रांची: टोक्यो ओलंपिक 2020 (Tokyo Olympics 2020) में भारतीय तीरंदाज दीपिका कुमारी का शानदार प्रदर्शन जारी है. दीपिका कुमारी (Deepika Kumari) ने आज एलिमिनेशन राउंड के दो मैचों में जीत दर्ज की है. महिला व्यक्तिगत के 1/32 एलिमिनेशन मुकाबला में अपनी प्रतिद्वंदी भूटान की कर्मा को 6-0 से मात दी. वहीं आज खेले गए दूसरे मैच में दीपिका ने यूएसए की जेनिफर म्यूसिनो फर्नांडीज को 6-4 से हराया. इन दो मैचों में जीत के साथ ही दीपिका कुमारी प्री-क्वार्टर फाइनल में पहुंच गई. दीपिका का अलगा मैच 30 जुलाई को है.
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मैच से पहले मां-पापा का आशिर्वाद
दीपिका कुमारी (Deepika Kumari) ने मैच शुरू होने से पहले घर पर फोन किया और अपने मम्मी, पापा का आशिर्वाद लिया. इस दौरान वो घर में मौजूद सभी सदस्यों से बातचीत भी की.
जल्द लय में आयें दीदी
दीपिका कुमारी की छोटी बहन विद्या कुमारी ने कहा कि दीदी के मैच को देखकर लग रहा है कि वो ठीक से खेल नहीं पा रही है. हमलोगों का यही कहना है कि दीदी अपना 100 प्रतिशत दे और देश के लिए मेडल जीतकर आए.
9वें स्थान पर रही थी दीपिका
23 जुलाई को खेले गए मैच में दीपिका कुमारी 72 तीरों के बाद 9वां स्थान हासिल कर सकीं. तीरंदाजी में भारत की ओर से दीपिका कुमारी ने महिला व्यक्तिगत रैंकिंग राउंड में 663 प्वाइंट्स के साथ नौवां स्थान हासिल किया.
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विश्व की नंबर वन खिलाड़ी से उम्मीदें
टोक्यो ओलंपिक 2020 (Tokyo Olympics 2020) में गए भारतीय दल में झारखंड की तीन बेटियां (Jharkhand girls in Olympics) शामिल हैं. उसमें सबसे बड़ा नाम है तीरंदाज दीपिका कुमारी का. दीपिका इस समय विश्व की नंबर-1 महिला तीरंदाज हैं. उनसे पूरे देश को गोल्ड की उम्मीदे हैं क्योंकि कुछ दिन पहले ही दीपिका कुमारी ने विश्व कप में तीन गोल्ड जीते थे. दीपिका कुमारी एशियन चैंपियनशिप, कॉमनवेल्थ गेम्स और विश्व कप सभी में गोल्ड जीत चुकी हैं. इस बार ओलंपिक की बारी है.
4 बार जीत चुकी हैं गोल्ड
झारखंड के राची जिले के रातु चट्टी में 13 जून 1994 में दीपिका कुमारी का जन्म हुआ. दीपिका के पिता ऑटो रिक्शा चलाते थे. उसने रांची से नर्सिंग की पढ़ाई की है. 2005 में दीपिका को अर्जुन आर्चरी एकेडमी में मौका मिला. केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा की पत्नी मीरा मुंडा इस एकेडमी को चलाती हैं. 2006 में दीपिका ने टाटा आर्चरी एकेडमी ज्वाइन कर लिया. जहां उसे ट्रेनिंग के साथ साथ स्टाइपन भी मिलता था. 2009 में पहली बार उसने कैडेट वर्ल्ड चैंपियनशिप में जीत दर्ज कर अपनी प्रतिभा से सबको अवगत कराया. दीपिका अब तक एशियन चैंपियनशिप, कॉमनवेल्थ गेम्स और वर्ल्ड कप में 4 बार गोल्ड, तीन बार सिल्वर और चार बार ब्रॉन्ज मेडल जीत चुकी हैं.