रांची: रिम्स भवन के बेसमेंट में जमा पानी कई बीमारियों को लगातार आमंत्रण दे रहा है. डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारी से मरीज को इससे खतरा होने का डर बना हुआ है.
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दरअसल, बरसात के मौसम में रिम्स में जगह-जगह पानी जमा हो जाता है, जिससे कई खतरनाक बीमारी मरीजों को होने का डर होता है. वहीं रिम्स के बेसमेंट में सालों से पड़ी गंदगी में पानी आने की वजह से हालात और भी खराब हो जाते हैं.
बेसमेंट में प्रबंधन की लापरवाही के कारण पानी का जमाव महीनों तक रहता है, जिससे अस्पताल का भवन दिन प्रतिदिन कमजोर हो रहा है.
निदेशक डॉ डीके सिंह ने बताया कि रिम्स के बेसमेंट में वाटर लॉगिंग की समस्या प्रबंधन के लिए चिंताजनक है. क्योंकि बेसमेंट में वॉटर लॉगिंग से सिर्फ बीमारियां ही नहीं फैल रही हैं, बल्कि ये रिम्स के भवन को भी कमजोर कर रहा है.
बेसमेंट का उपयोग हम कई रूपों में कर सकते हैं और इसका लाभ मरीजों को भी मिल सकता है. इसीलिए प्रबंधन एक इंजीनियर की कमेटी बनाकर इस पर विचार करेगा, ताकि बेसमेंट में वाटर लॉगिंग की समस्या हमेशा के लिए समाप्त हो सके.
रिम्स में पूरे राज्य से मरीज अपना इलाज कराने आते हैं, लेकिन रिम्स के बेसमेंट में जलजमाव की समस्या की वजह से आने वाले मरीजों को कई और बीमारी होने का खतरा रहता है.