रांची: झारखंड बनने के बाद पहली बार ऐसा होगा जब 24 छात्र विधानसभा का संचालन करेंगे. 12 छात्र विपक्ष में बैठेंगे तो 12 सत्ता पक्ष में. इसके लिए कई दिनों की कवायद के बाद सभी 24 जिलों से एक-एक यानी कुल 24 छात्र-छात्राओं का चयन किया गया है. इनमें आठ छात्राएं भी हैं. रविवार को होने वाले आयोजन के लिए एक दिन पहले शनिवार को इन छात्र-छात्राओं को ट्रेनिंग दी जाएगी. साथ ही विधेयक तैयार करने से लेकर पास कराने तक की सदन की पूरी व्यवस्था संचालन का छात्र-छात्राओं को अभ्यास कराया जाएगा.
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शनिवार को नए विधानसभा के सेंट्रल हॉल में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और स्पीकर रविंद्र नाथ महतो छात्र संसद सत्र का उद्घाटन करेंगे. शनिवार को मुख्यमंत्री और स्पीकर के संबोधन के बाद छात्र सदस्यों के साथ ग्रुप फोटोग्राफी होगी. इसके बाद छात्र सदस्य अपनी कैबिनेट बैठक करेंगे.
इससे पहले आज पुराने विधानसभा के सेंट्रल हॉल में विधानसभाकर्मियों ने प्रशिक्षण कार्य का शुभारंभ किया. राष्ट्रगान के बाद प्रोटेम स्पीकर का चयन कर शपथ ग्रहण कराया गया. इसके बाद प्रोटेम स्पीकर के अध्यक्षता में छात्र सदस्यों की संसदीय बैठक आयोजित हुई. स्पीकर रविंद्र नाथ महतो की चयनित छात्र छात्राओं के साथ ग्रुप फोटो ली गई. इसके बाद उन्होंने सदस्यों के साथ डिनर भी किया. पहली बार आयोजित होने जा रहे छात्र संसद के लिए चयनित सदस्य बेहद उत्साहित दिखे.
31 अक्टूबर को विधाई कार्यों के अनुरूप प्रश्नकाल का आयोजन होगा. इसी दिन झारखंड वृक्ष संरक्षण विधेयक 2021 पेश होगा और वाद विवाद के बाद सदन के नेता और अध्यक्ष का समापन भाषण भी होगा. बाल संसद के लिए चयनित छात्रों कोरोना टेस्ट कराया जाएगा, बाद में कार्यवाही में शामिल होने की अनुमति दी जाएगी.
विधानसभा अध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो की पहल पर पहली बार छात्र संसद का आयोजन होने जा रहा है. खास बात है कि राज्य बनने के बाद से लंबे समय तक झारखंड की राजनीति अस्थिरता से गुजरी है. 2014 में पहली बार एक सरकार बनी जिसने पांच साल पूरा किया. इससे पहले इस राज्य में न सिर्फ निर्दलीय की मुख्यमंत्री के तौर पर ताजपोशी हुई बल्कि अनूठे राजनीतिक प्रयोग भी देखने मिले. यह ऐसा राज्य बना जिसके कई मंत्री घपले और घोटालों में जेल भी गए.
अब नए समीकरण के साथ सरकार चल रही है. लेकिन छोटी-छोटी बातों पर सदन की कार्यवाही बाधित होने से जनहित के मुद्दे पीछे छूटते रहे हैं. ऐसे में हमारे युवा यानी भविष्य के नेता, सदन का संचालन कर न सिर्फ माननीयों के लिए एक आदर्श उदाहरण पेश करेंगे बल्कि झारखंड के विकास के प्रति अपने विजन को भी सदन में रखेंगे.
हर जिले से एक छात्र या छात्रा का हुआ है चयन
झारखंड विधानसभा में पहली बार छात्र सदन का आयोजन किया जा रहा है जिसमें हर जिले से एक छात्र हिस्सा लेंगे. विनोबा भावे विश्वविद्यालय हजारीबाग के कार्यक्षेत्र में आने वाले 6 जिले के 6 छात्रों को छात्र सदन में हिस्सा लेने का मौका मिलेगा. सभी चयनित प्रतिभागी 30 और 31 अक्टूबर को होने वाले छात्र संसद में पक्ष विपक्ष में बैठकर विधेयक समेत अन्य गतिविधि की जानकारी प्राप्त करेंगे.
हजारीबाग जिला से नुपुर माला, कोडरमा जिला से इरम जिलानी, चतरा जिला से श्वेता कुमारी, गिरिडीह जिला से सभ्यता भूषण और रामगढ़ जिला से सिया गुप्ता उक्त कार्यक्रम में नोडल पदाधिकारी डॉक्टर जॉनी रूफीना तिर्की के नेतृत्व में विश्वविद्यालय का प्रतिनिधित्व करेंगी.