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झारखंड के ये पर्यटन स्थल जो पर्यटकों का है खास पसंदीदा, सालों भर सरकार को होती है भारी भरकम कमाई

Tourist destinations in Jharkhand. नए साल के आगमन के साथ ही झारखंड के पर्यटन स्थलों पर भीड़ उमड़ने लगी है. झारखंड के लगभग हर जिले में कई पर्यटन स्थल स्थित हैं. इनसे सरकार को भी भारी भरकम राजस्व की कमाई होती है. इस रिपोर्ट में जानें कि कौन से पर्यटन स्थल पर्यटकों के पसंदीदा हैं.

Tourist destinations in Jharkhand
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Dec 28, 2023, 9:43 PM IST

रांची: प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर झारखंड की धरती पर्यटकों की पसंदीदा जगह है. यही कारण है कि यहां साल भर पर्यटकों का जमावड़ा लगा रहता है, चाहे नए साल की शुरुआत हो या सावन का महीना. झारखंड के पर्यटन स्थलों को विकसित करने के लिए केंद्र और राज्य सरकार द्वारा कई तरह के मास्टर प्लान बनाए गए हैं, जिसके तहत धार्मिक, ऐतिहासिक और प्राकृतिक स्थलों को विकसित किया जा रहा है. राज्य में पर्यटन के लिए चिन्हित 131 स्थानों को चार भागों में बांटा गया है. पहचाने गए 131 पर्यटन स्थलों में से 31 अंतरराष्ट्रीय महत्व के, 26 राष्ट्रीय महत्व के, 38 राज्य स्तरीय महत्व के और 36 स्थानीय महत्व के हैं. राज्य में स्थित अधिकांश पर्यटक स्थल रांची के आसपास हैं, जिनकी संख्या 17 है. इनमें पांच अंतरराष्ट्रीय महत्व के और चार राष्ट्रीय महत्व के हैं.

ज्यादातर पर्यटक सितंबर से मार्च तक आते हैं झारखंड

  1. दिसंबर-जनवरी में ज्यादातर विदेशी पर्यटक आते हैं झारखंड
  2. 2020 में 2574704 घरेलू पर्यटकों ने किया विजिट
  3. 2021 में 3383642 घरेलू पर्यटकों ने किया विजिट
  4. 2020 में 490 और 2021 में 1637 विदेशी पर्यटकों का हुआ आगमन

ये पर्यटन स्थल जहां से होती है सर्वाधिक कमाई

  1. देवघर: बैद्यनाथ धाम-12 ज्योर्तिलिंगों में से एक इस स्थल पर शिव और शक्ति का अदभुत संगम है, जहां दर्शन के लिए सालों भर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है. नववर्ष के पहले दिन भी लोगों की भीड़ लगी रहती है.
  2. दुमका: बासुकीनाथ धाम- धार्मिक मान्यता के अनुसार देवघर बैद्यनाथ धाम के बाद बासुकीनाथ का दर्शन किए वगैर यात्रा पूरी नहीं मानी जाती. यही वजह है कि यहां भी श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है.
  3. गिरिडीह: पारसनाथ- जैन धर्मावलंबियों के लिए यह सबसे महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है.
  4. रामगढ़: छिन्नमस्तिका मंदिर- शक्तिपीठ के रूप में विख्यात इस मंदिर में बिना सिर वाली देवी मां की पूजा की जाती है. मान्यता है कि इस मंदिर में श्रद्धालुओं की मनोकामनाएं पूरी होती हैं.
  5. धनबाद: मैथन डैम- एक खूबसूरत झील और खूबसूरत हरे जंगलों के बीच यह मैथन डैम पर्यटकों के लिए खास जगह है.
  6. बोकारो: लुगु बुरु- इस स्थल को संतालियों के संस्कृति और परंपरा का उद्गम स्थल माना जाता है.
  7. रांची: बिरसा जैविक उद्यान, दिउड़ी मंदिर, जोन्हा फॉल, पतरातू डैम
  8. गढ़वा: बंशीधर धाम- नगरऊंटारी में राधा कृष्ण मंदिर बाबा बंशीधर के नाम से जाना जाता है. मंदिर में स्थित मूर्ति सोने की बनी हुई है. यहां श्रद्धालुओं की भीड़ हमेशा लगी रहती है.
  9. लातेहार: नेतरहाट और बेतला नेशनल पार्क
  10. पूर्वी सिंहभूम: जुबली पार्क, दलमा अभयारण्य
  11. प.सिंहभूम: हिरणी फॉल
  12. खूंटी: पंचघाघ फॉल
  13. चतरा: ईटखोरी
  14. हजारीबाग: हजारीबाग नेशनल पार्क और सूरजकुंड

विदेशी पर्यटकों के लिए खास होता है दिसंबर-जनवरी: वैसे तो यहां साल भर पर्यटकों का जमावड़ा लगा रहता है, लेकिन दिसंबर-जनवरी विदेशी पर्यटकों के लिए खास होता है जहां हर साल बड़ी संख्या में पर्यटक यहां आते हैं. पर्यटन विभाग के आंकड़ों पर नजर डालें तो 2020 में विदेशी पर्यटकों की संख्या 490 और 2021 में 1637 पहुंची. आंकड़ों पर नजर डालें तो झारखंड में धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन स्थल काफी लाभदायक हैं. देवघर बैद्यनाथ मंदिर से सरकार को हर साल करोड़ों रुपये का राजस्व मिलता है. इसी तरह बासुकीनाथ मंदिर, पारसनाथ मंदिर, इटखोरी मंदिर, छिन्नमस्तिका मंदिर और बंशीधर धाम से भी भारी राजस्व मिलता है. राजस्व के साथ-साथ लाखों लोगों का रोजगार भी यहां से जुड़ा है.

