रांची: जिला के बेड़ो अंचल अंतर्गत बारीडीह गांव के समीप रांची गुमला मुख्य मार्ग (एनएच-23) के चौड़ीकरण कार्य स्थल पर जमीन के मुआवजे की मांग (compensation for occupied land) को लेकर टाना भगतों ने परिवार के साथ धरना दिया (Tana Bhagat protested in Ranchi). टाना भगत निर्माण स्थल पर चरखा छाप झंडा गाड़ कर धरना पर बैठे और सड़क निर्माण कार्य बंद कराया. अचानक सड़क का काम बंद होने से कंपनी को लाखों रुपये की क्षति हुई है.
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टाना भगत क्यों हैं नाराज: टाना भगतों का कहना है कि सड़क निर्माण के लिए भू-अर्जन विभाग की ओर से भूमि अधिग्रहण के लिए जमीन के कागजात मांगे गए. जिसपर हम लोगों ने जमीन के सभी पेपर दिए. फिर विभाग ने सड़क निर्माण के लिये जमीन मलिक से सहमति पत्र मांगा, वो भी दे दिया गया. इसके बाद अधिकृत जमीन के मुआवजे की राशि भुगतान को लेकर भू-अर्जन विभाग ने कई बार तारीख दी. इस दौरान हमारी जमीन में सड़क निर्माण कार्य भी जारी रहा लेकिन, आज तक हमारी जमीन का मुआवजा नहीं मिला. तंग आकर निर्माण स्थल पर हम टाना भगत धरने पर बैठे हैं.
मुआवजा के बाद ही काम कराए सरकार: टाना भगतों का कहना है कि हम लोग सड़क निर्माण का विरोध नहीं कर रहे हैं. सरकार हमारी जमीन का मुआवजा दें. इसके बाद में काम करे. उन्होंने कहा हमारे पूर्वजों ने इसी जमीन के लिए महात्मा गांधी के साथ मिलकर स्वतंत्रता की लड़ाई लड़ी. यह कितना दुर्भाग्यपूर्ण है, कि इसी जमीन की मुआवजे के लिए आज हम स्वतंत्र भारत में धरने पर बैठे हैं. हालांकि, सड़क निर्माण आरकेडी कंपनी के डीपीएम मनोरंजन सिंह और राज किशोर शर्मा ने धरना पर बैठे टाना भगतों को समझाने का प्रयास किया लेकिन, टाना भगत अपनी मांग पर अड़े रहे.