रांची: झारखंड में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामलों के बीच राज्य में पूर्ण लॉकडाउन को लेकर राज्य सरकार बुधवार को कोई निर्णय ले सकती है. इसे लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के मुख्य सचिव सुखदेव सिंह और राज्य के डीजीपी एमवी राव के साथ एक हाई लेवल मीटिंग भी हुई है. राजधानी के कांके रोड स्थित हेमंत सोरेन के आवास पर हुई इस बैठक में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों और राज्य में हो रही गतिविधियों को लेकर चर्चा हुई है.
आधिकारिक सूत्रों की मानें तो राज्य सरकार कंटेंमेंट जोन में सख्ती का मन बना रही है, साथ ही प्रदेश में कोरोना संक्रमण की टेस्टिंग को बढ़ाने पर भी फैसला लिया जा सकता है, साथ ही जिन जिलों में कोरोना संक्रमण के मामलों में पिछले दिनों बढोत्तरी हुई है, वहां भी सख्ती को लेकर निर्णय लिया जा सकता है.
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वहीं, दूसरी तरफ हालांकि हजारीबाग और चतरा में जिला प्रशासन ने अपने-अपने इलाकों में लॉकडाउन लगाने का फैसला किया है. हजारीबाग जिले के उपायुक्त के घर तक कोरोना संक्रमण पहुंच गया है. वहां 7 दिनों का लॉकडाउन बुधवार से शुरू होने जा रहा है. इस दौरान गतिविधियों पर रोक रहेगी, साथ ही जिले की सीमा सील रहेगी. वहीं देवघर में भी बाहरी लोगों के प्रवेश पर कड़ाई से नियम लागू किया जाएगा. झारखंड के बाहरी इलाकों से आने वाले लोगों कि पहले कोरोना वायरस की जांच की जाएगी. उन्हें तब तक सरकारी क्वॉरेंटाइन में रखा जाएगा जब तक उनकी रिपोर्ट नेगेटिव नहीं आती. वहीं राज्य के अन्य जिलों से आने वाले लोगों को देवघर में होम को क्वॉरेंटाइन में रहने की हिदायत दी जा रही है. आपको बता दें की झारखंड में कुल मरीजों की संख्या 4,225 हो गई है. मंगलवार को राज्य में सबसे अधिक 247 मामले सामने आए हैं.