रांची: बेड़ो स्थित महादानी मैदान में जनजाति सुरक्षा मंच द्वार कार्तिक उरांव की 99वीं जयंती सह जतरा समारोह का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में आदिवासी समाज के लोग पारंपरिक वेशभूषा में ढोल, मांदर और नगाड़ों की थाप पर खोड़ा दलों के साथ नाचते गाते शामिल हुए.
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डीडीसी परमेश्वर भगत ने क्या कहा: कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पूर्वी सिंहभूम के डीडीसी परमेश्वर भगत शामिल हुए. डीडीसी ने सामूहिक प्रार्थना की और कार्तिक उरांव की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर कार्यक्रम की शुरुआत की. डीडीसी ने कहा कि कार्तिक उरांव आदिवासी समाज के जमीनी नेता थे. वे अपने लोगों के दुख दर्द को समझते थे. आज भी उनका सपना अधूरा है. उनके सपनों को साकार करना है. डीडीसी ने कहा कि झारखंड की संस्कृति और परंपरा को बचाने के लिए एकजुटता जरूरी है. परंपरागत नाच गान हमारी संस्कृति की पहचान है.
जनजाति सुरक्षा मंच के अध्यक्ष ने क्या कहा: वहीं जनजाति सुरक्षा मंच के जिला अध्यक्ष जगन्नाथ भगत ने कहा कि कार्तिक उरांव ने आदिवासियों के विकास के लिए जो सपना देखा था उन्हें हमें पूरा करना है. उनकी जीवनी से प्रेरणा लेते हुए हमें आदिवासियों के उत्थान के लिए काम करना है. इसके लिए सामूहिक सहभागिता जरूरी है.
इसके पूर्व महादानी मैदान में 25 खोड़हा टीम के ग्रामीणों ने ढोल, ढाक, मांदर व नगाड़ा के थाप पर परंपरागत नाच गान प्रस्तुत किया. समारोह को झारखंड हाईकोर्ट की अधिवक्ता पिंकी खोया, जिप सदस्य पार्वती भगत, विशाल उरांव आदि ने संबोधित किया. समारोह की अध्यक्षता जगरनाथ भगत, संचालन महादेव उरांव और धन्यवाद ज्ञापन मनोज भगत ने दिया.