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झारखंड के नक्सलियों को मुंगेर से भेजे जा रहे हथियार, कुख्यात प्रमोद को मिली है हथियारों की जिम्मेवारी

झारखंड के नक्सलियों को बिहार के मुंगेर से हथियार भेजे जा रहे है. झारखंड पुलिस के स्पेशल ब्रांच को जानकारी मिली है कि माओवादियों को बिहार से हथियार के साथ-साथ वॉकीटॉकी दूरबीन के साथ-साथ गैस सिलेंडर की भी सप्लाई की जा रही है.

Naxalites of Jharkhand in ranchi
मुंगेर से भेजे जा रहे हथियार
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Published : Feb 21, 2020, 2:19 AM IST

रांचीः झारखंड के सबसे बड़े नक्सली संगठन भाकपा माओवादियों को बिहार से हथियार और दूसरे असलहे की सप्लाई हो रही है. झारखंड पुलिस के स्पेशल ब्रांच को मिली जानकारी के अनुसार माओवादियों को बिहार से हथियार के साथ-साथ वॉकीटॉकी दूरबीन के साथ-साथ गैस सिलेंडर की भी सप्लाई की जा रही है. कुख्यात नक्सली नेता और माओवादियों के केंद्रीय कमेटी सदस्य प्रमोद मिश्रा को झारखंड में हथियार और दूसरे जरूर जरूरी सामान की सप्लाई की जिम्मेदारी दी गई है.

तीन साल पहले संगठन में वापस लौटा है प्रमोद

साल 2009 में एसटीएफ की टीम ने धनबाद के विनोद नगर से कुख्यात नक्सली प्रमोद मिश्र को गिरफ्तार किया था, लेकिन साल 2017 में जेल से छूटने के बाद प्रमोद दोबारा संगठन में लौट गया. खुफिया विभाग के अनुसार प्रमोद अभी झारखंड के चक्रबंधा क्षेत्र में माओवादी दस्ते के साथ सक्रिय है. प्रमोद मिश्र को ही झारखंड के माओवादियों के बीच हथियार और जरूरी सामान की सप्लाई की जिम्मेदारी दी गई है. नक्सलियों के बीच हथियार और कारतूस की कमी न हो इसकी पूरी जिम्मेदारी प्रमोद मिश्र पर थी.

महाराज प्रमाणिक तक पहुंचा है भारी मात्रा में हथियार

पिछले एक साल के अंतराल में नक्सलियों के पास भारी मात्रा में हथियार पहुंचाए जाने की सूचना खुफिया विभाग को मिली है. विभाग के अनुसार झारखंड के सरायकेला खरसावां के कुचाई में पिछले एक साल से कैंप कर रहे हैं जोनल कमांडर महाराज प्रमाणिक को भारी मात्रा में हथियार की सप्लाई बिहार के मुंगेर से की गई है. विशेष शाखा और सरायकेला खरसावां पुलिस को जो इनपुट मिला है उसके मुताबिक बिहार के मुंगेर जिले के आर्म्स सप्लायर रैकेट की ओर से पिछले एक सालों में दर्जनों बार हथियार की सप्लाई महाराज प्रमाणिक दस्ते को की गई है.

जबकि वर्तमान में पुलिस के जानकारी के अनुसार महाराज प्रमाणिक के दस्ते के पास एके-47 और इंसास जैसे घातक हथियार बरामद किए गए है. मुंगेर के आर्म्स सप्लायर नेटवर्क ने हथियारों के अलावा नक्सली इलाकों में सूचना के आदान-प्रदान के लिए वॉकीटॉकी, दूरबीन के साथ-साथ दूसरे उपकरणों की सप्लाई भी माओवादियों को दी है.

ये भी पढ़ें- पूर्व बैंक मैनेजर पर 1.15 करोड़ रुपए गबन का आरोप, शाखा प्रबंधक के शिकायत पर हुई प्राथमिकी

गिरफ्तार हथियार तस्कर ने किया कई खुलासे

कुछ दिन पहले सरायकेला खरसावां पुलिस ने एक बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए नक्सलियों को हथियार पहुंचाने वाले अभिषेक कुमार सिन्हा नामक तस्कर को गिरफ्तार किया था. गिरफ्तारी के बाद अभिषेक ने नक्सलियों तक हथियार पहुंचाए जाने वाले रैकेट के बारे में कई अहम खुलासे किए हैं, पूछताछ के दौरान अभिषेक ने यह बात भी कबूल की है कि वह लगातार नक्सलियों के संपर्क में था.

टेक विश्वनाथ हुआ एक्टिव

दूसरी तरफ झारखंड पुलिस को एक और चौंकाने वाली खबर हाथ लगी है. विधानसभा चुनाव के बाद से अब तक माओवादियों का टेक्निकल एक्सपर्ट टेक विश्वनाथ झारखंड के सारंडा के जंगलों में ही काम कर रहा है. झारखंड पुलिस के अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार विश्वनाथ नक्सलियों के नए कैडरों को लैंडमाइंस बनाने की तकनीक सिखा रहा है. विश्वनाथ के द्वारा सारंडा इलाके में ही कैंप लगाकर नक्सल कैडरों को लैंडमाइंस और दूसरे तरह के विस्फोटक बनाने की ट्रेनिंग दे रहा है.

