जमशेदपुर: टाटानगर रेलवे स्टेशन में चूहों के आतंक से प्रशासन परेशान है. इसे रोकने के लिए रेल प्रसाशन लाख कोशिशों के बाद भी सक्षम नहीं हो पा रहा है. हर साल चूहों के लिए निविदा निकाली जाती है. लेकिन काम के नाम पर महज खानापूर्ति की जा रही है.
रेल मंत्रालय की रैंकिंग में स्वच्छता के मामले में A1 स्टेशनों में शुमार टाटानगर स्टेशन को दूसरा स्थान प्राप्त है. टाटानगर रेलवे स्टेशन पर चूहों के आतंक से यात्रियों के साथ-साथ रेल कर्मचारी भी परेशान हैं. बताया जाता है कि चूहे प्लेटफॉर्म पर सोए हुए यात्रियों के पैर भी कुतरने लगे हैं. इतना ही नहीं एक प्लेटफॉर्म से दूसरे प्लेटफॉर्म तक जाने के लिए सुरंग भी खोद डाली है.
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चूहों ने बनये कई बड़ी सुरंग
रेलवे स्टेशन से चूहों को खदेड़ने के लिए 9 लाख रुपए की निविदा भी निकाली गई है. बावजूद अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई. आलम यह है कि वेटिंग रूम में बैठे यात्रियों के बैग को भी चूहे कुतर रहे हैं. कुछ दिनों पहले यात्रियों ने इसकी शिकायत रेल अधिकारियों को भी दी. जिसके बाद भी इसका निवारण अब तक नहीं किया गया है. अगर इसे अभी अनदेखा किया गया तो भविष्य में कोई न कोई बड़ी दुर्घटना घट सकती है.