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JAC Paper Leak: गिरिडीह के इस चर्चित हाई स्कूल में गया था फटा हुआ प्रश्न पत्र का बंडल, फरार है ठेकेदार - MATRIC EXAM PAPER LEAK

मैट्रिक परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक मामले में महत्वपूर्ण जानकारी सामने आयी है. संवेदक का पता चल गया है.

Matric exam Paper Leak
शहरी आजीविका केंद्र (ईटीवी भारत)
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Feb 26, 2025, 10:45 PM IST

गिरिडीह : मैट्रिक परीक्षा का प्रश्नपत्र चोरी कर वायरल करने के मामले में हर दिन नये तथ्य सामने आ रहे हैं. इस मामले में मजदूर उपलब्ध कराने वाले ठेकेदार की पहचान कर ली गयी है. बताया जाता है कि नगर थाना क्षेत्र निवासी विक्की मिर्धा नामक व्यक्ति ने मजदूर उपलब्ध कराये थे. बताया जाता है कि विक्की स्नान करने प्रयागराज गया था, उसी दौरान उसे मजदूरों द्वारा पेपर चोरी किये जाने की जानकारी मिली और वह गिरिडीह नहीं लौटा और अपना मोबाइल भी बंद कर लिया. पेपर लीक के इस मामले का खुलासा करने से पहले पुलिस विक्की की तलाश में उसके घर गयी थी. इसके बाद पुलिस ने झरियागादी, नगीना सिंह रोड और धनबाद में भी छापेमारी की. हालांकि विक्की इन जगहों पर भी नहीं मिला है.

तिसरी के अग्रवाला प्लस टू हाई स्कूल गया था फटा बंडल

यह भी बात सामने आयी है कि जिस बंडल से प्रश्नपत्र चोरी हुआ था, वह तिसरी गया था. प्रश्नपत्रों के बंडल को तिसरी के बीडीओ ने रिसीव किया और फिर तिसरी के बैंक में रखवा दिया. इसके बाद प्रश्नपत्रों के बंडल को तिसरी के अग्रवाला प्लस टू हाई स्कूल के केंद्राधीक्षक ने मजिस्ट्रेट के सामने रिसीव किया. बाद में बंडल को पूरा खोलकर परीक्षार्थियों के बीच प्रश्नपत्र बांटे गए. इस मामले की जांच पुलिस के साथ-साथ जिलाधिकारी द्वारा गठित एसआईटी भी कर रही है.

जानकारी देते संवाददाता अमरनाथ सिन्हा (ईटीवी भारत)

इस विषय पर तिसरी के बीडीओ से बात की गई. उनका कहना है कि बंडल काफी संख्या में थे. फिर प्रश्नपत्रों के बंडल को बैंक में जमा करा दिया गया. इस दौरान कोई बंडल फटा हुआ नहीं मिला. मामले को लेकर उक्त स्कूल के केंद्राधीक्षक घनश्याम गोस्वामी से संपर्क किया गया. उन्होंने बताया कि शिक्षक चुनमुन यादव को बैंक से प्रश्नपत्र लाने के लिए अधिकृत किया गया था. जो प्रश्नपत्रों का बंडल मिला था, उसे सील कर दिया गया.

Matric exam Paper Leak
डीसी द्वारा जारी पत्र (ईटीवी भारत)

स्ट्रांग रूम प्रभारी समेत 10 शिक्षकों से स्पष्टीकरण

एक ओर कोडरमा की पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है. दूसरी ओर, जिलाधिकारी नमन प्रियश लकड़ा भी मामले पर सख्त हैं. डीसी ने ब्रजगृह प्रभारी राहुल चंद्रा से स्पष्टीकरण मांगा है. जबकि डीसी के निर्देश पर जिला कोषागार पदाधिकारी ने स्ट्रांग रूम (शहरी जीविकोपार्जन केंद्र, गिरिडीह) में प्रश्नपत्र भंडारण के लिए तैनात 10 शिक्षकों से स्पष्टीकरण मांगा है. जिन शिक्षकों से स्पष्टीकरण मांगा गया है, उनमें मनोज कुमार यादव, मनोज कुमार वर्मा, मुनचुन अंसारी, गोविंद कुमार झा, अभिमन्यु सिंह, अनूप कुमार गुप्ता, रितेश कुमार, रमेश कुमार, उमेश प्रसाद चौधरी, पवन कुमार शामिल हैं. उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी कार्यालय (जिला कोषागार) से जारी पत्र में कोषागार पदाधिकारी ने झारखंड बार काउंसिल, रांची द्वारा आयोजित वार्षिक माध्यमिक सैद्धांतिक परीक्षा से प्राप्त प्रश्नपत्रों को ब्रजगृह में भंडारण करने की जिम्मेदारी दी है. मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार वहां से प्रश्नपत्रों का पैकेट उतार कर भंडारण करने के दौरान एक मजदूर द्वारा प्रश्नपत्र की चोरी कर ली गई है ऐसी स्थिति में स्पष्टीकरण दिया जाए कि क्यों न आपके विरुद्ध नियमानुसार दंडात्मक कार्रवाई की जाए.