टेक विश्वनाथ के आत्मसमर्पण की भी थी अटकलें

छत्तीसगढ़ के दंडकरण्याय का रहने वाला विश्वनाथ अपनी पत्नी के साथ पिछले 5 सालों से झारखंड में एक्टिव है. सुधाकरण और नीलिमा के आत्मसमर्पण के बाद यह कयास लगाए जा रहे थे कि विश्वनाथ भी अपनी पत्नी के साथ हथियार डाल देगा, लेकिन बासवराज के नए माओवादी प्रमुख बनने के बाद विश्वनाथ ने अपना इरादा बदल डाला और वह नए जोश के साथ नक्सलियों के लिए काम कर रहा है.

रांचीः झारखंड के सबसे बड़े नक्सली संगठन भाकपा माओवादियों को बिहार से हथियार और दूसरे असलहे की सप्लाई हो रही है. झारखंड पुलिस के स्पेशल ब्रांच को मिली जानकारी के अनुसार माओवादियों को बिहार से हथियार के साथ-साथ वॉकीटॉकी दूरबीन के साथ-साथ गैस सिलेंडर की भी सप्लाई की जा रही है. कुख्यात नक्सली नेता और माओवादियों के केंद्रीय कमेटी सदस्य प्रमोद मिश्रा को झारखंड में हथियार और दूसरे जरूर जरूरी सामान की सप्लाई की जिम्मेदारी दी गई है.

तीन साल पहले संगठन में वापस लौटा है प्रमोद

साल 2009 में एसटीएफ की टीम ने धनबाद के विनोद नगर से कुख्यात नक्सली प्रमोद मिश्र को गिरफ्तार किया था, लेकिन साल 2017 में जेल से छूटने के बाद प्रमोद दोबारा संगठन में लौट गया. खुफिया विभाग के अनुसार प्रमोद अभी झारखंड के चक्रबंधा क्षेत्र में माओवादी दस्ते के साथ सक्रिय है. प्रमोद मिश्र को ही झारखंड के माओवादियों के बीच हथियार और जरूरी सामान की सप्लाई की जिम्मेदारी दी गई है. नक्सलियों के बीच हथियार और कारतूस की कमी न हो इसकी पूरी जिम्मेदारी प्रमोद मिश्र पर थी.

महाराज प्रमाणिक तक पहुंचा है भारी मात्रा में हथियार

पिछले एक साल के अंतराल में नक्सलियों के पास भारी मात्रा में हथियार पहुंचाए जाने की सूचना खुफिया विभाग को मिली है. विभाग के अनुसार झारखंड के सरायकेला खरसावां के कुचाई में पिछले एक साल से कैंप कर रहे हैं जोनल कमांडर महाराज प्रमाणिक को भारी मात्रा में हथियार की सप्लाई बिहार के मुंगेर से की गई है. विशेष शाखा और सरायकेला खरसावां पुलिस को जो इनपुट मिला है उसके मुताबिक बिहार के मुंगेर जिले के आर्म्स सप्लायर रैकेट की ओर से पिछले एक सालों में दर्जनों बार हथियार की सप्लाई महाराज प्रमाणिक दस्ते को की गई है.

जबकि वर्तमान में पुलिस के जानकारी के अनुसार महाराज प्रमाणिक के दस्ते के पास एके-47 और इंसास जैसे घातक हथियार बरामद किए गए है. मुंगेर के आर्म्स सप्लायर नेटवर्क ने हथियारों के अलावा नक्सली इलाकों में सूचना के आदान-प्रदान के लिए वॉकीटॉकी, दूरबीन के साथ-साथ दूसरे उपकरणों की सप्लाई भी माओवादियों को दी है.

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गिरफ्तार हथियार तस्कर ने किया कई खुलासे

कुछ दिन पहले सरायकेला खरसावां पुलिस ने एक बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए नक्सलियों को हथियार पहुंचाने वाले अभिषेक कुमार सिन्हा नामक तस्कर को गिरफ्तार किया था. गिरफ्तारी के बाद अभिषेक ने नक्सलियों तक हथियार पहुंचाए जाने वाले रैकेट के बारे में कई अहम खुलासे किए हैं, पूछताछ के दौरान अभिषेक ने यह बात भी कबूल की है कि वह लगातार नक्सलियों के संपर्क में था.

टेक विश्वनाथ हुआ एक्टिव

दूसरी तरफ झारखंड पुलिस को एक और चौंकाने वाली खबर हाथ लगी है. विधानसभा चुनाव के बाद से अब तक माओवादियों का टेक्निकल एक्सपर्ट टेक विश्वनाथ झारखंड के सारंडा के जंगलों में ही काम कर रहा है. झारखंड पुलिस के अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार विश्वनाथ नक्सलियों के नए कैडरों को लैंडमाइंस बनाने की तकनीक सिखा रहा है. विश्वनाथ के द्वारा सारंडा इलाके में ही कैंप लगाकर नक्सल कैडरों को लैंडमाइंस और दूसरे तरह के विस्फोटक बनाने की ट्रेनिंग दे रहा है.

टेक विश्वनाथ के आत्मसमर्पण की भी थी अटकलें

छत्तीसगढ़ के दंडकरण्याय का रहने वाला विश्वनाथ अपनी पत्नी के साथ पिछले 5 सालों से झारखंड में एक्टिव है. सुधाकरण और नीलिमा के आत्मसमर्पण के बाद यह कयास लगाए जा रहे थे कि विश्वनाथ भी अपनी पत्नी के साथ हथियार डाल देगा, लेकिन बासवराज के नए माओवादी प्रमुख बनने के बाद विश्वनाथ ने अपना इरादा बदल डाला और वह नए जोश के साथ नक्सलियों के लिए काम कर रहा है.

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