जमशेदपुर: टाटानगरी की रहने वाली दो बेटियों को 'एट होम रिसेप्शन' का निमंत्रण मिला है. निमंत्रण मिलने के बाद दोनों बेटियों ने कहा कि कभी सपने में भी नहीं सोचा था. काफी गौरव महसूस हो रहा है. राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस के दिन राष्ट्रपति भवन में 'एट होम रिसेप्शन' के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने जमशेदपुर की रहने वाली द्रोणाचार्य और पद्मश्री से सम्मानित पूर्णिमा महतो और वन्दे भारत एक्सप्रेस चलाने वाली पहली ट्राइबल लोको पायलट रितिका तिर्की को निमंत्रण भेजा है. निमंत्रण मिलने के बाद पूर्णिमा और रितिका काफी खुश है. उनके परिवार के अलावा अन्य साथियों में भी खुशी देखने को मिल रही है.
राष्ट्रपति भवन में 'एट होम रिसेप्शन' का आयोजन
बता दें कि गणतंत्र दिवस की शाम राष्ट्रपति भवन में 'एट होम रिसेप्शन' का आयोजन किया गया है, जिसमें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पूरा मंत्रिमंडल, सभी राजनैतिक दल के नेताओं के अलावा विदेशी मेहमान भी शामिल होंगे. गणतंत्र दिवस के परेड के बाद यह आयोजन शाम चार बजे से राष्ट्रपति भवन में होगा. राष्ट्रपति द्वारा इस विशेष आयोजन में शामिल होने के लिए खास तरह का निमंत्रण भेजा जाता है, जिसमें बैच, कार पास के अलावा शिल्पकारों की कलाकृति भी शामिल रहती है.
राष्ट्रपति से यह दूसरी मुलाकात होगी: आर्चरी कोच
टाटा स्टील आर्चरी में बतौर कोच पूर्णिमा महतो दिल्ली जाने की तैयारी कर ली है. पूर्णिमा महतो 1994 से टाटा स्टील में प्लेयर जॉब पर रही साल 2000 में वह आर्चरी में कोच बनी. 2013 में उसे द्रोणाचार्य अवार्ड मिला और फिर 2024 में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों पद्मश्री से नवाजा गया.
पूर्णिमा महतो ने बताया कि पहले मेल आया, फिर निमंत्रण बॉक्स और उसके बाद कन्फर्मेशन के लिए राष्ट्रपति भवन से फोन कॉल आया. पहले तो यकीन ही नहीं हुआ लेकिन निमंत्रण बॉक्स देखकर गर्व महसूस हुआ. पूर्णिमा ने बताया कि द्रौपदी जी से राष्ट्रपति भवन में यह दूसरी मुलाकात होगी. आज टाटा सटील के स्पोर्ट से मुझे आर्चरी में पहचान मिली और इस पहचान से मुझे एक नई दिशा मिली है. आज राष्ट्रपति जी का निमंत्रण मिलना एक नया अचीवमेंट है.
वंदे भारत की लोको पायलट मिला इनविटेशन
वहीं, दूसरा निमंत्रण देश की पहली ट्राइबल लोको पायलट रितिका तिर्की को मिला है. रितिका जमशेदपुर के जुगसलाई क्षेत्र की रहने वाली है. एक साधारण परिवार में पली बढ़ी रितिका तिर्की को रेलवे में जॉब मिलने के बाद पहली पोस्टिंग धनबाद में हुई थी. फिर उसका ट्रांसफर टाटानगर में हुआ. रितिका देश की पहली ट्राइबल सहायक लोको पायलट है, जो टाटानगर से गोमो तक वन्दे भारत ट्रेन को लेकर गई थी.
रितिका बताती है कि जब राष्ट्रपति भवन से मेल आया तो मुझे विश्वास नहीं हुआ. जब निमंत्रण बॉक्स मिलने के दौरान पोस्टमैन ने बताया कि यह खास डिलीवरी है, इसलिए इसका प्रमाण देना जरूरी है कि सही व्यक्ति को यह मिला या नहीं. रितिका को राष्ट्रपति भवन से निमंत्रण मिलने के बाद टाटानगर रेल कर्मचारी भी काफी खुश है कि पहली बार टाटानगर रेलवे से लोको पायलट को यह सम्मान मिला है.
रितिका बताती है कि कोई भी काम छोटा नहीं होता है. उसे ज़िम्मेदारी पूर्वक करने से मंजिल जरूर मिलती है. प्रधानमंत्री जी 15 सितंबर 2024 को वन्दे भारत ट्रेन रवाना किए थे, तब उस ट्रेन की मैं सहायक पायलट थी. यह मेरा पहला अचीवमेंट था और अब राष्ट्रपति जी के 'एट होम रिसेप्शन' में शामिल होना यह दूसरा अचीवमेंट है. मै काफी खुश हूं कि एक साधारण परिवार की ट्राइबल लड़की को यह अनोखा मौका मिला है.
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