रांचीः मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के बरहेट विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा को एक बार फिर रांची जेल से रिम्स अस्पताल में शिफ्ट किया जा चुका है. रिम्स के पेइंग वार्ड में पंकज मिश्रा का इलाज चल रहा है. हालांकि इस बार पंकज मिश्रा पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है. सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों को सख्त निर्देश दिया गया है कि बिना इजाजत उनसे किसी को भी मिलने नहीं दिया (Ban On Meeting Pankaj Mishra Without Permission) जाए. इससे पूर्व जब पंकज मिश्रा न्यायिक हिरासत में रिम्स में भर्ती थे उस दौरान काफी विवाद हुआ था.
बिना इजाजत पंकज मिश्रा से मिलने पर रोकः पेइंग वार्ड में इस बार जेल प्रशासन और रांची पुलिस की तरफ से सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए (Tight Security Arrangements In RIMS) गए हैं. पुलिस मुख्यालय की ओर से निर्देश दिया गया है कि किसी भी हाल में पंकज मिश्रा से बिना इजाजत कोई नहीं मिले अन्यथा सुरक्षा में तैनात पुलिस कर्मियों पर भी कार्रवाई की जाएगी. पुलिस मुख्यालय के निर्देश के बाद रिम्स प्रशासन भी बेहद अलर्ट है.
ईडी ने भी दिया है नजर रखने का निर्देशः ईडी ने पंकज मिश्रा की गतिविधियों पर नजर रखने का निर्देश दिया है. ईडी ने इसको लेकर रिम्स के निदेशक को पत्र भी लिखा है (ED Wrote Letter To Director Of RIMS) कि पंकज मिश्रा पर कड़ी नजर रखी जाए. रिम्स के निदेशक को कहा गया है कि वह पंकज मिश्रा को जेल मैनुअल के अधीन रखते हुए मोबाइल फोन का इस्तेमाल न करने दें. साथ ही किसी भी व्यक्ति को उनसे मिलने की इजाजत नहीं दी जाए.
पंकज मिश्रा को लेकर क्यों सचेत है ईडीःपंकज मिश्रा ने हिरासत में रिम्स में रहने के दौरान 27 जुलाई से 20 अक्तूबर तक 300 से अधिक कॉल किए थे. जबकि गैरकानूनी तरीके से पंकज मिश्रा कई लोगों से रिम्स में मिले थे. इस मामले की ईडी जांच कर रही है. पंकज मिश्रा का एक बार फिर रिम्स में इलाज चल रहा है. ईडी ने ऐसे में रिम्स के निदेशक को पत्र लिखा है कि पंकज मिश्रा 1000 करोड़ के मनी लाउंड्रिंग के मामले में आरोपित हैं, पूर्व में रिम्स में रहने के दौरान उनकी गतिविधियां काफी संदिग्ध रही थीं.