लखनऊ : साइबर इकोनॉमिक फ्रॉड के मामले में यूपी एटीएस की टीम ने पिछले दिनों 14 लोगों को गिरफ्तार किया था. पकड़े गए लोग अमरोहा, संभल और मुरादाबाद के थे. गिरफ्तार लोग ग्राहक की फर्जी आईडी के आधार पर सिम कार्ड प्राप्त करके बैंकों में ऑनलाइन अकाउंट खोलकर अवैध रूप से आपराधिक गतिविधियों से प्राप्त धनराशि का आदान प्रदान करने में लिप्त पाए गए थे. इस मामले में रविवार को नोएडा से दो चीनी नागरिक भी गिरफ्तार किए गए थे. वहीं एटीएस ने जांच में पाया कि ऑनलाइन माध्यम से कई बैंकों में खाते खोले गए थे, जिनमें अज्ञात स्रोत से धनराशि की लेनदेन की गई. पकड़े गए दोनों चीनी नागरिकों के बयानों और साक्ष्यों के आधार पर एक और चीनी नागरिक का नाम प्रकाश में आया था. इसी आधार पर हरियाणा के गुरुग्राम से सन जी यिंग नाम के चीनी नागरिक को गिरफ्तार किया गया. पकड़े गए चीनी नागरिक की वीजा की अवधि समाप्त हो चुकी थी और वह अवैध रूप से रह रहा था.
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500 भारतीय मोबाइल नंबर को चला रहे हैं चीनी
चीनी नागरिक ने पूछताछ में बताया कि पूर्व में पकड़े गए डिस्ट्रीब्यूटर और रिटेलर से उन्हें प्री-एक्टीवेटेड सिम प्राप्त होता था. गुरुग्राम के एक होटल की चाइनीज मालिक के निर्देश पर लगभग 500 प्री-एक्टीवेटेड सिम अन्य चाइनीज व्यक्तियों को उपलब्ध कराए गए हैं. इनमें से अधिकतर चीन में रहते हैं और ये आपस में वीचैट से संपर्क रखते थे. वहीं 500 भारतीय मोबाइल नंबरों पर व्हाट्सएप रजिस्ट्रेशन के लिए जेनरेटेड ओटीपी को वीचैट के माध्यम से चाइनीज नागरिकों को शेयर किया गया था. अभी यह जानकारी नहीं हो सकी है कि 500 भारतीय नंबरों से एक्टिवेटेड व्हाट्सएप कहां पर और किसके द्वारा चलाए जा रहे हैं.