रांची: राजधानी में सभी जिलों से आए जमात से जुड़े लोगों ने पूर्व सांसद फुरकान अंसारी को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया, साथ ही तबलीगी जमात से जुड़े 17 विदेशी नागरिकों को बेल मिलने पर सभी ने एक दूसरे का मुंह मीठा कराया और पूरे राज्य में अल्पसंख्यकों की आवाज बनाने के लिए धन्यवाद दिया. जमातियों ने कहा कि जिस प्रकार बुरे समय में उनको पूर्व सांसद का साथ मिला है. इसलिए वह हमेशा उनके साथ हैं और इसके लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को सम्मानित करेंगे.
पूर्व सांसद को शॉल ओढ़ाकर किया गया सम्मानित
रांची में सभी जिलों से आये तबलीगी जमात के उलेमाओं का एक शिष्टमंडल पूर्व सांसद फुरकान अंसारी से मिलने उनके आवास पहुंचे. मौके पर उलेमाओं ने पूर्व सांसद को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया और कहा कि जिस प्रकार उन्होंने उनकी आवाज को केंद्र और राज्य सरकार तक पहुंचाया. इसके लिए उन्हें धन्यवाद दिया. उलेमाओं ने कहा कि अल्पसंख्यकों की आवाज को पूर्व सांसद ने बुलंद करने का काम किया है. उनकी पहल से ही आज तबलीगी जमात वालों को बेल मिली है.
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केंद्र सरकार ने इस बीमारी को जात-पात में बांटने का किया काम
मौके पर पूर्व सांसद ने कहा कि जिस प्रकार कोरोना को लेकर केंद्र सरकार ने इस बीमारी को जात-पात में बांटने का काम किया, वो सरासर गलत है. बीमारी की कोई जात नहीं होती. जान-बूझकर एक साजिश के तहत जमातियों को कोरोना फैलाने को लेकर केस दर्ज करा दिया गया था, लेकिन उन लोगों ने इसे पुरजोर ढंग से उठाया और आज कोर्ट ने भी इसे संज्ञान में लेते हुए सभी जमातियों को बाइज्जत बरी कर दिया है. उन्होंने कहा कि वह लगातार जरूरतमंदों की आवाज को लेकर सरकार के सामने अपनी आवाज रखते हैं, जो सही है उसे न्याय मिलना चाहिए.