रांची: बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के वेटरनरी कॉलेज के डीन प्रोफेसर सुशील प्रसाद को पद्मश्री डॉ. बीवी राव पोल्ट्री एंटरप्रेन्योर, पुणे, महाराष्ट्र की स्मृति में डायरेक्टरेट ऑफ पोल्ट्री रिसर्च इंस्टीट्यूट हैदराबाद ने ग्लोबल आइकॉन अवार्ड 2020 प्रदान किया है. डॉ. सुशील प्रसाद को राष्ट्रीय स्तर पर यह पुरस्कार भारत में पोल्ट्री क्षेत्र की उन्नति के लिए उत्कृष्ट व्यावसायिक कार्यों एवं उनकी पहचान और महत्वपूर्ण योगदान के लिए लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड श्रेणी के तहत दिया गया है. जिसे विश्व अंडा दिवस के अवसर पर वर्चुअल मोड में प्रदान किया गया.
शीर्ष पोल्ट्री उद्योग
डॉ. बीवी राव को भारत में पोल्ट्री का जनक माना जाता हैं. उन्होंने पुणे में शीर्ष पोल्ट्री उद्योग के एक वेंटर की स्थापना की थी. इस प्रमाण पत्र को आईबीईवीएम, अंतर्राष्ट्रीय ई पशु चिकित्सा औषधि, सीपीडीओ (एनआर), बैंगलौर और अंतर्राष्ट्रीय अंडा आयोग की तरफ से प्रदान किया गया.
तीन लाख अंडा का उत्पादन
बीएयू में डॉ. प्रसाद पोल्ट्री शोध के क्षेत्र से जुड़े है. कुक्कुट की झारसीम नस्ल के विकास में इनका उल्लेखनीय योगदान रहा है. डॉ. सुशील प्रसाद ने बताया कि झारखण्ड में प्रतिदिन 70 - 80 लाख अंडो की खपत हैं. जबकि पूरे राज्य में प्रतिदिन करीब तीन लाख अंडा का उत्पादन हो रहा है. इसकी पूर्ति के लिए दूसरे राज्यों पर निर्भर रहना पड़ता है.
इसे भी पढ़ें-रांची: डीसी ने की सभी निजी अस्पताल संचालकों के साथ बैठक, एप पर डेटा अपडेट नहीं करने वाले के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी
180 अंडा प्रति वर्ष सेवन की अनुशंसा
देश में प्रति व्यक्ति 65 अंडा प्रति वर्ष के मुकाबले झारखण्ड में 25 अंडा प्रति व्यक्ति प्रति वर्ष मात्र की खपत है. आईसीएमआर के मुताबिक प्रति व्यक्ति 180 अंडा प्रति वर्ष सेवन की अनुशंसा की गई हैं. प्रदेश में अंडा देने वाली मुर्गियों के फार्म की बेहद कमी है. अंडा उत्पादन को बढ़ाकर राज्य को अंडा उत्पादन मामले में आत्मनिर्भर बनाया जा सकता हैं. इससे ग्रामीणों को आजीविका का नया जरिया और आमदनी में बढ़ोतरी की जा सकती हैं.