रांची: त्रिपुरा के उपमुख्यमंत्री जिष्णु देव वर्मा ने कहा है कि उन्नति और संस्कृति के समन्वय से ही जनजातियों का विकास होगा. रांची में आयोजित भारतीय जनता पार्टी एसटी मोर्चा के राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक में शिरकत करने पहुंचे त्रिपुरा के उपमुख्यमंत्री जिष्णु देव वर्मा ने कहा कि आज जनजातियों की समस्या उनकी आइडेंटिटी से है. इन्हें ऊपर उठाने के लिए ईमानदारी से प्रयास करना होगा. जनजाति समाज एक बड़ा समाज है. इनका विकास करने के लिए संस्कृति और उन्नति का समन्वय करना होगा. एक धारणा यह बन गई है कि उन्नति होने से संस्कृति चली जाएगी. ऐसे में हमारी पार्टी की सोच यह है कि हम अंतिम व्यक्ति तक पहुंचकर उनकी समस्या का समाधान करें.
यह भी पढ़ें: केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा का आरोप, केन्द्र से मिले पैसे खर्च नहीं कर रही राज्य सरकार
नॉर्थ ईस्ट में आदिवासियों की समस्या का हो रहा हल
नॉर्थ ईस्ट में आदिवासियों की समस्या का समाधान करने की बात कहते हुए त्रिपुरा के उपमुख्यमंत्री जिष्णु देव वर्मा ने कहा कि यह पुरानी समस्या है. हम इसे समाधान करने की कोशिश में हैं. हम डेवलपमेंट के साथ इस क्षेत्र को आगे बढ़ा रहे हैं. पहले की संस्कृति यह थी कि नॉर्थ ईस्ट को कुछ पैसे दे दो और समस्या का समाधान मत करो. लेकिन हमलोग विकास कार्य कर उनकी समस्या का समाधान करने में लगे हैं जिसके लिए प्रधानमंत्री हर वक्त इसकी मॉनिटरिंग करते हैं.
कौन हैं जिष्णु देव वर्मा ?
त्रिपुरा शाही परिवार के सदस्य जिष्णु देव वर्मा त्रिपुरा के उप मुख्यमंत्री हैं. राजनीतिक दूरदर्शिता के साथ-साथ व्यवसायिक कार्यों में माहिर जिष्णु देव वर्मा 2018 के विधानसभा उप चुनाव में सबसे अमीर प्रत्याशी थे. विधानसभा चुनाव जीतने के बाद उन्हें उपमुख्यमंत्री बनाया गया. जिष्णु देव वर्मा के दो बेटे हैं जिनका नाम प्रतीक किशोर देव वर्मा और जयवंत देव वर्मा है. बड़े बेटे प्रतीक देव वर्मा भी भाजपा में हैं.