रांची: गैर अनुसूचित जिले के 750 शिक्षक अपने विभिन्न मांगों को लेकर मंत्री मिथिलेश ठाकुर के आवास का सोमवार को घेराव किया. इस दौरान उन्होंने मंत्री मिथिलेश ठाकुर के पैर पकड़कर मांगे पूरी करने की गुहार लगाई.
नियुक्ति की मांग को लेकर आंदोलनरत
इस राज्य की यह विडंबना ही है कि राज्य के शिक्षक आज मंत्रियों के पैर पकड़ने को मजबूर हैं. दरअसल, 11 जिलों के शिक्षकों की नियुक्ति की मांग अब तक लंबित है, जिसमें 2019 में सिर्फ देवघर जिले के शिक्षकों की नियुक्ति जेएसएससी की ओर से हुई है. अभी भी 10 जिलों को मिलाकर 750 इतिहास व नागरिकशास्त्र के शिक्षक हैं, जो गैर अनुसूचित जिलों के हैं. उनकी मांग अभी भी लंबित है. इन शिक्षकों को लगातार नियुक्ति को लेकर आश्वासन दिया जा रहा है, लेकिन यह शिक्षक नियुक्ति की मांग को लेकर आंदोलनरत हैं. इसी कड़ी में शिक्षकों ने सोमवार को पेयजल मंत्री मिथिलेश ठाकुर के आवास का घेराव करने पहुंचे.
3 साल से मिल रहा आश्वासन
इस दौरान जैसे ही मंत्री मिथिलेश ठाकुर आवास से निकले शिक्षकों ने पैर पकड़कर उनसे नियुक्ति कराने की विनती करने लगे. शिक्षकों ने कहा इस राज्य में लगातार उन्हें छला जा रहा है. कई बार कहा गया कि उनकी नियुक्ति जल्द से जल्द हो जाएगी, लेकिन 3 साल बीतने के बाद भी उनकी नियुक्ति अब तक लंबित है.
इस दौरान मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने उन्हें आश्वासन दिया है और कहा है कि शिक्षकों की मांगें जायज हैं. उनकी मांगों को लेकर जल्द सीएम से मुलाकात कर इस समस्या को दूर करने की कोशिश की जाएगी. मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि कार्मिक सचिव से भी उन्होंने फोन पर बात की है इस मामले से उन्हें अवगत कराया है. पूरी जानकारी उन्हें भी इस पूरे मामले को लेकर नहीं है, लेकिन मामला गंभीर है. इस ओर जल्द से जल्द सरकार की ओर से कदम उठाया जाएगा.