शहरी आजीविका केंद्र 2019 से बना हुआ है स्ट्रांग रूम

इसी तरह शहरी आजीविका केंद्र को स्ट्रांग रूम बनाने के संबंध में भी महत्वपूर्ण जानकारी मिली है. पता चला है कि मैट्रिक समेत अन्य महत्वपूर्ण परीक्षाओं के प्रश्नपत्रों को रखने के लिए पिछले छह वर्षों से इस भवन का उपयोग स्ट्रांग रूम के रूप में किया जा रहा था. इस भवन को 2019 से स्ट्रांग रूम बनाया गया था. इससे पहले 2016 में इनडोर स्टेडियम को भी प्रश्नपत्र रखने के लिए स्ट्रांग रूम बनाया गया था.

जैक के प्रतिनिधि भी थे मौजूद

बताया जाता है कि प्रश्नपत्र लाने और फिर कैरियर से उतारने और स्ट्रांग रूम के अंदर रखने के दौरान जैक या उनके द्वारा नियुक्त एजेंसी के प्रतिनिधि मौजूद रहते हैं. प्रश्नपत्र को स्ट्रांग रूम के अंदर रखना और फिर सीरियल नंबर का मिलान कर स्ट्रांग रूम प्रभारी को सौंपना उनकी जिम्मेदारी थी. बताया जाता है कि अगर इस दौरान पूरी सतर्कता बरती जाती तो शायद चोरी पकड़ी जा सकती थी.

पूरे मामले पर डीसी नमन प्रियेश लकड़ा ने कहा कि पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच चल रही है. वज्रगृह में प्रश्नपत्र रखने के लिए तैनात प्रभारी और शिक्षकों से स्पष्टीकरण मांगा गया है. इसके अलावा सुरक्षा समेत कर्मियों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए तैनात पुलिस बल को लेकर भी जिले के एसपी को पत्र लिखा गया है.आगे की कार्रवाई चल रही है. डीसी ने बताया कि इस स्थान पर 2019 से ही स्ट्रांग रूम बना हुआ है. उन्होंने बताया कि जैक के सभी एसओपी का पालन किया गया है.

यह भी पढ़ें:

पेपर लीक: किसने हायर किया मजदूर-ई रिक्शा, असुरक्षित भवन को क्यों बनाया स्ट्रांग रूम, अधिकारी रहते शिक्षक की जरूरत समेत उठ रहे कई सवाल, प्रशासन खामोश

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जैक मैट्रिक परीक्षा का पेपर गिरीडीह से हुआ था लीक, जानिए डीजीपी ने क्या कहा

गिरिडीह : मैट्रिक परीक्षा का प्रश्नपत्र चोरी कर वायरल करने के मामले में हर दिन नये तथ्य सामने आ रहे हैं. इस मामले में मजदूर उपलब्ध कराने वाले ठेकेदार की पहचान कर ली गयी है. बताया जाता है कि नगर थाना क्षेत्र निवासी विक्की मिर्धा नामक व्यक्ति ने मजदूर उपलब्ध कराये थे. बताया जाता है कि विक्की स्नान करने प्रयागराज गया था, उसी दौरान उसे मजदूरों द्वारा पेपर चोरी किये जाने की जानकारी मिली और वह गिरिडीह नहीं लौटा और अपना मोबाइल भी बंद कर लिया. पेपर लीक के इस मामले का खुलासा करने से पहले पुलिस विक्की की तलाश में उसके घर गयी थी. इसके बाद पुलिस ने झरियागादी, नगीना सिंह रोड और धनबाद में भी छापेमारी की. हालांकि विक्की इन जगहों पर भी नहीं मिला है.

तिसरी के अग्रवाला प्लस टू हाई स्कूल गया था फटा बंडल

यह भी बात सामने आयी है कि जिस बंडल से प्रश्नपत्र चोरी हुआ था, वह तिसरी गया था. प्रश्नपत्रों के बंडल को तिसरी के बीडीओ ने रिसीव किया और फिर तिसरी के बैंक में रखवा दिया. इसके बाद प्रश्नपत्रों के बंडल को तिसरी के अग्रवाला प्लस टू हाई स्कूल के केंद्राधीक्षक ने मजिस्ट्रेट के सामने रिसीव किया. बाद में बंडल को पूरा खोलकर परीक्षार्थियों के बीच प्रश्नपत्र बांटे गए. इस मामले की जांच पुलिस के साथ-साथ जिलाधिकारी द्वारा गठित एसआईटी भी कर रही है.

