रांची: मैट्रिक और इंटरमीडिएट परीक्षा को लेकर एक तरफ जहां झारखंड एकेडमिक काउंसिल की ओर से तैयारियां की जा रहीं हैं वहीं, दूसरी ओर विभाग ने भी परीक्षा को व्यवस्थित तरीके से आयोजित करने को लेकर कई योजनाएं तैयार की हैं. कोरोना संक्रमित पाए जाने पर परीक्षार्थियों के लिए क्या कुछ व्यवस्थाएं होगी इसको लेकर विभागीय स्तर पर चर्चा हो रही है. इसके साथ ही परीक्षा सेंटर बढ़ाने को लेकर भी पूरी व्यवस्था कर ली गई है.
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झारखंड एकेडमिक काउंसिल की ओर से पहले ही परीक्षा सेंटर बढ़ाने को लेकर सभी जिलों को निर्देश दे दिया गया है. उपायुक्त स्तर पर जिले में परीक्षा केंद्र बढ़ाने की तैयारी भी की जा रही है. पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष रांची जिले में मैट्रिक और इंटरमीडिएट की परीक्षा केंद्र बढ़ाई जा रही है ताकि विद्यार्थियों को कोई परेशानी न हो.
45 वर्ष से ऊपर शिक्षकों को टीका लगाना अनिवार्य
राज्य सरकार और स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर सभी स्कूलों में 45 वर्ष के ऊपर के शिक्षकों का कोविड-19 वैक्सीनेशन अनिवार्य किया गया है और इसी के आधार पर परीक्षा के दौरान परीक्षकों को नियुक्त भी किया जाएगा. विभाग का ऐसा मानना है कि जो शिक्षक कोविड-19 के दोनों चरण का टीका ले लेंगे उन शिक्षकों को परीक्षक बनाने में प्राथमिकता दी जाएगी. ऐसे शिक्षकों का डेटाबेस तैयार किया जा रहा है.
4 से 21 मई तक होगी परीक्षा
दक्षिणी छोटानागपुर के शिक्षा उप निदेशक अरविंद विजय बिलुंग ने कहा कि सभी स्कूलों को इस संबंध में एक नोटिस दिया गया है और उसकी पूरा विवरण लिया जा रहा है ताकि परीक्षा के दौरान ऐसे शिक्षकों को परीक्षा काम में लगाया जा सके. दूसरी ओर कोविड-19 से संक्रमित परीक्षार्थियों के लिए भी अलग से क्या व्यवस्था होगी, इस पर विभागीय स्तर पर चर्चाएं हो रहीं हैं.
अगर कोई परीक्षार्थी कोरोना संक्रमित पाए जाता है तो उसकी परीक्षा कैसे ली जाए इस मामले को लेकर चर्चा हो रही है. शिक्षा विभाग के साथ एक विशेष बैठक कर इस पर निर्णय भी लिया जाएगा. झारखंड एकेडमिक काउंसिल की ओर से 4 से 21 मई तक मैट्रिक और इंटरमीडिएट की परीक्षा आयोजित की जाएगी. 6 अप्रैल से प्रैक्टिकल की परीक्षाएं शुरू होंगी.