन ने अपने सरनेम के बारे में बात करते हुए एक किस्सा शेयर किया और बताया कि पिछली जनगणना के दौरान उन्होंने 'जाति' के सेक्शन में क्या भरा था. क्विज-बेस्ड रियलिटी शो 'कौन बनेगा करोड़पति' सीजन 15 के एपिसोड 26 में होस्ट अमिताभ ने हॉट सीट पर मधुरिमा का स्वागत किया.

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कंटेस्टेंट के बारे में बात करते हुए, एक्टर ने कहा, ''रांची, झारखंड से मधुरिमा यहां हमारे साथ हैं. वह वन, पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन विभाग में एक अनुभाग अधिकारी हैं. मधुरिमा, मैं आपका पूरा नाम नहीं जानता.'' बिग बी को जवाब देते हुए उन्होंने कहा, ''सर, मेरा नाम मधुरिमा है. मैं मधुरिमा नाम पर ही अटकी हुई हूं. सर, आमतौर पर हम देखते हैं कि पिता का नाम ही सरनेम होता है. शादी के बाद आपका सरनेम आपके पति के सरनेम में बदल जाता है.''

उन्होंने आगे कहा, ''मैंने फैसला किया है कि मैं सरनेम का इस्तेमाल नहीं करुंगी क्योंकि यह जाति भेदभाव पैदा करता है. जब मेरी शादी हुई तो मेरे पति ने मुझसे पूछा कि क्या मैं उनका सरनेम अपनाना चाहती हूं. मैंने उनसे कहा कि मेरा नाम ही काफी है! मुझे इसकी जरूरत नहीं है, बाकि आप देखिए.''

'पीकू' फेम अभिनेता ने मधुरिमा की सराहना करते हुए कहा, ''यह अद्भुत है. आपका विचार अच्छा है. यह एक स्ट्रेंथ हैं. आपने हमें उस परंपरा के बारे में बताया जो आपने अभी शुरू की है. मैं आपको इसके लिए बधाई देना चाहता हूं.'' 80 वर्षीय अभिनेता ने आगे कहा, ''मैंने भी कई बार अपने नाम के साथ ऐसा किया है. मेरे पिता (हरिवंश राय बच्चन) ऐसे व्यक्ति थे जो जाति व्यवस्था के खिलाफ थे.''

बिग बी ने कहा, ''भारत में, किसी व्यक्ति का सरनेम उसकी जाति का प्रतिनिधित्व करता है. मेरे पिता कायस्थ परिवार से थे. उन्होंने एक कवि के रूप में अपना सरनेम, जो कि बच्चन था, को अपने सरनेम के रूप में अपनाया. यही उनका नाम बन गया.''

उन्होंने कहा, ''बड़े होने के बाद मुझे स्कूल में दाखिला लेना पड़ा. स्कूल में मेरे माता-पिता से मेरा सरनेम पूछा गया. जैसा कि मेरे पिता की आत्मकथा में लिखा है. मैंने कई मौकों पर इसका जिक्र भी किया है. मेरे पिता और मां ने एक-दूसरे की ओर देखा और सोचा कि क्या करना है. मेरी मां ने कहा, 'उसे तुम्हारा सरनेम लेना चाहिए. इस तरह मैं अमिताभ बच्चन बना.''

एक्टर ने कहा, ''आप जनगणना के बारे में जानते हैं. यह लोगों के नाम, उम्र, ऊंचाई और वजन की एक लंबी लिस्ट है, जाति के लिए एक और सेक्शन है. मैंने उसे नहीं भरा और मुझसे पूछा गया कि मेरी जाति क्या है. मैंने कहा कि मैं इंडियन हूं.''

''उन्होंने कहा कि आपको अपनी जाति का उल्लेख करना होगा.' मैंने उत्तर दिया, 'मैं नहीं बताऊंगा. मेरी कोई जाति नहीं है.' 'मैं भारतीय हूं.' अगली बार भी मेरी यह प्रतिक्रिया होगी, 'मैं एक भारतीय हूं.''

इनपुट- आईएएनएस

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