रांची: राज्य के पूर्व मंत्री योगेंद्र साव इलाज के नाम पर बिरसा केंद्रीय कारा से करीब एक माह पहले दिल्ली के एम्स गये हुए थे लेकिन वह दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और दूसरे प्रदेश में घूम रहे रहे थे. इस बात की शिकायत मिलने के बाद वरीय पुलिस अफसर ने मामले की जांच कराई. जांच में आरोप सही पाया गया. जिसके बाद योगेंद्र साव की सुरक्षा में तैनात रांची जिला बल के एक हवलदार समेत छह पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है.
एक हवलदार समेत छह पुलिसकर्मी निलंबित
दरअसल, पूर्व मंत्री योगेंद्र साव इलाज के नाम पर एक महीना पहले रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार से दिल्ली के एम्स गए हुए थे, लेकिन इस दौरान वे एम्स में जाकर पंजाब, हरियाणा और दूसरे प्रदेशों में घूम रहे थे. इस बात की जानकारी जब झारखंड पुलिस के अधिकारियों को मिली तब इसकी जांच करवाई गई. जांच के दौरान टेक्निकल सेल की टीम ने योगेंद्र साव के साथ गए रांची पुलिस के जवानों का मोबाइल लोकेशन निकाला. पुलिसकर्मियों के लोकेशन इस दौरान दिल्ली के विभिन्न जगहों के अलावा पंजाब हरियाणा और अन्य स्थानों का मिला. इस मामले की गंभीरता को देखते हुए रांची के सीनियर एसपी सुरेंद्र कुमार झा ने योगेंद्र साव की सुरक्षा में तैनात सभी छह पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है.
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रंगदारी के एक मामले में योगेंद्र साव फिलहाल रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार में हैं. योगेंद्र साव के खिलाफ कई दूसरे मामले भी कोर्ट में लंबित है. इसी बीच इलाज के नाम पर योगेंद्र साव दिल्ली चले गए थे, लेकिन वहां जाकर वह एम्स से निकलकर दिल्ली, पंजाब और हरियाणा की सैर कर रहे थे. वैसे योगेंद्र साव और विवादों का पुराना नाता रहा है. कुछ साल पहले जब योगेंद्र साव को रिम्स के कैदी वार्ड में रखा गया था, तब भी वे रिम्स के बाहर घूमते हुए पकड़े गए थे. हाल के दिनों में जेल में भी एक पूर्व विधायक के साथ मारपीट को लेकर वे चर्चा में थे. योगेंद्र साव की बेटी अंबा प्रसाद वर्तमान में कांग्रेस विधायक हैं.