रांचीः झारखंड में स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के चलते अभी कई पाबंदियां लागू हैं. दूसरे राज्यों से बसों का परिचालन अभी भी बंद है. इसकी वजह यह है कि झारखंड में कोरोना संक्रमण की गति भले ही धीमी पड़ी हो, अभी भी कुछ जिलों में नए केस सामने आ रहे हैं. लेकिन तमाम लोगों ने इस स्थिति को लेकर लापरवाही बरतनी शुरू कर दी है. इसमें जनप्रतिनिधि भी पीछे नहीं हैं. अब सत्तारूढ़ दल के नेताओं ने गलत उदाहरण पेश किया है. राजद के राष्ट्रीय महासचिव श्याम रजक के कार्यकर्ता सम्मेलन( RJD karykarta sammelan in Ranchi) में जमकर कोरोना प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ाई गईं. सम्मेलन में मंच पर तमाम नेताओं के बिना मास्क रहने और कैमरे में कैद होने के बाद भी राजद के वरिष्ठ नेता कहते नजर आए कि सभी मास्क लगाए हुए हैं.
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मंत्री की मौजूदगी में कोरोना गाइडलाइन का माखौल
RJD दफ्तर में आयोजित सम्मेलन में कोविड-19 गाइडलाइन का जमकर माखौल उड़ाया गया. कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान ठसाठस भरे हाल में न सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा गया और न ही मास्क का. कई नेताओं-कार्यकर्ताओं ने मास्क नहीं लगाया था. राजद कोटे से मंत्री सत्यानंद भोक्ता और पूर्व मंत्री सुरेश पासवान के सामने ही कोरोना गाइडलाइन की धज्जियां उड़ाई गईं. Etv भारत ने राजद के प्रदेश कार्यालय में कोरोना गाइडलाइन की उड़ रही धज्जियों को लेकर सवाल किया तो पूर्व मंत्री सुरेश पासवान पहले तो सकपका गए फिर कहा कि सभी मास्क लगाए हुए हैं. जबकि हकीकत इसके उलट थी.
भाजपा ने की कार्रवाई की मांग
भाजपा के प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा ने कहा कि यह पूरा मामला दुर्भाग्यपूर्ण है कि सत्ता के शामिल दल अपनी ही सरकार की ओर से बनाए कोरोना गाइडलाइन का पालन नहीं कर रहे हैं. ऐसे में महामारी और आपदा कानून के तहत इन पर कार्रवाई की जानी चाहिए.