रांची: यूनिसेफ की झारखंड इकाई की ओर से शिक्षा की पुनर्बहाली विषय सोमवार को कार्यशाला आयोजित की गई. पुराने विधानसभा परिसर स्थित क्लब में आयोजित कार्यशाला में विधानसभा अध्यक्ष रबिन्द्रनाथ महतो ने ऑफलाइन शिक्षा की महत्ता बताई. विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि स्कूल में जिस तरह से बच्चे शिक्षा ग्रहण कर पाते हैं, उस तरह ऑनलाइन एजुकेशन सिस्टम से उन्हें शिक्षा नहीं मिल पाती है.
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विधानसभा अध्यक्ष ने विश्व कवि गुरु रबिन्द्रनाथ टैगोर की जीवनी को साझा करते हुए कहा कि स्कूल खोलने पर अपना विचार सरकार के साथ साझा करेंगे. झारखंड विधानसभा के अध्यक्ष रबिंद्र नाथ महतो ने कहा कि सरकार ने ऑनलाइन माध्यम से शिक्षा को जारी रखने के लिए कई कदम उठाए हैं. लेकिन राज्य में कई बच्चों के पास स्मार्टफोन जैसी सुविधा नहीं है जो कि ऑनलाइन शिक्षा व्यवस्था के समक्ष एक बड़ी चुनौती है.
विधानसभा अध्यक्ष को किया सम्मानित
कार्यक्रम में यूनिसेफ के चीफ प्रशांत दास ने विधानसभाध्यक्ष को मोमेंटो देकर सम्मानित किया और विषय प्रवेश कराते हुए वर्तमान परिस्थिति में इस विषय की उपयोगिता पर प्रकाश डाला. इस मौके पर यूनिसेफ झारखंड के प्रमुख प्रशांत दास ने कहा कि सुरक्षित वातावरण में बच्चों को पुनः स्कूल से जोड़ना एक चुनौती है, जिसके लिए हम सबको मिलकर काम करना होगा. यदि घर एवं समुदायों में सुरक्षात्मक वातावरण नहीं है तो केवल स्कूल महामारी से बच्चों की सुरक्षा को सुनिश्चित नहीं कर सकते.
कार्यशाला में विधायक अनंत ओझा, विधायक उमाशंकर अकेला, कांग्रेस विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह एवं बड़ी संख्या में वर्तमान और पूर्व विधायक मौजूद थे.कार्यशाला का संचालन यूनिसेफ की कम्युनिकेशन ऑफिसर आस्था अलंग ने किया