रांचीः 2 महीने पहले मांडर थाना क्षेत्र के टांगरबसली और लोयो गांव के 11 मजदूर काम की तलाश में चेन्नई गए थे. उन्हें मजदूरी का काम वहां मिल भी गया, लेकिन कुछ दिनों बाद अब उनसे बंधुआ मजदूर की तरह काम कराया जा रहा है. खाना खाने के लिए भी उन्हें सिर्फ खोराकी दी जाती है. इन मजदूरों से काम लेने के बावजूद उन्हें मजदूरी नहीं दी जाती है. जिससे वो काफी परेशानी में हैं.
ये भी पढ़ें- आतंकी कलीमुद्दीन ने रांची के चान्हो में कराई थी कटकी की शादी, देश भर की एजेंसी कर रही पूछताछ
मजदूरों ने जब अपने परिजनों को उनके साथ हो रहे प्रताड़ना की बात बताई तो परिजनों ने परेशान होकर मांडर थाना में आवेदन पत्र दाखिल किया. जिसमें परिजनों ने मजदूरों को वापस घर लाने की गुजारिश की है. वहीं, पुलिस ने भी चेन्नई पुलिस से बात कर मामले की पूरी जांच करने की बात कही है.