रांची: दक्षिणी पूर्वी रेलवे के महानिरीक्षक सह प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त डीबी कसार के कुशल निर्देशन पर दक्षिण पूर्व रेलवे के अंतर्गत रांची, आद्रा, चक्रधरपुर और खड़गपुर मंडलों में 'नन्हे फरिश्ते' फेज-2” के तहत एक अभियान का शुभारंभ किया गया है.
अभियान का उद्देश्य
इस अभियान के तहत दक्षिण पूर्व रेलवे में होने वाले बच्चों की तस्करी और शोषण के साथ–साथ घर से लापता, गुमशुदा और अपहरण हुए बच्चे-बच्चियों को ट्रेनों और रेल परिसर में देखे जाने पर मंडल में कार्यरत 'नन्हे फरिश्ते' अभियान के सदस्यों की ओर से उन्हें सकुशल उनके परिजनों को सुपुर्द किया जाएगा, साथ ही गैर सरकारी संगठनों, बाल कल्याण केंद्र और सरकारी संस्थाओं की सहायता से पुनर्वास की व्यवस्था करना और बाल अपराध की रोकथाम करना ही इस अभियान का मुख्य उद्देश्य है.
अभियान की शुरुआत 13 मई- 2017 को हुबली, कर्नाटक से किया गया था. इसे लेकर रेल सुरक्षा बल के अधिकारी और जवानों को इस संबंध में गहन कानूनी जानकारी दी गई है. इस अभियान के पहले चरण में शोषित, अगवा किए गए बच्चों और नाबालिग मजदूरों को गलत हाथों में जाने से बचाया गया और कुशल उन्हें उनके परिजनों को सौंप गया है. कई अनाथ बच्चों के पुनर्वास की भी व्यवस्था की गई. इस अभियान को नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी, विख्यात अधोगपति अजीम प्रेम जी और भारत सरकार के रेल मंत्री पीयूष गोयल ने भी सराहा है, साथ ही साथ भारतीय वाणिज्यिक एवं औद्योगिक संस्था (FICCI) ने भी अवार्ड से सम्मानित किया है.
इसे भी पढे़ं:- झारखंड पुलिस में शीर्ष स्तर पर अधिकारियों के पद खाली, नन कैडर पदों पर अधिकारियों की हो रही तैनाती
बृहस्पतिवार से शुरू हुई नन्हे फरिश्ते फेज-2
नन्हे फरिश्ते फेज-2 की शुरुआत रांची रेल मंडल में भी 20 अगस्त 2020 से विधिवत रूप से प्रारंभ किया गया और मंडल सुरक्षा आयुक्त प्रशांत यादव के नेतृत्व में महिला कर्मियों जिसमें निरीक्षक सीमा रश्मि कुजुर, निरीक्षक सुनिता पन्ना, उप- निरीक्षक सुनीता तिर्की, महिला आरक्षी प्रतिमा कुमारी और आशा टोप्पो को रांची मंडल के अभियान दल में शामिल किया गया. दल को रेल पुलिस बल अपराध नियमावली अध्याय- 10 के तहत कार्यवाही करने का दिशा निर्देश जारी किया गया. इसी प्रकार दक्षिणी पूर्वी रेल के अन्य चारों मंडलों में भी नन्हे फरिश्ते दल का गठन कर एक वाट्सएप समूह नंबर 8709634348 जारी किया गया. प्रशांत यादव मंडल सुरक्षा आयुक्त रांची को अभियान समादेष्टा के रूप में संपूर्ण दक्षिण पूर्व रेलवे में नन्हे फरिश्ते-2 अभियान को सुचारू रूप से नेतृत्व करने का प्रभार सौंपा गया.