रांची: बेरमो उपचुनाव में बीजेपी एक बार फिर अपने पुराने चेहरे योगेश्वर महतो बाटुल पर दांव खेली है. लगातार तीसरी बार बाटुल को बेरमो से बीजेपी ने अपना उम्मीदवार बनाया है. साल 2014 के विधायक रहे बाटुल इस बार भी उपचुनाव में पार्टी की पहली पसंद बन कर उभरे हैं. इसे लेकर भाजपा और आजसू ने संयुक्त रूप से सोमवार को आजसू के केंद्रीय कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस किया. इस दौरान बेरमो से एनडीए उम्मीदवार योगेश्वर बाटुल से ईटीवी भारत ने खास बातचीत की.
बातचीत के दौरान योगेश्वर महतो बाटुल ने सरकार पर जमकर आरोप लगाए. उन्होंने बेरमो में कोयला खनन को लेकर भी तत्कालीन विधायक पर भी कई सवाल खड़े किए. उन्होंने बताया कि कोरोना काल में भी किस तरह बेरमो में कोयला लूट का धंधा चलता रहा. वहीं सरकार ने भी मामले को लेकर कोई सुध नहीं ली. ऐसे में इस बार बेरमो विधानसभा में महागठबंधन और एनडीए के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिलेगा. एक तरफ महागठबंधन के कांग्रेस पार्टी के युवा उम्मीदवार जयमंगल सिंह उर्फ अनूप सिंह है तो दूसरी ओर एनडीए के अनुभवी बीजेपी प्रत्याशी योगेश्वर महतो बाटुल.
झारखंड में विधानसभा की 2 सीटों के लिए होने वाले उपचुनाव के लिए बीजेपी और महागठबंधन जोर-शोर से चुनाव तैयारी में लग गई है. दोनों पार्टी अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है. दुमका सीट सीएम हेमंत सोरेन के छोड़ने और बेरमो सीट कांग्रेस विधायक राजेंद्र सिंह के आकस्मिक निधन के बाद खाली हुई है. दुमका से जेएमएम ने सीएम हेमंत सोरेन के छोटे भाई बसंत सोरेन को उम्मीदवार बनाया है, जबकि कांग्रेस ने बेरमो से जयमंगल सिंह को मैदान में उतारा है. जयमंगल कांग्रेस के दिवंगत नेता राजेंद्र सिंह के बड़े बेटे हैं. झारखंड की दोनों सीट पर 7 नवंबर को मतदान होगा और 10 नवंबर को नतीजे सामने आएंगे.