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Ruckus on Planning Policy: नियोजन नीति पर सदन के बाहर जमकर हुई राजनीति, अंदर भी हुआ हंगामा - नियोजन नीति पर सदन में हंगामा

होली अवकाश के बाद झारखंड विधानसभा के बजट सत्र की शुरुआत होते ही सदन के अंदर और बाहर नियोजन नीति और मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का पर लगे भ्रष्टाचार का मुद्दा एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है. विपक्ष इस बहाने सरकार को घेरना चाहती है तो वहीं सत्तापक्ष विपक्ष को करारा जवाब देने में जुटी है.

Women in Ramnavami procession in Hazaribag
विधानसभा के बाहर बीजेपी विधायकों का प्रदर्शन
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Published : Mar 13, 2023, 12:04 PM IST

Updated : Mar 13, 2023, 1:07 PM IST

विधायक और मंत्रियों के बयान

रांची: नियोजन नीति को लेकर एक बार फिर सरकार को घेरने में विपक्ष जुट गया है. होली अवकाश के बाद सोमवार को जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू होने से ठीक पहले ही भारतीय जनता पार्टी के विधायक विधानसभा पोर्टिको में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने लगे और सरकार पर झारखंड के छात्रों को ठगने का आरोप लगाते हुए सदन में विशेष चर्चा की मांग करते नजर आए.

ये भी पढ़ें- Budget Session: होली अवकाश के बाद आज से सत्र की कार्यवाही, आजसू विधायक सुनीता चौधरी ने ली शपथ

भाजपा विधायकों का मानना था कि झारखंड के पांच लाख युवाओं ने ट्विटर अभियान के जरिए सरकार के नियोजन नीति पर अपना विरोध जताया है. उससे साबित होता है कि मुख्यमंत्री ने सदन और सदन के बाहर जिस तरह से यह कहा था कि 1932 लागू करेंगे और फिर कहते हैं युवाओं की भावना के अनुरूप नियोजन नीति लाएंगे लेकिन फर्जी तरीके से 75% युवाओं के द्वारा फीडबैक दिए जाने की बात कह कर चुपचाप तरीके से नियोजन नीति में संशोधन कर दिया, उससे झारखंड के छात्र नाराज हैं.

मुख्यमंत्री को नियोजन नीति पर स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए और सदन में इस पर विशेष चर्चा होनी चाहिए. लेकिन जो सरकार का रुख है उससे साफ लगता है कि यह सरकार युवाओं के हितों के लिए काम करना नहीं चाहती हैं. भाजपा विधायक बिरंचि नारायण और नीरा यादव ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि यह सरकार युवा विरोधी है और लोगों को नौकरी देना नहीं चाहती हैं. 3 वर्ष से अधिक समय हो चुका है लेकिन सरकार जो वादा करके आई थी उसे पूरा करने में पूरी तरह से फेल रही है. माले विधायक विनोद सिंह ने भी सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि नियोजन नीति स्पष्ट नहीं होने से आज युवा एक बार फिर सड़कों पर हैं और अपने गुस्से का इजहार सोशल मीडिया के जरिए कर रहे हैं ऐसे में सरकार को चाहिए की स्थिति स्पष्ट करें और युवाओं को नौकरी देने का काम करें.

भाजपा जानबूझकर विवाद पैदा करना चाहती है-सत्तापक्ष: विपक्ष के हमले को देखते हुए सत्तारूढ़ दल के विधायक और मंत्री सरकार के बचाव में उतर आई है. स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने भारतीय जनता पार्टी पर पलटवार करते हुए कहा है कि भारतीय जनता पार्टी जानबूझकर विवाद पैदा करना चाहती है. यदि उसमें हिम्मत है तो 1932 खतियान आधारित स्थानीयता का वह समर्थन खुलकर करे. मगर वह ऐसा नहीं करना चाहती है. उन्होंने सरकार के द्वारा लिए गए निर्णय को सही बताते हुए कहा कि सरकार सदन में चर्चा से भागना नहीं चाहती है. मगर विपक्ष बाहर कुछ और अंदर कुछ बोलकर जनता को दिग्भ्रमित करने का काम कर रही है.

