रांची: कोविड-19 का संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है. राहत की बात है कि झारखंड में रिकवरी रेट लगातार बढ़ रहा है, लेकिन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय भी बार-बार कह रहा है कि अभी खतरा टला नहीं है.
लिहाजा संक्रमण को रोकने के लिए तमाम उपाय किए जा रहे हैं. इस कड़ी में झारखंड के स्वास्थ्य विभाग ने संक्रमण से बचाव के लिए INVERMECTIN टेबलेट के उपयोग को लेकर दिशा निर्देश जारी किए हैं.
किसी संक्रमित के संपर्क में आए व्यक्ति को संक्रमण से बचाव के लिए 200 ug/kg शारीरिक वजन की दर से पहले और सातवें दिन रात्रि भोजन के 2 घंटे बाद वयस्क को औसतन 12mg औषधि लेना है.
कोविड-19 के उपचार और नियंत्रण के कार्य में जुटे स्वास्थ्य कर्मियों को संक्रमण से बचाव के लिए 200 ug/kg बॉडी (अधिकतम 12mg) की मात्रा से पहले, सातवें और तीसवें दिन तथा आवृत्ति क्रम में प्रत्येक माह एक बार INVERMECTIN टेबलेट का प्रयोग करना है.
कोविड-19 से संक्रमित एसिंप्टोमेटिक और माइल्ड सिंप्टोमेटिक रोगियों को INVERMECTIN की 200 ug/kg शारीरिक वजन (अधिकतम 12mg प्रतिदिन) की मात्रा से पहले 3 दिन तक रात्रि में एक बार भोजन के 2 घंटे बाद लेना है. साथ ही टेबलेट DOXYCYCLIN 100mg दिन में दो या 5 दिन तक लेने की सलाह दी गई है.
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स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव की तरफ से जारी निर्देश में स्पष्ट कहा गया है कि गर्भवती महिलाओं और 12 साल से कम उम्र के बच्चों को दोनों औषधि बिल्कुल नहीं देनी है.
विभाग ने रिम्स के निदेशक, सभी सरकारी मेडिकल कॉलेज, सदर अस्पताल और सिविल सर्जन को अपने संस्थानों में इस औषधि के उपयोग सुनिश्चित करने की सलाह दी गई है. इससे पहले 21 सितंबर को निदेशक प्रमुख स्वास्थ्य सेवा की अध्यक्षता में इस मसले पर बैठक हुई थी जिसमें इन औषधियों के इस्तेमाल पर सहमति बनी थी.
उस बैठक में आईडीएसपी के नोडल ऑफिसर डॉक्टर दयाल, स्टेट डेमोलॉजिस्ट डॉक्टर प्रवीण कर्ण और डब्ल्यूएचओ के डॉक्टर प्रवीण शामिल हुए थे.