रांची: स्वास्थ्य विभाग की ओर से लोगों को टीका लगाने के लिए बड़े पैमाने पर टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है. 15 अक्टूबर को विभिन्न पूजा पंडालों में स्पेशल टीकाकरण वैन चलाया गया, ताकि पूजा पंडाल में आने वाले लोगों को कोरोना टीका दिया जा सके. लेकिन, स्पेशल टीकाकरण वैन खानापूर्ति कर वापस लौट गई है.
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जिला प्रशासन की ओर से निर्देश दिया गया कि जो लोग टीकाकरण केंद्र पर टीका नहीं ले सके हैं. वे लोग अब स्पेशल टीकाकरण वैन के माध्यम से पंडालों के समीप टीका लगवा सकते हैं. इसको लेकर पूजा समितियों को निर्देश दिया गया कि अधिक से अधिक लोगों को सूचना दें, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग पंडालों में आकर टीका लगवा सकें. ईटीवी भारत की टीम ने जब जिला प्रशासन के इस व्यवस्था का जायजा लिया, तो देखा कि यह व्यवस्था कागजों पर ज्यादा कारगर साबित हुई है. धरातल पर इसे बेहतर तरीके से नहीं उतारा जा सका है.
एक पंडाल में 100 लोगों को लगाना था टीका
जिला प्रशासन के निर्देश के अनुसार 15 अक्टूबर को बरियातू के हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी, रेलवे स्टेशन पंडाल, डांगरा टोली पंडाल, ओवरब्रिज पंडाल, हरमू पंडाल और कोकर पंडाल में स्पेशल वैन से टीका लगाया जाएगा. इन सभी स्थानों पर स्पेशल टीकाकरण वैन पहुंची, लेकिन इक्का-दुक्का लोग ही टीका लगवा पाए. जबकि, एक पंडाल के पास 100 लोगों को टीका लगाना था, लेकिन किसी पंडाल के समीप निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप टीका नहीं लगाया गया.
कार्रवाई की मांग
कोकर पंडाल पूजा समिति के अध्यक्ष चंचल चटर्जी बताते हैं कि स्पेशल वैन आई, जो 15 से 20 मिनट में ही लौट गई. उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन के निर्देशानुसार स्थानीय लोगों को सूचित कर दिया, लेकिन टीका नहीं लगा तो लोग फोन कर परेशान करने लगे. उन्होंने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग ऐसे अधिकारियों और कर्मचारियों पर कार्रवाई करे.
बिना टीका लगवाए लौटे लोग
बरियातू हाउसिंग बोर्ड पूजा समिति के सदस्य सत्यम कुमार ने बताया कि पंडाल में जिस उम्मीद से लोग टीका लेने पहुंचे थे. इसमें कई लोगों को बिना टीका लगवाए ही लौटना पड़ा. डांगरा टोली पूजा समिति के लोगों ने बताया कि स्पेशल टीकाकरण वैन सिर्फ 15 मिनट के लिए पहुंची और दो-चार लोगों को टीका लगाकर चली गई.