रांची: किसी ने ठीक ही लिखा है-'पूत के पांव पालन में दिख जाते हैं'. यह पंक्तियां रांची के सात साल के बच्चे विराट पर सटीक बैठती है. जिस उम्र में बच्चों को 7 या 8 तक के पहाड़े याद नहीं होते, उस उम्र में इसने 75 तक का पहाड़ा याद कर लिया है. हैरत की बात तो यह है कि इसे 75 तक का पहाड़ा उल्टा भी याद है. यह बच्चा जितनी तेजी से सीधा पहाड़ा पढ़ता है उतनी ही तेजी से उल्टा पहाड़ा भी सुनाता है.
यह भी पढ़ें: 'जूनियर विराट' पर क्रिकेट का ऐसा चढ़ा जुनून, एक दिन बैटिंग नहीं मिलने पर छोड़ देता है खाना पीना
इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज
दोनों लॉकडाउन में जहां ज्यादातर लोग काफी परेशान रहे, वहीं विराट ने लॉकडाउन का पूरा फायदा उठाया. पिता की मदद से ट्रिक सीखी और 75 तक का पहाड़ा याद कर लिया. 75 तक का उल्टा-सीधा पहाड़ा पढ़ने में इसे महज 11 मिनट 6 सेकंड लगते हैं. ऐसा करके इस बच्चे ने इतिहास रच दिया है. इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड ने देशभर में एक मात्र अनोखे टैलेंट के रूप में चिन्हित कर उसे खिताब दिया है.
अगला लक्ष्य एशिया बुक
विराट का अगला लक्ष्य एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड और इसके बाद गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराने का है. इसे लेकर वह लगातार मेहनत कर रहा है. राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने भी पिछले दिनों विराट को सम्मानित किया है. विराट का जुड़वा भाई विराज माकन भी इसी रास्ते चल रहा है. इतने कम उम्र में विराट की प्रतिभा को देख पूरा परिवार और आस पड़ोस के लोग काफी खुश हैं.
हवा में नंबर इमेज क्रिएट कर याद किया टेबल
विराट के माता-पिता शिक्षा जगत से जुड़े हैं. विराट के पिता गगन माकन पिछले 5 सालों से नामकुम और कांटा टोली में अपना कोचिंग सेंटर चला रहे हैं. उन्होंने विराट को वेब कैलकुलेशन मैथड से टेबल कैलकुलेट करने का तरीका सिखाया है. इस मैथड से बिना लिखे पढ़े केवल हवा में नंबर इमेज क्रिएट कर टेबल याद किया जाता है. विराट ने केवल 1 साल के अंदर ही 2 से 75 तक का रिवर्स टेबल याद कर लिया है. वहीं हवा में किसी भी अंक को जोड़ने में विराट ने महारथ हासिल किया है.
गगन माकन कहते हैं कि कोरोना काल में एक तरफ हर चीज अव्यवस्थित थी लेकिन उन्होंने अपने दोनों बच्चों को भरपूर समय देते हुए उनको यह ट्रिक सिखाया. बच्चों में सीखने की ललक ने उन्हें एक मुकाम दे दिया और वह आज इस उपलब्धि को हासिल कर लिया. विराट के लक्ष्य पर किसी शायर की चार पंक्तियां याद आती हैं-"जीत की खातिर जुनून होना चाहिए..जिसमें उबाल हो ऐसा खून होना चाहिए...यकीनन ये आसमां भी आएगा जमीन पर..बस इरादों में जीत की गूंज होनी चाहिए".