हर साल करोड़ों रुपए की होती है कमाई: दिसंबर-जनवरी माह में पिकनिक का दौर जारी रहता है. झारखंड की वादियों में हर पिकनिक स्पॉट पर्यटकों से भरा रहता है. नये साल के मौके पर रांची से सटे पर्यटक स्थलों पर पिकनिक का दौर कई दिनों तक चलता है. इसके मुताबिक, कोरोना से उबरने के बाद पिछले साल 2022 में पर्यटन स्थलों की रौनक लौटती दिखी और दिसंबर-जनवरी में विभाग को करीब 12.45 करोड़ रुपये की कमाई हुई. इस साल भी मौसम अनुकूल होने के कारण राज्य के पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों की भीड़ उमड़ने लगी है. नये साल के लिए नेतरहाट से लेकर पतरातू डैम तक कमरे बुक हो गये हैं. पर्यटन विकास निगम के होटल पहले से बुक हो रहे हैं.

पर्यटन मंत्री हफीजुल हसन का कहना है कि इस साल मौसम अनुकूल होने के कारण बड़ी संख्या में लोग पिकनिक मनाने के लिए अपने घरों से निकल रहे हैं. पर्यटकों को किसी तरह की परेशानी न हो, इसके लिए पिकनिक स्पॉटों पर विशेष व्यवस्था की गयी है. पतरातू और नेतरहाट यह सबसे बड़ा फोकस प्वाइंट है जहां नये साल पर बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं. इन जगहों से सरकार को भी मोटी कमाई होती है. पर्यटन मंत्री ने कहा कि पर्यटन स्थलों पर सुरक्षा और अन्य प्रशासनिक व्यवस्था को लेकर उन्होंने राज्य के सभी जिलों के उपायुक्तों को पत्र लिखा है. ऐसा इसलिए किया गया है ताकि पर्यटकों को कोई दिक्कत न हो.

यह भी पढ़ें: रामगढ़ के पतरातू में उमड़ने लगी सैलानियों की भीड़, साइबेरियन पक्षी और खूबसूरत नजारों का आंनद लेने पहुंच रहे हैं पर्यटक

यह भी पढ़ें: VIDEO: पतरातू घाटी में उमड़ा जन सैलाब, भीड़ को कंट्रोल करने में पुलिस के छूटे पसीने

यह भी पढ़ें: विदेशी मेहमानों से गुलजार हुआ खंडोली, साइबेरियन पक्षियों की अटखेलियों का आनंद ले रहे पर्यटक

रांची: प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर झारखंड की धरती पर्यटकों की पसंदीदा जगह है. यही कारण है कि यहां साल भर पर्यटकों का जमावड़ा लगा रहता है, चाहे नए साल की शुरुआत हो या सावन का महीना. झारखंड के पर्यटन स्थलों को विकसित करने के लिए केंद्र और राज्य सरकार द्वारा कई तरह के मास्टर प्लान बनाए गए हैं, जिसके तहत धार्मिक, ऐतिहासिक और प्राकृतिक स्थलों को विकसित किया जा रहा है. राज्य में पर्यटन के लिए चिन्हित 131 स्थानों को चार भागों में बांटा गया है. पहचाने गए 131 पर्यटन स्थलों में से 31 अंतरराष्ट्रीय महत्व के, 26 राष्ट्रीय महत्व के, 38 राज्य स्तरीय महत्व के और 36 स्थानीय महत्व के हैं. राज्य में स्थित अधिकांश पर्यटक स्थल रांची के आसपास हैं, जिनकी संख्या 17 है. इनमें पांच अंतरराष्ट्रीय महत्व के और चार राष्ट्रीय महत्व के हैं.

