रांची: झारखंड के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में फिर से दलाल सक्रिय हो गए हैं. मंगलवार को रिम्स के डिप्टी सुप्रीटेंडेंट डॉ शैलेश त्रिपाठी के निरीक्षण में यह खुलासा हुआ है. निरीक्षण के दौरान दो दलालों को डिप्टी सुप्रीटेंडेंट ने पकड़ा है. इसके बाद रिम्स में तैनात सुरक्षाकर्मियों ने दोनों दलालों को अपने कब्जे में ले लिया और मामले की सूचना बरियातू थाना पुलिस को दी गई. जानकारी मिलते ही पुलिस रिम्स पहुंची और दोनों दलालों को हिरासत में लेकर बरियातू थाना पहुंची. जहां दोनों दलालों से पूछताछ की जा रही है.
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मरीजों को झांसे में लेकर महंगी दवाएं खरीदने के लिए प्रेरित करते थेः पकड़े गए दोनों दलालों ने पूछताछ के दौरान पुलिस को बताया कि दवाई दुकानदारों के द्वारा उन्हें रिम्स में रखा गया था, ताकि रिम्स में आने वाले मरीजों को महंगी दवा खरीदने के लिए निजी दुकानों पर ले जाया जा सके. पूछताछ के दौरान दलालों ने बताया कि गिरोह में और भी कई लोग शामिल हैं, जो मरीजों को बहला-फुसलाकर निजी दवा दुकान से दवा खरीदने के लिए प्रेरित करते हैं. दलालों ने बताया कि दवा बिकवाने के लिए पहले मरीजों को चिन्हित किया जाता है, फिर फिर उनके पीछे जाकर उन्हें बहला-फुसला कर ठगने का काम किया जाता है.
गिरोह में शामिल सभी दलालों पर होगी कार्रवाईः वहीं पूरे मामले को लेकर रिम्स के जनसंपर्क पदाधिकारी डॉ राजीव रंजन ने बताया कि जब तक रिम्स के मुख्य द्वारा के एंट्री और एग्जिट पर पास की व्यवस्था नहीं की जाएगी, तब तक इस तरह की समस्या पर नकेल कसना मुश्किल है. उन्होंने बताया कि पकड़े गए दोनों दलालों से पूछताछ की जा रही है. पूछताछ के बाद ही पता चलेगा कि गिरोह में कितने लोग हैं और किस तरह से मरीजों को ठगने का काम करते थे. जितने भी लोगों के नाम सामने आएंगे उन्हें चिन्हित कर कार्रवाई की जाएगी.
फिर से रिम्स में दलाल हुए सक्रियः गौरतलब हो कि जिस तरह से आए दिन रिम्स में खून से लेकर की दवाओं की दलाली की जा रही है और दलाल सक्रिय रहे हैं ऐसे में रिम्स में कम खर्च में अच्छा इलाज की उम्मीद लेकर आने वाले मरीजों की उम्मीद टूट रही है. जरूरत है रिम्स प्रबंधन ऐसे दलालों पर सख्त कार्रवाई करे, ताकि आने वाले दिनों में रिम्स में आने वाले गरीब मरीजों और उनके परिजनों को आर्थिक नुकसान ना उठाना पड़े.