रांची: इस बार अप्रैल माह में ही गर्मी प्रचंड रूप अख्तियार करती दिख रही है. झारखंड के गोड्डा जिले में पारा 45.1 डिग्री के पार जा चुका है. सुबह नौ बजे के बाद बिना विशेष तैयारी किए घर से निकलने का मतलब है जान को जोखिम में डालना. लू लगने का खतरा है. गर्म हवा चल रही है, ऊपर से बिजली की कटौती मुसीबत बढ़ा रही है. सबसे ज्यादा परेशानी स्कूल जाने वाले बच्चे झेल रहे हैं.
गर्मी को देखते हुए जमशेदपुर के निजी स्कूलों ने अपने स्तर से बच्चों की सेहत को देखते हुए टाइम टेबल में बदलाव कर दिया है. रांची के भी निजी स्कूल में शुमार संत मैरी स्कूल ने भी टाइम बदल दिया है, लेकिन प्रचंड गर्मी के बावजूद शिक्षा विभाग कान में तेल डालकर सो रहा है. जिला प्रशासनों की भी वही स्थिति है. खास बात है कि अगले दो दिनों तक हिट वेव से राहत नहीं मिलने वाली है.
जब स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव के रवि कुमार से पूछा गया कि हिट वेव को देखते हुए स्कूलों के लिए कबतक गाइडलाइन जारी होगा. इसके जवाब में उन्होंने कहा कि जब गाइडलाइन बनेगा तो आपको पता चल जाएगा. उनसे यह भी कहा गया कि निजी स्कूल अपने स्तर बच्चों की सेहत का ख्याल रखते हुए टाइब टेबल बदल रहे हैं. फिर विभाग किस बात का इंतजार कर रहा है. यह सवाल सुनते ही उन्होंने फोन डिसकनेक्ट कर दिया.
कहां कितना है तापमान: पूरे संथाल में लू चल रही है, पाकुड़ का अधिकतम पारा 43.5 डिग्री तक जा पहुंचा है. डाल्टनगंज में पारा 43.4 डिग्री, देवघर में 43.2 डिग्री और जमशेदपुर में 42.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज हो चुका है. इसके अलावा राज्य के आठ जिलें ऐसे हैं जहां पारा 40 डिग्री के पार है. राज्य के 24 जिलों में रांची, लोहरदगा, गुमला, खूंटी, हजारीबाग और लातेहार ही ऐसे जिले हैं जहां का पारा 40 डिग्री के नीचे है. रांची में सबसे कम नामकुम में 37 डिर्गी, हिनू और टाटीसिल्वे में 38.7 डिग्री और कांके में 38.6 डिग्री रिकॉर्ड हुआ है.
20 अप्रैल से मिलेगी राहत: 18 अप्रैल और 19 अप्रैल को पलामू, कोल्हान और संथाल प्रमंडल में हिट वेव की स्थिति बनी रहेगी. अच्छी बात है कि 20 अप्रैल से मौसम में बदलाव आ सकता है. मौसम केंद्र के मुताबिक 20 अप्रैल को बादल छाने और हल्की बारिश से गर्मी से थोड़ी राहत मिलेगी.
कब से कब तक न निकलें घर से: रांची के मौसम केंद्र के वैज्ञानिक अभिषेक आनंद की ओर से बताया गया है कि 11 बजे से शाम 4 बजे तक बेवजह घर से बाहर न निकलें. खासकर 12 बजे से 3 बजे तक तो बिल्कुल बाहर न निकलें. अगर जरूरी काम हो तो टोपी और छाता लेकर ही निकले, साथ ही शरीर को डिहाइड्रेट होने से बचाने के लिए शीतल पेय पीते रहें. खासकर नींबू पानी और नारियल पानी शरीब के डिहाईट्रेट होने से बचाता है.