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रांची में अब टाइगर जवान भी करेंगे बिट पुलिसिंग, शहर में आने वाले संदिग्धों पर रहेगी नजर - रांची की नक्सलियों की खबरें

रांची में हाल के दिनों में किराये के मकान में अपराधियों और नक्सलियों के पनाह लेने की घटनाएं लगातार सामने आ रही थी, जिसके बाद यह फैसला लिया गया है कि बीट पुलिसिंग के काम में तेजी लाई जाएगी. कोरोना की वजह से बिट पुलिसिंग पर ब्रेक लग गया था, लेकिन अब टाइगर जवानों को भी बीट पुलिसिंग का काम दिया गया है.

Tiger jawan will do bit policing in Ranchi
रांची में अब टाइगर जवान भी करेंगे बिट पुलिसिंग
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Published : Dec 2, 2020, 5:13 PM IST

Updated : Dec 2, 2020, 6:20 PM IST

रांची: राजधानी में तैनात टाइगर जवान अब बिट पुलिसिंग पर भी काम करेंगे. टाइगर जवानों के कार्यों की समीक्षा के दौरान रांची के सिटी एसपी ने उन्हें यह निर्देश दिया है कि वह अपने इलाके में बीट पुलिसिंग में भी सहयोग करें, ताकि शहर में आने वाले संदिग्ध लोगों की पहचान हो सके.

देखें पूरी खबर
राजधानी को सेफ बनाने की कवायद
रांची में हाल के दिनों में किराये के मकान में अपराधियों और नक्सलियों के पनाह लेने की घटनाएं लगातार सामने आ रही थी, जिसके बाद यह फैसला लिया गया है कि बीट पुलिसिंग के काम में तेजी लाई जाएगी. कोरोना की वजह से बिट पुलिसिंग पर ब्रेक लग गया था, लेकिन अब टाइगर जवानों को भी बीट पुलिसिंग का काम दिया गया है. अब टाइगर के जवान गली-मोहल्लों में अपराध की वारदातों पर ब्रेक लगाने के साथ-साथ किराएदार वेरिफिकेशन का काम भी करेंगे. बुधवार को रांची पुलिस लाइन में सिटी एसपी सौरभ ने टाइगर जवानों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की, जिसमें उन्हें अपराध की वारदातों को कैसे रोकना है. सूचना संकलन कैसे करना है और बीट पर कैसे काम करना है, इसकी जानकारी दी गई. इस दौरान टाइगर जवानों की समस्याएं भी सुनी गई.
टाइगर जवानों की संख्या हुई 62
पूर्व में शहर में 57 टाइगर जवान थे, लेकिन हॉटस्पॉट का चयन कर इसकी संख्या बढ़ाकर 62 कर दी गई है. इनमें कुछ ग्रामीण इलाकों को भी जोड़ा गया है. ग्रामीण इलाकों में कांके, नामकुम और तुपुदाना में अतिरिक्त तैनाती की गई है, साथ ही सिटी एसपी ने चेताया है कि टाइगर मोबाइल के क्षेत्र में किसी तरह के अपराध होते हैं तो वे जिम्मेदार मानें जाएंगे. उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी. सभी 62 मोटरसाइकिलों में जीपीएस लगे हुए है. इन जीपीएस को लोकेशन ट्रैक करने के लिए एसएसपी, सिटी एसपी, ट्रैफिक एसपी और ग्रामीण एसपी के मोबाइल पर एक ऐप भी इंस्टॉल है. इसके जरिए यह देखा जाता है कि कौन टाइगर जवान किस लोकेशन पर हैं.
डायरी में देना होगा काम का ब्यौरा
टाइगर जवानों को अपने शिफ्ट के पूरे काम का ब्यौरा देना होगा. इसके लिए टाइगर मोबाइल में पदस्थापित सभी जमादारों को एक डायरी दी गई है, जिसमें हर दिन ब्यौरा लिखेंगे. गश्ती के दौरान उन्हें घटनाओं को रोकना है. अगर कोई व्यक्ति उस क्षेत्र में संदिग्ध नजर आता है तो इसकी जानकारी तुंरत संबंधित इलाके के थानेदार, टेट्रा और पीसीआर पुलिस को देनी होगी. सूचना के आधार पर संबंधित इलाके के थानेदार को तुरंत कार्रवाई का निर्देश दिया गया है. डायरी में भी इसे लिखना होगा. टाइगर जवानों की डायरी की जांच हर दिन उनके एरिये थानेदार करेंगे. सप्ताह में एक बार इसका सुपरवीजन डीएसपी स्तर के अधिकारी भी करेंगे.

