रांची: शारदीय नवरात्र के साथ बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक के रूप में मनाये जाने वाले दशहरा में लंका दहन और रावण वध आकर्षण का केंद्र होता है. राजधानी रांची के मोरहाबादी मैदान के साथ-साथ अरगोड़ा मैदान में भी रावण दहन कार्यक्रम काफी लोकप्रिय है. इन दोनों जगहों पर मुख्यमंत्री द्वारा रावण दहन किया जाता है. इस बार दोनों स्थानों पर रावण वध कार्यक्रम में रावण वध की विधि खास होगी.
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अभी तक परंपरागत तरीके से मुख्य अतिथि प्रतीक स्वरूप तीर चलाते थे और उसके बाद रावण दहन आयोजन समिति के सदस्य पुतले में आग लगाते थे. इस बार जहां मोरहाबादी मैदान में पंजाबी हिंदू समाज द्वारा आयोजित लंका दहन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री रिमोट का बटन दबाकर अत्याचारी रावण के पुतले का वध करेंगे, वहीं श्री दुर्गा पूजा द्वारा आयोजित रावण दहन कार्यक्रम में आकर्षण का केंद्र मुख्यमंत्री द्वारा रिवॉल्वर के आकार वाले धनुष से दशानन का वध होना होगा.
60 फीट का रावण का पुतला: श्री दुर्गा पूजा एवं रावण दहन समिति, अरगोड़ा के अध्यक्ष पंकज साहू ने बताया कि इस साल अरगोड़ा मैदान में 60 फीट का रावण, 55 फीट का कुंभकर्ण और मेघनाथ बनाया गया है. इस बार अरगोड़ा मैदान में बिहार के बक्सर के आतिशबाज मो. फिरोज की दिलकश आतिशबाजी का लोग दीदार कर सकेंगे. पंकज साहू के मुताबिक इस बार मुख्यमंत्री के स्वागत के लिए विशेष इंतजाम किये गये हैं. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के अरगोड़ा मैदान के मंच पर पहुंचते ही जोरदार आतिशबाजी के साथ आसमान से उनके स्वागत का बैनर धरती की ओर आएगा.
अरगोड़ा मैदान में बनाया गया है दशानन का पुतला: अरगोड़ा मैदान में होने वाले लंका दहन कार्यक्रम की तैयारी अंतिम चरण में है. मैदान में रावण, कुम्भकर्ण और मेघनाथ के पुतले बनाये गये हैं. प्रतीक स्वरूप स्वर्ण नगरी लंका भी बनाई गई है. मुख्यमंत्री शाम 6.15 बजे अरगोड़ा मैदान में आयोजित रावण दहन कार्यक्रम में पहुंचेंगे और शाम 6.30 बजे रावण दहन किया जाएगा. अरगोड़ा श्री दुर्गा पूजा समिति और रावण दहन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के साथ-साथ सांसद संजय सेठ, विधायक नवीन जयसवाल, झारखंड मुक्ति मोर्चा नेता विनोद पांडे, पूर्व मेयर आशा लकड़ा, पूर्व मेयर संजीव विजयवर्गीय भी शामिल होंगे.