रांची: कोरोना काल में बड़ी संख्या में दवा, इंजेक्शन की जरूरत सरकारी अस्पतालों को हो रही है और संकट की इस घड़ी में दवाओं की लोकल स्तर कर खरीद की जा रही है. ऐसे में सदर अस्पताल में एक दवा सप्लायर्स ने 12 हजार वायल के करीब डेरीफाइलीन इंजेक्शन सदर अस्पताल को भेजा. स्टोर में रखने से पहले ही जब उसकी स्टोर इंचार्ज सनोज ने गहनता से जांच की तब करीब 5000 वायल में न तो बनने के दिन की तारीख लिखी थी और न ही एक्सपायरी डेट ही था. स्टोर इंचार्ज की ओर से आपत्ति जताने पर दवा सप्लायर्स के कर्मचारी कहने लगा कि पानी मे भींग जाने के चलते वायल पर से बैच नंबर और एक्सपायरी डेट उड़ गया है.
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पूरे मामले पर क्या कहा सिविल सर्जन ने
रांची के सिविल सर्जन ने बिना बैच वाली दवा खपाने की साजिश के सवाल पर कहा कि जेनेरिक दवाओं में इसकी संभावना कम होती है, संभव है कि दवा लाने के क्रम में भींग गया हो, लेकिन जब ईटीवी भारत के संवाददाता ने पूछा कि 12 हजार में 07 हजार वायल ठीक तो 05 हजार बिना बैच वाली कैसे, अगर दवा भींग जाने से बैच नम्बर, एक्सपायरी नम्बर मिट जाएगा तो यह सभी 12 हजार दवा में होना चाहिए था, इस सवाल के जवाब में सिविल सर्जन ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है.