रांचीः राज्य निर्वाचन आयोग ने बड़ी कारवाई करते हुए रामगढ़ के पतरातू में जिला परिषद सदस्य क्षेत्र संख्या 5 के लिए होने वाले चुनाव को अवैध घोषित करते हुए वहां का निर्वाचन रद्द कर दिया है. राज्य निर्वाचन आयोग की यह कार्रवाई पतरातू में एक अभ्यर्थी द्वारा अन्य व्यक्तियों को नामांकन नहीं करने के लिए दी गई धमकी की शिकायत और उसके बाद हुई जांच के आधार पर की गई है.
राज्य में चल रहे त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव शांतिपूर्ण एवं निष्पक्ष कराने की वचनबद्धता राज्य निर्वाचन आयोग ने दोहराई है. आयोग द्वारा कराये गये जांच में कुमार निशांत सिंह नाम के व्यक्ति पर अन्य अभ्यर्थियों को धमकी दिये जाने की पुष्टि हुई है. तत्पश्चात ऑब्जर्वर और स्थानीय जिला प्रशासन की रिपोर्ट के आधार पर आयोग ने पतरातू में जिला परिषद सदस्य क्षेत्र संख्या पद का चुनाव नहीं कराने का निर्णय लिया. राज्य निर्वाचन आयुक्त डी के तिवारी ने जानकारी देते हुए कहा कि यह संभवत: पहला मामला है जब आयोग ने निर्वाचन के दौरान मिली शिकायत और उसके बाद हुई जांच के बाद निर्वाचन प्रक्रिया को रद्द कर दिया है. उन्होंने कहा कि इस मामले में स्थानीय जिला प्रशासन ने कांड दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेजा है. मगर इसकी जांच की जायेगी कि आखिर कहां चूक हुई. जिस वजह से निर्वाचन कार्य को रद्द तक करना पड़ा. इसके अलावे पाकुड़ में एक पंचायत में चल रहे निर्वाचन प्रक्रिया के दौरान एक मुखिया अभ्यर्थी की मौत के कारण आयोग ने चुनाव रद्द करने का निर्णय लिया है.
पंचायत चुनाव में लोगों की भागीदारी उत्साहजनक-आयोगः राज्य निर्वाचन आयुक्त डी.के. तिवारी ने त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में लोगों की हो रही भागीदारी पर खुशी जताते हुए कहा है कि चारों चरण के चुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया समाप्त हो चुकी है. तीन चरण में होने वाले चुनाव में 1 लाख 4 हजार 740 लोग चुनाव मैदान में हैं, जो अपने आप में लोगों की बड़ी भागीदारी मानी जा सकती है. चौथे चरण की प्रक्रिया जारी है. पहले चरण में करीब 39424 दूसरे चरण में 29340 और तीसरे चरण में 37976 अभ्यर्थी चुनाव मैदान में हैं.