ये भी पढ़ें-यूपी : स्कॉर्पियो पर बालू से भरा ट्रक पलटा, आठ की मौत

दो शिफ्ट में काम करेगा दस्ता


टाइगर मोबाइल में तैनात जमादार दो शिफ्ट में काम करेंगे. पहला शिफ्ट सुबह साढ़े नौ से शाम साढ़े चार बजे तक काम करेगा. वहीं, दूसरे शिफ्ट के पदाधिकारी शाम साढ़े चार से रात साढ़े दस बजे तक तैनात रहेंगे. ठंड को लेकर इसमें कुछ बदलाव की मांग भी टाइगर जवानों ने की है, जिस पर जल्द ही सहमति बन सकती है. टाइगर मोबाइल दस्ता को टेट्रा से भी जोड़ा गया है, ताकि हर एक घंटे में सिटी कंट्रोल से उनकी निगरानी की जाएगी. इससे यह पता चल जाएगा कि दस्ता किस क्षेत्र में और क्या कर रहा है?


15 थाना क्षेत्र के हॉटस्पॉट किए गए हैं चिह्नित

शहरी क्षेत्र के 15 थाना क्षेत्र के विभिन्न स्थानों को चिह्नित किया गया है. इन क्षेत्रों में अलग-अलग घटनाओं के लिए हॉट स्पॉट को चिह्नित किया गया है. इन क्षेत्रों में थानावार टाइगर जवानों की तैनाती की गई है. इनमें कोतवाली में 6, सुखदेवनगर में 4, पंडरा ओपी में 3, लालपुर में 6, लोअर बाजार में 6, सदर में 4, बरियातू में 2, डोरंडा में 4, अरगोड़ा में 2, जगन्नाथपुर में 3, धुर्वा में 2, तुपुदाना में 2, चुटिया में 4, गोंदा में 3 और नगड़ी में दो टाइगर जवान पदस्थापित रहेंगे. सभी में दो-दो जमादार तैनात रहेंगे.

रांची: राजधानी में तैनात टाइगर जवान अब बिट पुलिसिंग पर भी काम करेंगे. टाइगर जवानों के कार्यों की समीक्षा के दौरान रांची के सिटी एसपी ने उन्हें यह निर्देश दिया है कि वह अपने इलाके में बीट पुलिसिंग में भी सहयोग करें, ताकि शहर में आने वाले संदिग्ध लोगों की पहचान हो सके.

