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मरीज की मौत पर अस्पताल में हंगामा, परिजनों ने लगाया लापरवाही का आरोप - अस्पताल प्रबंधक पर आरोप

रांची के एक निजी अस्पताल पर एक बार फिर मरीज से इलाज के नाम पर अत्यधिक पैसा वसूलने का आरोप लगा है. मंगलवार को शहर के कोकर चौक स्थित एक निजी अस्पताल में रातू से आए राजमणि देवी की मौत के बाद उनके परिजनों ने जमकर हंगामा किया.

हंगामा करते परिजन
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Published : Nov 6, 2019, 9:07 AM IST

Updated : Nov 6, 2019, 12:31 PM IST

रांची: शहर में एक बार फिर एक निजी अस्पताल में मरीज के इलाज के नाम पर अत्यधिक पैसे वसूलने का आरोप लगा है. मंगलवार को कोकर चौक स्थित एक निजी अस्पताल में मरीज की मौत के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया. परिजनों ने डॉक्टरों और अस्पताल प्रबंधक पर इलाज में लापरवाही वरतने और अत्यधिक पैसे लेने का भी आरोप लगाया है.

देखें पूरी खबर

मरीज के परिजनों ने डॉक्टर और अस्पताल प्रबंधक पर आरोप लगाते हुए कहा कि पिछले 19 दिनों से मरीज का इलाज इस अस्पताल में चल रहा था. इलाज के नाम पर अस्पताल प्रबंधक ने 6 लाख रुपये भी वसूल लिए हैं. जब मंगलवार को अस्पताल प्रबंधक द्वारा और पैसे जमा करने को कहा गया, इसपर परिजनों ने और पैसे देने में असमर्थता जताई. जिसके बाद अस्पताल प्रबंधक ने मरीज के परिजनों को बताया कि आपके मरीज की तबीयत ज्यादा बिगड़ गई है दूसरे अस्पताल में ले जाना पड़ेगा और कुछ ही देर में उन्हीं के द्वारा मरने की भी खबर दे दी जाती है. जिसके बाद मरीज के परिजनों ने अस्पताल में हंगामा शुरू कर दिया.

मरीज को 15 दिनों तक बेहोश रखने का आरोप

वहीं, मरीज के परिजनों ने बताया कि पिछले 15 दिनों से मरीज को बेहोशी की हालत में रखकर अस्पताल के डॉक्टर घनश्याम सिंह और डीएसएन राव द्वारा झूठा आश्वासन दिया जा रहा था और अस्पताल प्रबंधक हमसे इलाज के नाम पर पैसा वसूलता रहा. शुभम कुमार ने बताया कि मंगलवार को जब उन्होंने अपने मरीज को जल्द से जल्द ठीक करने की बात कही तो इलाज कर रहे डॉक्टरों ने हमारे मरीज को मृत बताकर अस्पताल से छुट्टी दे दी. शुभन ने बताया कि उनके मरीज को पिछले 15 दिनों से बिना वजह डॉक्टरों द्वारा लीवर की दवा दी जा रही थी, जिसके कारण मरीज की तबीयत और बिगड़ते चली गई. इधर, मरीज के मरने की सूचना मिलते ही परिजनों का गुस्सा आपे से बाहर हो गया और उन्होंने अस्पताल में हंगामा शुरू कर दिया.

ये भी देखें- भाई-भतीजावाद की राजनीति से इनकार, विधायक नागेंद्र महतो ने कहा- बीजेपी ने किया चहुमुखी विकास

अस्पताल में परिजन के बढ़ते हंगामें को देखते हुए मौके पर सदर डीएसपी दीपक कुमार पांडे और बरियातू थाना प्रभारी संजीव कुमार पहुंचे और परिजनों को समझा-बुझाकर मामले को शांत कराया. फिलहाल, मरीज के परिजनों को शव अस्पताल प्रबंधन द्वारा दे दिया गया है. वहीं, सदर डीएसपी दीपक कुमार पांडे ने बताया कि इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप परिजन लगा रहे हैं. उन्होंने ने बताया कि बुधवार को परिजनों से लिखित शिकायत मांगा गया है. परिजनों के लिखित शिकायत के बाद पुलिस मामले की छानबीन करेगी.

रांची: शहर में एक बार फिर एक निजी अस्पताल में मरीज के इलाज के नाम पर अत्यधिक पैसे वसूलने का आरोप लगा है. मंगलवार को कोकर चौक स्थित एक निजी अस्पताल में मरीज की मौत के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया. परिजनों ने डॉक्टरों और अस्पताल प्रबंधक पर इलाज में लापरवाही वरतने और अत्यधिक पैसे लेने का भी आरोप लगाया है.

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मरीज के परिजनों ने डॉक्टर और अस्पताल प्रबंधक पर आरोप लगाते हुए कहा कि पिछले 19 दिनों से मरीज का इलाज इस अस्पताल में चल रहा था. इलाज के नाम पर अस्पताल प्रबंधक ने 6 लाख रुपये भी वसूल लिए हैं. जब मंगलवार को अस्पताल प्रबंधक द्वारा और पैसे जमा करने को कहा गया, इसपर परिजनों ने और पैसे देने में असमर्थता जताई. जिसके बाद अस्पताल प्रबंधक ने मरीज के परिजनों को बताया कि आपके मरीज की तबीयत ज्यादा बिगड़ गई है दूसरे अस्पताल में ले जाना पड़ेगा और कुछ ही देर में उन्हीं के द्वारा मरने की भी खबर दे दी जाती है. जिसके बाद मरीज के परिजनों ने अस्पताल में हंगामा शुरू कर दिया.

