रांची: ईडी के रिमांड पर चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम ने ऐसे ऐसे खुलासे किए हैं, जिसकी वजह से झारखंड के कई विधायक भी ईडी के राडार पर आ गए है. वीरेंद्र राम ने ठेकेदारी के कमीशन को लेकर दो महिला विधायक समेत कई विधायकों के नाम लिए हैं, जिन्हें कमीशन के पैसे मिलते थे. वीरेंद्र राम ने पूछताछ में बताया है कि राज्य के दो महिला विधायकों को भी ठेकेदारी में कमीशन के तौर पर बड़ी रकम दी गई है. वहीं, राज्य के एक दर्जन से अधिक विधायकों को भी कमीशन के तौर पर मोटी रकम देने की बात वीरेंद्र राम ने स्वीकार की है.
बुधवार को ईडी के रांची जोनल आफिस में वीरेंद्र राम से ईडी के अधिकारियों ने रिमांड पर पूछताछ की थी. जिसमे वीरेंद्र ने बताया है कि एक योजना में पांच फीसदी तक कमीशन लिया जाता था. जिसमें प्वाइंट तीन फीसदी हिस्सेदारी सिर्फ उनकी होती थी, बाकि का हिस्सा बड़े नेताओं, नौकरशाहों, अधीनस्थ इंजीनियरों व विभागीय अफसरों तक जाता था.
चपरासी से लेकर मंत्री तक लाभांवित: ईडी की पूछताछ में वीरेंद्र राम ने बताया है कि उन्हें विभाग में अलग अलग जिम्मेदारियां दी गई थीं. इस दौरान उन्होंने विभागीय चपरासी से लेकर मंत्री और सचिव स्तर के अधिकारियों को भी कमीशन की मनी दी गई है. वीरेंद्र राम के द्वारा जो तथ्य बताए गए हैं, उन्हीं तथ्यों के आधार पर ईडी साक्ष्य जुटा रही है. अब ईडी इस मामले में कई लोगों को आमने सामने बैठाकर वीरेंद्र राम से पूछताछ करेगी.
पद का जमकर उठाया फायदा: ईडी की जांच में यह बात सामने आई है कि विरेंद्र राम के द्वारा अपने पद का फायदा उठाते हुए अकूत संपत्ति जमा की गई है, इसी वजह से उन्हें गिरफ्तार भी किया गया था. ईडी की छापेमारी के दौरान रांची के अशोकनगर स्थित आवास से डेढ़ करोड़ से अधिक के हीरे-जवरात बरामद किए गए हैं. बीरेंद्र राम के द्वारा कमाई गई अकूत काली कमाई का स्रोत क्या, इसमे कौन कौन लोग भागीदार है यह ईडी जानने का प्रयास कर रही है.