रांची: झारखंड में वैश्य संघर्ष मोर्चा की ओर से पिछड़ों को 27 फीसदी आरक्षण दिलाने की मांग को लेकर पिछले कई वर्षों से आंदोलन किया जा रहा है, लेकिन अभी तक इस ओर किसी ने भी ध्यान नहीं दिया है. इसे लेकर एक बार फिर मोर्चा की ओर से वैश्य कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास, गिरिडीह सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी, रांची सांसद संजय सेठ और विधायक नवीन जायसवाल समेत समाज से जुड़े कई लोग शामिल हुए.
लंबे समय कर रहे मांग
वैश्य संघर्ष मोर्चा की ओर से अरसे से यह मांग की जाती रही है कि झारखंड में भी पिछड़ों को 27% आरक्षण दिया जाए. वैश्य आयोग का गठन किया जाए और वैश्य समाज पर हो रहे हमले और पुलिस जुर्म जो बदले की भावना से किए जा रहे हैं, उस पर कार्रवाई कर रोक लगाई जाए. इसके अलावा राज्य के छोटे व्यवसायी और दुकानदारों की दयनीय स्थिति को देखते हुए इनके ऋण माफी और रोजी रोजगार के लिए सहयोग की मांग की जाती रही है, लेकिन अब तक राज्य सरकार की ओर से इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया है. इसी कड़ी में एक बार फिर अपनी आवाज बुलंद करने के लिए रांची में वैश्य कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया.
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पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास का सरकार पर आरोप
इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि जब उनकी सरकार थी तो उन्होंने पिछड़ों को लेकर एक सर्वे कराया था, जो अधूरा रह गया है. इस सर्वे को जल्द से जल्द हेमंत सोरेन की सरकार पूरा करें और वैश्यों को उनका आरक्षण का लाभ दें. गिरिडीह सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी ने कहा कि अब एकजुट होकर समाज को लड़ना होगा. तब जाकर अधिकार के लिए उनका लड़ना सफल हो पाएगा.