पेयजल मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने सरकार का बचाव करते हुए कहा कि युवा विपक्ष के साजिश का शिकार ना हों. सरकार ने जो फैसले लिए हैं वह आने वाले समय में झारखंड के युवाओं के लिए लाभदायक साबित होगा. ट्विटर आंदोलन को मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने विपक्ष प्रायोजित बताते हुए कहा कि इसमें भारतीय जनता पार्टी सुनियोजित रूप से भूमिका निभा रही है जिसका खुलासा हो चुका है. सदन में नियोजन नीति को लेकर सरकार चर्चा कराने के लिए तैयार है, मगर विपक्ष इसके लिए तैयार नहीं होता है.

विधायक और मंत्रियों के बयान

रांची: नियोजन नीति को लेकर एक बार फिर सरकार को घेरने में विपक्ष जुट गया है. होली अवकाश के बाद सोमवार को जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू होने से ठीक पहले ही भारतीय जनता पार्टी के विधायक विधानसभा पोर्टिको में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने लगे और सरकार पर झारखंड के छात्रों को ठगने का आरोप लगाते हुए सदन में विशेष चर्चा की मांग करते नजर आए.

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भाजपा विधायकों का मानना था कि झारखंड के पांच लाख युवाओं ने ट्विटर अभियान के जरिए सरकार के नियोजन नीति पर अपना विरोध जताया है. उससे साबित होता है कि मुख्यमंत्री ने सदन और सदन के बाहर जिस तरह से यह कहा था कि 1932 लागू करेंगे और फिर कहते हैं युवाओं की भावना के अनुरूप नियोजन नीति लाएंगे लेकिन फर्जी तरीके से 75% युवाओं के द्वारा फीडबैक दिए जाने की बात कह कर चुपचाप तरीके से नियोजन नीति में संशोधन कर दिया, उससे झारखंड के छात्र नाराज हैं.

मुख्यमंत्री को नियोजन नीति पर स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए और सदन में इस पर विशेष चर्चा होनी चाहिए. लेकिन जो सरकार का रुख है उससे साफ लगता है कि यह सरकार युवाओं के हितों के लिए काम करना नहीं चाहती हैं. भाजपा विधायक बिरंचि नारायण और नीरा यादव ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि यह सरकार युवा विरोधी है और लोगों को नौकरी देना नहीं चाहती हैं. 3 वर्ष से अधिक समय हो चुका है लेकिन सरकार जो वादा करके आई थी उसे पूरा करने में पूरी तरह से फेल रही है. माले विधायक विनोद सिंह ने भी सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि नियोजन नीति स्पष्ट नहीं होने से आज युवा एक बार फिर सड़कों पर हैं और अपने गुस्से का इजहार सोशल मीडिया के जरिए कर रहे हैं ऐसे में सरकार को चाहिए की स्थिति स्पष्ट करें और युवाओं को नौकरी देने का काम करें.

भाजपा जानबूझकर विवाद पैदा करना चाहती है-सत्तापक्ष: विपक्ष के हमले को देखते हुए सत्तारूढ़ दल के विधायक और मंत्री सरकार के बचाव में उतर आई है. स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने भारतीय जनता पार्टी पर पलटवार करते हुए कहा है कि भारतीय जनता पार्टी जानबूझकर विवाद पैदा करना चाहती है. यदि उसमें हिम्मत है तो 1932 खतियान आधारित स्थानीयता का वह समर्थन खुलकर करे. मगर वह ऐसा नहीं करना चाहती है. उन्होंने सरकार के द्वारा लिए गए निर्णय को सही बताते हुए कहा कि सरकार सदन में चर्चा से भागना नहीं चाहती है. मगर विपक्ष बाहर कुछ और अंदर कुछ बोलकर जनता को दिग्भ्रमित करने का काम कर रही है.

पेयजल मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने सरकार का बचाव करते हुए कहा कि युवा विपक्ष के साजिश का शिकार ना हों. सरकार ने जो फैसले लिए हैं वह आने वाले समय में झारखंड के युवाओं के लिए लाभदायक साबित होगा. ट्विटर आंदोलन को मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने विपक्ष प्रायोजित बताते हुए कहा कि इसमें भारतीय जनता पार्टी सुनियोजित रूप से भूमिका निभा रही है जिसका खुलासा हो चुका है. सदन में नियोजन नीति को लेकर सरकार चर्चा कराने के लिए तैयार है, मगर विपक्ष इसके लिए तैयार नहीं होता है.

Last Updated : Mar 13, 2023, 1:07 PM IST
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