ज्यादातर पर्यटक सितंबर से मार्च तक आते हैं झारखंड

  1. दिसंबर-जनवरी में ज्यादातर विदेशी पर्यटक आते हैं झारखंड
  2. 2020 में 2574704 घरेलू पर्यटकों ने किया विजिट
  3. 2021 में 3383642 घरेलू पर्यटकों ने किया विजिट
  4. 2020 में 490 और 2021 में 1637 विदेशी पर्यटकों का हुआ आगमन

ये पर्यटन स्थल जहां से होती है सर्वाधिक कमाई

  1. देवघर: बैद्यनाथ धाम-12 ज्योर्तिलिंगों में से एक इस स्थल पर शिव और शक्ति का अदभुत संगम है, जहां दर्शन के लिए सालों भर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है. नववर्ष के पहले दिन भी लोगों की भीड़ लगी रहती है.
  2. दुमका: बासुकीनाथ धाम- धार्मिक मान्यता के अनुसार देवघर बैद्यनाथ धाम के बाद बासुकीनाथ का दर्शन किए वगैर यात्रा पूरी नहीं मानी जाती. यही वजह है कि यहां भी श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है.
  3. गिरिडीह: पारसनाथ- जैन धर्मावलंबियों के लिए यह सबसे महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है.
  4. रामगढ़: छिन्नमस्तिका मंदिर- शक्तिपीठ के रूप में विख्यात इस मंदिर में बिना सिर वाली देवी मां की पूजा की जाती है. मान्यता है कि इस मंदिर में श्रद्धालुओं की मनोकामनाएं पूरी होती हैं.
  5. धनबाद: मैथन डैम- एक खूबसूरत झील और खूबसूरत हरे जंगलों के बीच यह मैथन डैम पर्यटकों के लिए खास जगह है.
  6. बोकारो: लुगु बुरु- इस स्थल को संतालियों के संस्कृति और परंपरा का उद्गम स्थल माना जाता है.
  7. रांची: बिरसा जैविक उद्यान, दिउड़ी मंदिर, जोन्हा फॉल, पतरातू डैम
  8. गढ़वा: बंशीधर धाम- नगरऊंटारी में राधा कृष्ण मंदिर बाबा बंशीधर के नाम से जाना जाता है. मंदिर में स्थित मूर्ति सोने की बनी हुई है. यहां श्रद्धालुओं की भीड़ हमेशा लगी रहती है.
  9. लातेहार: नेतरहाट और बेतला नेशनल पार्क
  10. पूर्वी सिंहभूम: जुबली पार्क, दलमा अभयारण्य
  11. प.सिंहभूम: हिरणी फॉल
  12. खूंटी: पंचघाघ फॉल
  13. चतरा: ईटखोरी
  14. हजारीबाग: हजारीबाग नेशनल पार्क और सूरजकुंड

विदेशी पर्यटकों के लिए खास होता है दिसंबर-जनवरी: वैसे तो यहां साल भर पर्यटकों का जमावड़ा लगा रहता है, लेकिन दिसंबर-जनवरी विदेशी पर्यटकों के लिए खास होता है जहां हर साल बड़ी संख्या में पर्यटक यहां आते हैं. पर्यटन विभाग के आंकड़ों पर नजर डालें तो 2020 में विदेशी पर्यटकों की संख्या 490 और 2021 में 1637 पहुंची. आंकड़ों पर नजर डालें तो झारखंड में धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन स्थल काफी लाभदायक हैं. देवघर बैद्यनाथ मंदिर से सरकार को हर साल करोड़ों रुपये का राजस्व मिलता है. इसी तरह बासुकीनाथ मंदिर, पारसनाथ मंदिर, इटखोरी मंदिर, छिन्नमस्तिका मंदिर और बंशीधर धाम से भी भारी राजस्व मिलता है. राजस्व के साथ-साथ लाखों लोगों का रोजगार भी यहां से जुड़ा है.

हर साल करोड़ों रुपए की होती है कमाई: दिसंबर-जनवरी माह में पिकनिक का दौर जारी रहता है. झारखंड की वादियों में हर पिकनिक स्पॉट पर्यटकों से भरा रहता है. नये साल के मौके पर रांची से सटे पर्यटक स्थलों पर पिकनिक का दौर कई दिनों तक चलता है. इसके मुताबिक, कोरोना से उबरने के बाद पिछले साल 2022 में पर्यटन स्थलों की रौनक लौटती दिखी और दिसंबर-जनवरी में विभाग को करीब 12.45 करोड़ रुपये की कमाई हुई. इस साल भी मौसम अनुकूल होने के कारण राज्य के पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों की भीड़ उमड़ने लगी है. नये साल के लिए नेतरहाट से लेकर पतरातू डैम तक कमरे बुक हो गये हैं. पर्यटन विकास निगम के होटल पहले से बुक हो रहे हैं.

पर्यटन मंत्री हफीजुल हसन का कहना है कि इस साल मौसम अनुकूल होने के कारण बड़ी संख्या में लोग पिकनिक मनाने के लिए अपने घरों से निकल रहे हैं. पर्यटकों को किसी तरह की परेशानी न हो, इसके लिए पिकनिक स्पॉटों पर विशेष व्यवस्था की गयी है. पतरातू और नेतरहाट यह सबसे बड़ा फोकस प्वाइंट है जहां नये साल पर बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं. इन जगहों से सरकार को भी मोटी कमाई होती है. पर्यटन मंत्री ने कहा कि पर्यटन स्थलों पर सुरक्षा और अन्य प्रशासनिक व्यवस्था को लेकर उन्होंने राज्य के सभी जिलों के उपायुक्तों को पत्र लिखा है. ऐसा इसलिए किया गया है ताकि पर्यटकों को कोई दिक्कत न हो.

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