रांची: झारखंड प्रदेश आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका वर्कर यूनियन और आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ के आह्वान पर राज्यभर की आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका हड़ताल पर हैं. हड़ताल के दसवें दिन रविवार को भी सेविका-सहायिकाओं ने राजभवन के समक्ष धरना दिया. इस दौरान सरकार की नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन किया गया.
सेविका-सहायिका की हड़ताल पर चले जानें से कई क्षेत्रों में इसका व्यापक असर दिख रहा है. आंगनबाड़ी केंद्रों में ताला लटका है जिसके कारण केंद्रों के बच्चों की पढ़ाई नहीं हो रही है और ना ही पोषाहार वितरण हो रहा है.
आंगनबाड़ी सेविकाओं और यूनियन संघ के अध्यक्ष का कहना है कि मोदी सरकार, सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास की बात करती है, लेकिन राज्य सरकार लगातार इन सभी बातों से भरोसा तोड़ रही है. लिखित समझौता के बाद भी सेविका-सहायिकाओं को उनका हक नहीं मिला रहा है.
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आंगनबाड़ी सेविका संघ के अध्यक्ष बालमुकुंद सिंह ने यूनियन की ओर से मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव सुनील वर्णवाल को मांग पत्र सौपा. अध्यक्ष ने यह भी कहा कि जबतक मांगें नहीं माने जाएंगे तब तक आंदोलन जारी रहेगा. साथ ही उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी गई है.