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राजधानी को सेफ बनाने की कवायद
रांची में हाल के दिनों में किराये के मकान में अपराधियों और नक्सलियों के पनाह लेने की घटनाएं लगातार सामने आ रही थी, जिसके बाद यह फैसला लिया गया है कि बीट पुलिसिंग के काम में तेजी लाई जाएगी. कोरोना की वजह से बिट पुलिसिंग पर ब्रेक लग गया था, लेकिन अब टाइगर जवानों को भी बीट पुलिसिंग का काम दिया गया है. अब टाइगर के जवान गली-मोहल्लों में अपराध की वारदातों पर ब्रेक लगाने के साथ-साथ किराएदार वेरिफिकेशन का काम भी करेंगे. बुधवार को रांची पुलिस लाइन में सिटी एसपी सौरभ ने टाइगर जवानों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की, जिसमें उन्हें अपराध की वारदातों को कैसे रोकना है. सूचना संकलन कैसे करना है और बीट पर कैसे काम करना है, इसकी जानकारी दी गई. इस दौरान टाइगर जवानों की समस्याएं भी सुनी गई.
टाइगर जवानों की संख्या हुई 62
पूर्व में शहर में 57 टाइगर जवान थे, लेकिन हॉटस्पॉट का चयन कर इसकी संख्या बढ़ाकर 62 कर दी गई है. इनमें कुछ ग्रामीण इलाकों को भी जोड़ा गया है. ग्रामीण इलाकों में कांके, नामकुम और तुपुदाना में अतिरिक्त तैनाती की गई है, साथ ही सिटी एसपी ने चेताया है कि टाइगर मोबाइल के क्षेत्र में किसी तरह के अपराध होते हैं तो वे जिम्मेदार मानें जाएंगे. उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी. सभी 62 मोटरसाइकिलों में जीपीएस लगे हुए है. इन जीपीएस को लोकेशन ट्रैक करने के लिए एसएसपी, सिटी एसपी, ट्रैफिक एसपी और ग्रामीण एसपी के मोबाइल पर एक ऐप भी इंस्टॉल है. इसके जरिए यह देखा जाता है कि कौन टाइगर जवान किस लोकेशन पर हैं.
डायरी में देना होगा काम का ब्यौरा
टाइगर जवानों को अपने शिफ्ट के पूरे काम का ब्यौरा देना होगा. इसके लिए टाइगर मोबाइल में पदस्थापित सभी जमादारों को एक डायरी दी गई है, जिसमें हर दिन ब्यौरा लिखेंगे. गश्ती के दौरान उन्हें घटनाओं को रोकना है. अगर कोई व्यक्ति उस क्षेत्र में संदिग्ध नजर आता है तो इसकी जानकारी तुंरत संबंधित इलाके के थानेदार, टेट्रा और पीसीआर पुलिस को देनी होगी. सूचना के आधार पर संबंधित इलाके के थानेदार को तुरंत कार्रवाई का निर्देश दिया गया है. डायरी में भी इसे लिखना होगा. टाइगर जवानों की डायरी की जांच हर दिन उनके एरिये थानेदार करेंगे. सप्ताह में एक बार इसका सुपरवीजन डीएसपी स्तर के अधिकारी भी करेंगे.

ये भी पढ़ें-यूपी : स्कॉर्पियो पर बालू से भरा ट्रक पलटा, आठ की मौत

दो शिफ्ट में काम करेगा दस्ता


टाइगर मोबाइल में तैनात जमादार दो शिफ्ट में काम करेंगे. पहला शिफ्ट सुबह साढ़े नौ से शाम साढ़े चार बजे तक काम करेगा. वहीं, दूसरे शिफ्ट के पदाधिकारी शाम साढ़े चार से रात साढ़े दस बजे तक तैनात रहेंगे. ठंड को लेकर इसमें कुछ बदलाव की मांग भी टाइगर जवानों ने की है, जिस पर जल्द ही सहमति बन सकती है. टाइगर मोबाइल दस्ता को टेट्रा से भी जोड़ा गया है, ताकि हर एक घंटे में सिटी कंट्रोल से उनकी निगरानी की जाएगी. इससे यह पता चल जाएगा कि दस्ता किस क्षेत्र में और क्या कर रहा है?


15 थाना क्षेत्र के हॉटस्पॉट किए गए हैं चिह्नित

शहरी क्षेत्र के 15 थाना क्षेत्र के विभिन्न स्थानों को चिह्नित किया गया है. इन क्षेत्रों में अलग-अलग घटनाओं के लिए हॉट स्पॉट को चिह्नित किया गया है. इन क्षेत्रों में थानावार टाइगर जवानों की तैनाती की गई है. इनमें कोतवाली में 6, सुखदेवनगर में 4, पंडरा ओपी में 3, लालपुर में 6, लोअर बाजार में 6, सदर में 4, बरियातू में 2, डोरंडा में 4, अरगोड़ा में 2, जगन्नाथपुर में 3, धुर्वा में 2, तुपुदाना में 2, चुटिया में 4, गोंदा में 3 और नगड़ी में दो टाइगर जवान पदस्थापित रहेंगे. सभी में दो-दो जमादार तैनात रहेंगे.

Last Updated : Dec 2, 2020, 6:20 PM IST
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