रांची: मोरहाबादी स्थित रांची कॉलेज को अपग्रेड कर डॉक्टर श्याम प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय बनाया गया था, लेकिन विश्वविद्यालय बनने के बाद भी डीएसपीएमयू को अब तक यूजीसी की ओर से मिलने वाला अनुदान नहीं मिला है. इसको लेकर मंगलवार को यूजीसी के केंद्रीय टीम ने यूनिवर्सिटी का दौरा किया.
रांची कॉलेज को अपग्रेड कर यूनिवर्सिटी बनाया गया था. इस विश्वविद्यालय को अभी तक 12B का दर्जा भी नहीं मिला है और ना ही यूजीसी की ओर से मिलने वाला अनुदान ही. इसको लेकर डीएसपीएमयू प्रशासन की ओर से विश्वविद्यालय अनुदान आयोग को एक पत्र लिखा गया था. इसी कड़ी में यूजीसी की 5 सदस्यीय टीम मंगलवार को विश्वविद्यालय कैंपस पहुंची और मुआयना किया. इस दौरान एक प्रेजेंटेशन सेशन का भी आयोजन किया गया.
डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय बनने के बाद भी यह दुर्भाग्य ही है कि इस विश्वविद्यालय को अब तक विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की ओर से मिलने वाली राशि मुहैया नहीं कराई गई. मंगलवार को पांच सदस्यीय केंद्रीय टीम ने विश्वविद्यालय परिसर पहुंचकर विश्वविद्यालय के गतिविधियों का मुआयना किया. साथ ही इंफ्रास्ट्रक्चर को भी देखा. इसके अलावा प्रेजेंटेशन के माध्यम से रिसर्च और पढ़ाई की गुणवत्ता की जांच की.
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जल्द मिलेगा 12B का दर्जा
बता दें कि यूजीसी की केंद्रीय टीम दो दिवसीय निरीक्षण में रांची पहुंची है. निरीक्षण में तमाम चीजें सही पाए जाने पर इस विश्वविद्यालय को 12B का दर्जा दिया जाएगा. साथ ही अनुदान राशि भी मुहैया कराई जाएगी. हालांकि पहले दिन यूजीसी की टीम विश्वविद्यालय प्रबंधन से थोड़ी संतुष्ट नजर आई. यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन से मिलने वाला अनुदान यूनिवर्सिटी प्रशासन को मिले, इसको लेकर लगातार वीसी एसएन मुंडा प्रयासरत है. इसी का नतीजा है कि मंगलवार को केंद्रीय टीम अपने दो दिवसीय दौरे पर विश्वविद्यालय पहुंची है.