रांची: रामगढ़ विधानसभा उपचुनाव में सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी की पत्नी सुनीता चौधरी एनडीए की प्रत्याशी. आजसू पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश कुमार महतो की अध्यक्षता में गुरुवार 02 फरवरी, 2023 को हुई संसदीय बोर्ड की बैठक में लिए गए निर्णय के बाद शुक्रवार को सुनीता चौधरी को उम्मीदवार बनाये जाने की घोषणा की गई. सुनीता चौधरी 04 फरवरी को नामांकन करेंगी.
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आजसू पार्टी के केंद्रीय मुख्य प्रवक्ता डॉ. देवशरण भगत ने इसकी औपचारिक घोषणा की है. डॉ. देवशरण भगत ने कहा कि आजसू प्रमुख सुदेश कुमार महतो की अध्यक्षता में गुरुवार को हुई संसदीय बोर्ड की बैठक में पार्टी के वरीय उपाध्यक्ष एवं गिरिडीह सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी, अखिल झारखंड बुद्धिजीवी मंच के प्रदेश अध्यक्ष डोमन सिंह मुण्डा, केंद्रीय मुख्य प्रवक्ता डाॅ. देवशरण भगत, केंद्रीय उपाध्यक्ष हसन अंसारी मुख्य रूप से उपस्थित थे.
दमखम के साथ रामगढ उपचुनाव लड़ेगी आजसू-देवशरण: डॉ. देवशरण भगत ने कहा कि एनडीए पूरे दमखम से रामगढ़ उपचुनाव लड़ेगा. उन्होंने कहा कि रामगढ़ की जनता ने तीन साल से व्याप्त झूठ, लूट और भ्रष्टाचार के शासन के खिलाफ वोट करने का मन बना लिया है. देवशरण भगत ने कहा कि सरकार संविधान और संवैधानिक प्रक्रियाओं से चलती है लेकिन झामुमो-कांग्रेस की सरकार ने संविधान की मूल भावना और संवैधानिक प्रक्रियाओं से हट कर अपने ऊपर लगे गंभीर आरोपों को छिपाने के लिए झारखंडी जनभावना के साथ छल किया. जोहार यात्रा सरकारी पैसों का दुरुपयोग कर जनता को मूर्ख बनाने का कार्यक्रम है. ईमानदार राजनीति के अभाव का परिणाम है कि आज नियोजन नीति, स्थानीयता और अन्य विधेयक कानूनी चुनौतियों में झूल रहा है.
एक-दो दिन में कांग्रेस के उम्मीदवार पर फैसला: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की झारखंड इकाई ने रामगढ़ के संभावित उम्मीदवारों के नाम की स्क्रूटनी कर लिस्ट आलाकमान को सौंप भी दी है. लेकिन अभी तक रामगढ़ में कांग्रेस की ओर से उम्मीदवार कौन होगा यह तय नहीं हुआ है. कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने कहा कि आज-कल में उम्मीदवार के नाम घोषित हो जाएगी और 06 या 07 फरवरी को नामांकन होगा.
2019 में आजसू-बीजेपी अलग अलग लड़ा था चुनाव: 2019 के विधानसभा चुनाव में गठबंधन नहीं होने की वजह से भारतीय जनता पार्टी और आजसू की ओर से प्रत्याशी खड़ा किया गया था जिस वजह से एनडीए की स्थिति अच्छी नहीं रही और अंततः हार का सामना करना पड़ा. यूपीए प्रत्याशी ममता देवी कांग्रेस के टिकट पर जीत दर्ज करने में सफल हो गई. कांग्रेस प्रत्याशी ममता देवी 2014 में आजसू प्रत्याशी चंद्रप्रकाश चौधरी को सर्वाधिक 98,987 मत लाने के रिकॉर्ड को ध्वस्त करते हुए 99,944 मत प्राप्त कर चुनाव जीतने में कामयाब रही थी. उन्होंने 28718 वोट से जीत हासिल की थी.
2019 चुनाव में आजसू के परंपरागत वोटों का बिखराव हो गया और 35 वर्षाें के बाद कांग्रेस ने इस सीट पर जीत दर्ज करने में सफल हुई थी. ममता देवी ने लगातार इस सीट से प्रतिनिधित्व कर मंत्री रहे चंद्रप्रकाश चौधरी की पत्नी सुनीता देवी को चुनाव में कड़ी शिकस्त दी थी. 2019 के विधानसभा चुनाव परिणाम पर नजर दौरायें तो कांग्रेस प्रत्याशी ममता देवी- 99944 वोट मिले थे वहीं आजसू प्रत्याशी सुनीता चौधरी- 71226 वोट और भाजपा प्रत्याशी रणंजय कुमार- 31874 वोट मिले थे.