रांची: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी 3 अप्रैल को भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की 21 सड़क परियोजनाओं का ऑनलाइन उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे. इस मौके पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी मौजूद रहेंगे. ऑनलाइन समारोह में 7 सड़क परियोजनाओं का उद्घाटन और 14 सड़क परियोजनाओं का शिलान्यास होगा. जिन सड़कों का उद्घाटन होना है उसकी कुल लंबाई 245.19 किलोमीटर और लागत लगभग 2433.66 करोड़ है. वहीं, शिलान्यास किए जाने वाले 14 सड़क परियोजनाओं की कुल लंबाई 184.8 किलोमीटर है और इस पर लगभग 754.71 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे.
इन सड़कों का होगा उद्घाटन
- घाघरा -गुमला सड़क मजबूतीकारण
- हॉटगम्हरिया -जैंतगढ़ सड़क मजबूतीकरण
- महुलिया - बहरागोड़ा सड़क
- बीजूपाड़ा - कुडू फोरलेन
- कचहरी चौक रांची- पिस्का मोड-बिजुपाड़ा फोरलेन
- बरही हजारीबाग
- पिस्का मोड़- पालम सेक्शन फोरलेन
इन सड़क परियोजनाओं की रखी जाएगी नींव
- कोलेबिरा -सिमडेगा एनएच 23 सड़क मजबूतीकरण और पुनर्निर्माण
- सिमडेगा -बांसजोर एनएच 23 सड़क मरम्मत और पुनर्निर्माण
- एनएच -23 पर चिंदनाला पर आरसीसी ब्रिज निर्माण
- एनएच 23 पर स्थानीय नाला पर आरसीसी ब्रिज निर्माण
- एनएच 99 पर 79 से 117 किलोमीटर तक सड़क का चौड़ीकरण एवं मजबूती करण
- एनएच 22 पर 11 से 30 किलोमीटर के बीच सड़क का चौड़ीकरण एवं अन्य कार्य
- एनएच 100 पर 48 से 62 किलोमीटर के बीच सड़क का चौड़ीकरण एवं अन्य कार्य
- एनएच 133 पर 23 से 62 किलोमीटर के बीच सड़क का चौड़ीकरण एवं अन्य कार्य
- एनएच 345 पर अन्नराज घाटी, गढ़वा में घुमावदार सड़क में सुधार एवं अन्य कार्य
- कुडू घाघरा टू लेन सड़क का चौड़ीकरण एवं अन्य कार्य
- एनएच 218 पर 10 से 54 किलोमीटर के बीच सड़क का मजबूती करण और पुनर्निर्माण
- एनएच 99 पर चंदवा में आरओबी का निर्माण
- एनएच 114, ए पर 68 से 87 किलोमीटर पर सड़क का मजबूतीकरण एवं अन्य कार्य
- एनएच 114, ए पर 245 और 260 किलोमीटर पर ब्रिज तथा एनएच 419 के 46 किलोमीटर पर ब्रिज निर्माण
इन सड़कों के शिलान्यास और उद्घाटन कार्यक्रम को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पथ निर्माण विभाग और राष्ट्रीय भारतीय राजमार्ग प्राधिकरण(एनएचएआई) के अधिकारियों से प्रोजेक्ट भवन में समीक्षा की. एनएचएआई के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि झारखंड में भारतमाला परियोजना के तहत लगभग 1000 किलोमीटर सड़क बनाई जा रही है. इसमें लगभग 400 किलोमीटर सड़कों का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है जबकि 600 किलोमीटर सड़क बनाने का काम चल रहा है. मुख्यमंत्री ने एनएचएआई को कहा कि सड़क निर्माण के बचे हुए काम को 6 महीने के अंदर पूरा कर लिया जाए.
पर्यावरण संरक्षण का रखें ध्यान
मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़कों के निर्माण के दौरान पर्यावरण की काफी अनदेखी होती है. खासकर झारखंड जैसे राज्य में पहाड़ों और जंगलों को काटकर सड़के बनाई जाती है. यह भविष्य के लिए काफी चिंता की बात है. उन्होंने एनएचएआई के पदाधिकारियों से कहा कि सड़कें बनाने में पहाड़ों और जंगलों के संरक्षण का विशेष ख्याल रखा जाए.