मरीज को 15 दिनों तक बेहोश रखने का आरोप

वहीं, मरीज के परिजनों ने बताया कि पिछले 15 दिनों से मरीज को बेहोशी की हालत में रखकर अस्पताल के डॉक्टर घनश्याम सिंह और डीएसएन राव द्वारा झूठा आश्वासन दिया जा रहा था और अस्पताल प्रबंधक हमसे इलाज के नाम पर पैसा वसूलता रहा. शुभम कुमार ने बताया कि मंगलवार को जब उन्होंने अपने मरीज को जल्द से जल्द ठीक करने की बात कही तो इलाज कर रहे डॉक्टरों ने हमारे मरीज को मृत बताकर अस्पताल से छुट्टी दे दी. शुभन ने बताया कि उनके मरीज को पिछले 15 दिनों से बिना वजह डॉक्टरों द्वारा लीवर की दवा दी जा रही थी, जिसके कारण मरीज की तबीयत और बिगड़ते चली गई. इधर, मरीज के मरने की सूचना मिलते ही परिजनों का गुस्सा आपे से बाहर हो गया और उन्होंने अस्पताल में हंगामा शुरू कर दिया.

ये भी देखें- भाई-भतीजावाद की राजनीति से इनकार, विधायक नागेंद्र महतो ने कहा- बीजेपी ने किया चहुमुखी विकास

अस्पताल में परिजन के बढ़ते हंगामें को देखते हुए मौके पर सदर डीएसपी दीपक कुमार पांडे और बरियातू थाना प्रभारी संजीव कुमार पहुंचे और परिजनों को समझा-बुझाकर मामले को शांत कराया. फिलहाल, मरीज के परिजनों को शव अस्पताल प्रबंधन द्वारा दे दिया गया है. वहीं, सदर डीएसपी दीपक कुमार पांडे ने बताया कि इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप परिजन लगा रहे हैं. उन्होंने ने बताया कि बुधवार को परिजनों से लिखित शिकायत मांगा गया है. परिजनों के लिखित शिकायत के बाद पुलिस मामले की छानबीन करेगी.

Intro:NOTE- खबर ब्रेकिंग के तौर पर विजुअल-बाइट के साथ भेज दी गई थी,ऑडियो प्रॉब्लम की वजह से दोबारा भेजी गई, कृपया कर देख लें। राजधानी के एक निजी अस्पताल में एक बार फिर से मरीज से इलाज के नाम पर पैसे वसूलने का मामला सामने आया है,इसी को लेकर रांची की रातू निवासी राजमणि देवी की मौत के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया।


Body:परिजनों ने डॉक्टर एवं अस्पताल प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि पिछले 19 दिनों से मरीज का अस्पताल में इलाज चल रहा था और लगभग 6 लाख रुपये तक परिजनों द्वारा अस्पताल में इलाज के नाम पर जमा कराया गया लेकिन जैसे ही मरीज के परिजनों द्वारा पैसे जमा करने पर थोड़ी असमर्थता जताने एवं मरीज की जल्द इलाज कराने की अपील की तो अस्पताल प्रशासन ने भी परिजनों को दूसरे अस्पताल में इलाज कराने एवं रेफर करने का आदेश जारी कर दिया। वही मरीज के परिजन शुभम कुमार ने बताया कि पिछले 15 दिनों से मरीज को बेहोशी की हालत में रखकर अस्पताल के डॉ घनश्याम सिंह और डीएसएन राव द्वारा झूठी आश्वासन देकर पैसे वसूले जा रहे थे लेकिन मंगलवार को जब परिजनों द्वारा अपने मरीज को जल्द से जल्द ठीक करने की बात कही तो दोनों डॉक्टरों ने मरीज को मृत बताकर अस्पताल से छुट्टी ले ली। मरीज के मरने की सूचना मिलते ही परिजनों का गुस्सा आपे से बाहर हो गया और उन्होंने अस्पताल में हंगामा शुरू कर दिया, मरीजों ने आरोप लगाते हुए कहा कि पिछले 15 दिनों से बिना वजह की मरीज को डॉक्टरों द्वारा लीवर की दवा दी जा रही थी जिस वजह से मरीज की तबीयत और भी बिगड़ गई एवं गलत इलाज कर सिर्फ पैसे वसूले गए। मामले की गंभीरता को देखते हुए मौके पर सदर डीएसपी दीपक कुमार पांडे और बरियातू थाना प्रभारी संजीव कुमार भी पहुंचे और परिजनों को समझा-बुझाकर मामले को शांत कराया फिलहाल मरीज के परिजनों को शव अस्पताल प्रबंधन द्वारा दे दिया गया है और बुधवार को थाने में परिजनों ने अस्पताल प्रशासन के खिलाफ एफ.आई.आर दर्ज कराने की बात कही है।


Conclusion:पूरे मामले पर सदर डीएसपी दीपक कुमार पांडे ने बताया कि इलाज के लापरवाही में मरीज की मौत का मामला सामने आया है फिलहाल मरीज ने शिकायत कराने की बात कही है मामले की छानबीन के बाद ही अस्पताल प्रशासन पर कार्रवाई की बात जाएगी। बाइट-दीपक कुमार पांडेय,पुलिस उपाधीक्षक,सदर।
Last Updated : Nov 6, 2019, 12:31 PM IST
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