जानकारी देते संवाददाता अमरनाथ सिन्हा (ईटीवी भारत)

इस विषय पर तिसरी के बीडीओ से बात की गई. उनका कहना है कि बंडल काफी संख्या में थे. फिर प्रश्नपत्रों के बंडल को बैंक में जमा करा दिया गया. इस दौरान कोई बंडल फटा हुआ नहीं मिला. मामले को लेकर उक्त स्कूल के केंद्राधीक्षक घनश्याम गोस्वामी से संपर्क किया गया. उन्होंने बताया कि शिक्षक चुनमुन यादव को बैंक से प्रश्नपत्र लाने के लिए अधिकृत किया गया था. जो प्रश्नपत्रों का बंडल मिला था, उसे सील कर दिया गया.

Matric exam Paper Leak
डीसी द्वारा जारी पत्र (ईटीवी भारत)

स्ट्रांग रूम प्रभारी समेत 10 शिक्षकों से स्पष्टीकरण

एक ओर कोडरमा की पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है. दूसरी ओर, जिलाधिकारी नमन प्रियश लकड़ा भी मामले पर सख्त हैं. डीसी ने ब्रजगृह प्रभारी राहुल चंद्रा से स्पष्टीकरण मांगा है. जबकि डीसी के निर्देश पर जिला कोषागार पदाधिकारी ने स्ट्रांग रूम (शहरी जीविकोपार्जन केंद्र, गिरिडीह) में प्रश्नपत्र भंडारण के लिए तैनात 10 शिक्षकों से स्पष्टीकरण मांगा है. जिन शिक्षकों से स्पष्टीकरण मांगा गया है, उनमें मनोज कुमार यादव, मनोज कुमार वर्मा, मुनचुन अंसारी, गोविंद कुमार झा, अभिमन्यु सिंह, अनूप कुमार गुप्ता, रितेश कुमार, रमेश कुमार, उमेश प्रसाद चौधरी, पवन कुमार शामिल हैं. उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी कार्यालय (जिला कोषागार) से जारी पत्र में कोषागार पदाधिकारी ने झारखंड बार काउंसिल, रांची द्वारा आयोजित वार्षिक माध्यमिक सैद्धांतिक परीक्षा से प्राप्त प्रश्नपत्रों को ब्रजगृह में भंडारण करने की जिम्मेदारी दी है. मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार वहां से प्रश्नपत्रों का पैकेट उतार कर भंडारण करने के दौरान एक मजदूर द्वारा प्रश्नपत्र की चोरी कर ली गई है ऐसी स्थिति में स्पष्टीकरण दिया जाए कि क्यों न आपके विरुद्ध नियमानुसार दंडात्मक कार्रवाई की जाए.

शहरी आजीविका केंद्र 2019 से बना हुआ है स्ट्रांग रूम

इसी तरह शहरी आजीविका केंद्र को स्ट्रांग रूम बनाने के संबंध में भी महत्वपूर्ण जानकारी मिली है. पता चला है कि मैट्रिक समेत अन्य महत्वपूर्ण परीक्षाओं के प्रश्नपत्रों को रखने के लिए पिछले छह वर्षों से इस भवन का उपयोग स्ट्रांग रूम के रूप में किया जा रहा था. इस भवन को 2019 से स्ट्रांग रूम बनाया गया था. इससे पहले 2016 में इनडोर स्टेडियम को भी प्रश्नपत्र रखने के लिए स्ट्रांग रूम बनाया गया था.

जैक के प्रतिनिधि भी थे मौजूद

बताया जाता है कि प्रश्नपत्र लाने और फिर कैरियर से उतारने और स्ट्रांग रूम के अंदर रखने के दौरान जैक या उनके द्वारा नियुक्त एजेंसी के प्रतिनिधि मौजूद रहते हैं. प्रश्नपत्र को स्ट्रांग रूम के अंदर रखना और फिर सीरियल नंबर का मिलान कर स्ट्रांग रूम प्रभारी को सौंपना उनकी जिम्मेदारी थी. बताया जाता है कि अगर इस दौरान पूरी सतर्कता बरती जाती तो शायद चोरी पकड़ी जा सकती थी.

पूरे मामले पर डीसी नमन प्रियेश लकड़ा ने कहा कि पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच चल रही है. वज्रगृह में प्रश्नपत्र रखने के लिए तैनात प्रभारी और शिक्षकों से स्पष्टीकरण मांगा गया है. इसके अलावा सुरक्षा समेत कर्मियों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए तैनात पुलिस बल को लेकर भी जिले के एसपी को पत्र लिखा गया है.आगे की कार्रवाई चल रही है. डीसी ने बताया कि इस स्थान पर 2019 से ही स्ट्रांग रूम बना हुआ है. उन्होंने बताया कि जैक के सभी एसओपी का पालन किया गया है.

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