रांची: झारखंड विधानसभा चुनाव में चौथा चरण का मतदान सोमवार को समाप्त हो गया. इसे लेकर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रदेश में चौथे चरण में हुए विधानसभा चुनाव में 4 जिलों के 15 विधानसभा सीटों के लिए कुल 62.54 प्रतिशत मतदान हुआ. वहीं दूसरी तरफ 92 प्रतिशत से अधिक दिव्यांग मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया.
2014 के मुकाबले मतदान में कमी
राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी विनय कुमार चौबे ने चौथे चरण की पोलिंग के बाद बताया कि सबसे अधिक मतदान चंदनकियारी में हुआ, जहां मतदान का प्रतिशत 74.5 प्रतिशत रहा तो वहीं बोकारो में मतदान का प्रतिशत सबसे कम 50.64 रहा. 2014 के मुकाबले इन 15 सीटों पर हुए विधानसभा चुनाव में मतदान के कुल प्रतिशत में कमी आई है. 2014 में इन 15 विधानसभा सीटों पर कुल 64.66 प्रतिशत वोटिंग हुई थी. ऐसे में मतदान का आंकड़ा इस बार 2.12 प्रतिशत गिर गया है. उन्होंने बताया कि शहरी इलाकों में धनबाद में 6.50 प्रतिशत कम मतदान रिकॉर्ड किया गया है, वहीं झरिया में 5.5 प्रतिशत जबकि बोकारो में 3 प्रतिशत कम वोटिंग हुई है.
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बदले गए 48 बैलेट यूनिट
इस दौरान राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि सोमवार को 4 विधानसभा सीटों बोकारो, गांडेय, झरिया और देवघर में बूथ ऐप का इस्तेमाल किया गया. इसे लेकर लोगों को काफी फायदा हुआ और वे उत्साहित रहे. उन्होंने बताया कि दिव्यांग मतदाताओं के लिए 4039 वालंटियर, 2504 व्हीलचेयर और 3432 वाहनों का इस्तेमाल किया गया. वहीं इस चरण में 48 बैलट यूनिट, 50 कंट्रोल यूनिट और 121 वीवीपैट बदले गए.
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बूथ एप का किया गया इस्तेमाल
पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि बीजेपी ने बूथ एप के इस्तेमाल पर रोक लगाने की भले ही मांग की थी लेकिन अगर आंकड़ों का विश्लेषण करें तो उतना खराब मतदान नहीं हो रहा है. उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में इसका प्रयोग बढ़ेगा साथ ही इसका उपयोग देश भर में किया जाएगा. बता दें कि बूथ एप का पहली बार झारखंड विधानसभा चुनाव में इस्तेमाल किया जा रहा है. विनय कुमार चौबे ने यह भी कहा कि कुछ इलाकों में मतदान बहिष्कार की बात सामने आई है लेकिन यह प्रेसाईडिंग ऑफिसर की रिपोर्ट आने के बाद ही क्लियर हो पाएगा.