रांची: राज्य के जिला मुख्यालय(district headquarter) में कोविड ड्यूटी पर हाई स्कूल और प्लस 2 स्कूलों के शिक्षकों को लगाया गया है. शिक्षक लगातार कोविड ड्यूटी से मुक्त करने की मांग भी कर रहे हैं. उनका कहना है कि इसके कारण राज्य में ऑनलाइन शिक्षा व्यवस्था पर प्रभाव पड़ रहा है, जिससे विद्यार्थियों को ही परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि अब शिक्षा विभाग(education Department) ने शिक्षकों को इस ड्यूटी से हटाने का निर्णय लिया है.
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दरअसल मैट्रिक और इंटरमीडिएट के परीक्षा परिणाम में झारखंड एकेडमिक काउंसिल(Jharkhand Academic Council) की ओर से वर्ष 2020 में 9वीं और 11वीं की ओएमआर शीट(OMR sheet) पर परीक्षा के आधार पर थ्योरी पेपर का अंक तय किया जा रहा है.
उपायुक्तों को दिया गया निर्देश
उपायुक्तों को विद्यार्थियों का प्रैक्टिकल पूरा कराने और आंतरिक मूल्यांकन तैयार करने के लिए जिम्मेदारी सौंपी गई है. मैट्रिक और इंटरमीडिएट परीक्षा परिणाम(Exam Results) तैयार करने में परेशानियां आ रही हैं. इसी के मद्देनजर शिक्षा विभाग ने ऐसे शिक्षकों को कोविड-19 से हटाने का निर्णय लिया गया है. स्कूली शिक्षा साक्षरता विभाग(School Education Literacy Department) की ओर से राज्य के तमाम जिलों के उपायुक्तों को भी इस संबंध में निर्देश भेज दिया है. कहा गया है कि ऐसे शिक्षकों को चिन्हित कर उन्हें भी ड्यूटी से मुक्त किया जाए, ताकि समय पर मैट्रिक और इंटरमीडिएट का रिजल्ट प्रकाशित हो सके.
कोविड-19 ड्यूटी में लगे हैं शिक्षक
बताते चलें कि राज्य के प्लस टू(+2) और हाई स्कूलों के अधिकतर शिक्षक इन दिनों कोविड ड्यूटी में लगे हुए हैं और इसके कारण डिजिटल कंटेंट विद्यार्थियों तक नहीं पहुंचाया जा रहा है. ऑनलाइन पठन-पाठन में भी परेशानियां आ रहीं हैं. शत-प्रतिशत ऑनलाइन क्लासेस विद्यार्थियों की नहीं चल रहा है. शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्यों(academic work) में भी लगाया गया है. हालांकि अब इस ड्यूटी से हटाने से शिक्षकों को भी राहत मिलेगी और परीक्षा परिणाम जारी करने में भी सहूलियत होगी.