रांची: शहर में एक बार फिर एक निजी अस्पताल में मरीज के इलाज के नाम पर अत्यधिक पैसे वसूलने का आरोप लगा है. मंगलवार को कोकर चौक स्थित एक निजी अस्पताल में मरीज की मौत के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया. परिजनों ने डॉक्टरों और अस्पताल प्रबंधक पर इलाज में लापरवाही वरतने और अत्यधिक पैसे लेने का भी आरोप लगाया है.
मरीज के परिजनों ने डॉक्टर और अस्पताल प्रबंधक पर आरोप लगाते हुए कहा कि पिछले 19 दिनों से मरीज का इलाज इस अस्पताल में चल रहा था. इलाज के नाम पर अस्पताल प्रबंधक ने 6 लाख रुपये भी वसूल लिए हैं. जब मंगलवार को अस्पताल प्रबंधक द्वारा और पैसे जमा करने को कहा गया, इसपर परिजनों ने और पैसे देने में असमर्थता जताई. जिसके बाद अस्पताल प्रबंधक ने मरीज के परिजनों को बताया कि आपके मरीज की तबीयत ज्यादा बिगड़ गई है दूसरे अस्पताल में ले जाना पड़ेगा और कुछ ही देर में उन्हीं के द्वारा मरने की भी खबर दे दी जाती है. जिसके बाद मरीज के परिजनों ने अस्पताल में हंगामा शुरू कर दिया.
मरीज को 15 दिनों तक बेहोश रखने का आरोप
वहीं, मरीज के परिजनों ने बताया कि पिछले 15 दिनों से मरीज को बेहोशी की हालत में रखकर अस्पताल के डॉक्टर घनश्याम सिंह और डीएसएन राव द्वारा झूठा आश्वासन दिया जा रहा था और अस्पताल प्रबंधक हमसे इलाज के नाम पर पैसा वसूलता रहा. शुभम कुमार ने बताया कि मंगलवार को जब उन्होंने अपने मरीज को जल्द से जल्द ठीक करने की बात कही तो इलाज कर रहे डॉक्टरों ने हमारे मरीज को मृत बताकर अस्पताल से छुट्टी दे दी. शुभन ने बताया कि उनके मरीज को पिछले 15 दिनों से बिना वजह डॉक्टरों द्वारा लीवर की दवा दी जा रही थी, जिसके कारण मरीज की तबीयत और बिगड़ते चली गई. इधर, मरीज के मरने की सूचना मिलते ही परिजनों का गुस्सा आपे से बाहर हो गया और उन्होंने अस्पताल में हंगामा शुरू कर दिया.
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अस्पताल में परिजन के बढ़ते हंगामें को देखते हुए मौके पर सदर डीएसपी दीपक कुमार पांडे और बरियातू थाना प्रभारी संजीव कुमार पहुंचे और परिजनों को समझा-बुझाकर मामले को शांत कराया. फिलहाल, मरीज के परिजनों को शव अस्पताल प्रबंधन द्वारा दे दिया गया है. वहीं, सदर डीएसपी दीपक कुमार पांडे ने बताया कि इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप परिजन लगा रहे हैं. उन्होंने ने बताया कि बुधवार को परिजनों से लिखित शिकायत मांगा गया है. परिजनों के लिखित शिकायत के बाद पुलिस मामले की छानबीन करेगी.