रांची: कांके प्रखंड के समाजसेवी स्थानीय प्रशासन के सहयोग से सड़क पर सफर कर रहे प्रवासी मजदूरों को रोककर खाना खिलाने का काम कर रहे हैं. उनका कहना है कि जब तक इस सड़क पर प्रवासी मजदूरों का आवागमन चलता रहेगा तब तक उनकी ओर से यह कार्यक्रम चलता रहेगा.
प्रवासी मजदूरों का काम-धंधा पूरी तरह से बंद
झारखंड समेत कई दूसरे राज्यों के प्रवासी मजदूर अपने परिवार को छोड़कर दूसरे राज्यों में कमाने चले गए थे, लेकिन लॉकडाउन होने के कारण प्रवासी मजदूरों का काम-धंधा पूरी तरह से बंद हो गया और वो वहीं फंस के रहे गए. जैसे ही केंद्र सरकार और राज्य सरकार के सार्थक पहल से इन प्रवासी मजदूरों को घर लाने की कवायद शुरू की गई, वो घर चल दिए.
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कई ऐसे प्रवासी मजदूर हैं, जिन्हें सरकार की ओर से कोई सुविधा नहीं मिल पाई है और वो अपने घर लौट रहे हैं. कई मजदूर अपने घर पहुंचने के लिए एक पैदल ही लंबी दूरी तय कर रहे हैं.