रांची: आईआईएम रांची के छात्र शिवम पांडेय की मौत हत्या है या आत्महत्या इस गुत्थी को रांची पुलिस के द्वारा बनाई गई स्पेशल टीम सुलझाएगी. शिवम का फंदे से लटका हुआ और दोनों हाथ बंधे हॉस्टल के कमरा नंबर 506 से मंगलवार को शव बरामद किया गया था. शिवम के परिजनों ने साजिश की आशंका जताई थी जिसके बाद रांची के ग्रामीण एसपी नौशाद आलम ने मामले के तह तक जाने के लिए एक एसआईटी का गठन किया है. एसआईटी में टेक्निकल सेल के पुलिसकर्मी और इंस्पेक्टर राजेश सिन्हा को भी शामिल किया गया है. पूरी मॉनिटरिंग ग्रामीण एसपी खुद करेंगे.
ग्रामीण एसपी ने खुद किया हॉस्टल का निरीक्षण: मंगलवार को रांची के ग्रामीण एसपी नौशाद आलम खुद नया सराय स्थित आईआईएम के हॉस्टल पहुंचे, इस दौरान ग्रामीण एसपी ने उस कमरे का भी मुआयना किया जिस कमरे में शिवम का शव बरामद किया गया था. मैनेजमेंट के लोगों ने शुरुआत से लेकर अंत तक सभी बातें ग्रामीण एसपी को बताई. घटनास्थल का जायजा लेने के बाद ग्रामीण एसपी ने परिजनों की बात को ध्यान में रखते हुए एक एसआईटी का गठन किया है जिसमें डीएसपी परवीन को नेतृत्व करने की जिम्मेवारी दी गई है. वहीं, चार तेजतर्रार सब इंस्पेक्टर्स को भी टीम में शामिल किया गया है. पुलिस ने पिछले दो दिनों का सीसीटीवी फुटेज अभी हॉस्टल से हासिल कर लिया है जिससे बारीकी से देखा जा रहा है.
क्या है मामला: बता दें कि शिवम का शव इंस्टिट्यूट के नयासराय स्थित हॉस्टल के कमरे से बरामद किया गया था. शिवम का शव उसके रूम से ही फांसी के फंदे से लटका हुआ मिला था. उत्तर प्रदेश के बनारस के रहने वाले शिवम पांडे हॉस्टल के कमरा नंबर 506 में अकेले रहता था. शिवम का शव जिस हालात में मिला है वह संदेहास्पद है. उसके दोनों हाथ आगे की तरफ से बंधे हुए थे. मामले की जानकारी मिलने पर पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और शिवम के शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेज दिया है.
वही, दूसरी तरफ छात्र शिवम पांडेय की मौत को परिजनों ने एक साजिश बताया है. शिवम की मौत की सूचना मिलने के बाद उसके पिता अखिलेश्वर प्रसाद बनारस से रांची पहुंचे हैं. अखिलेश्वर प्रसाद ने बताया कि एक दिन पूर्व उनका शिवम से बात हुई थी उस दौरान कहीं से भी यह नहीं लगा था कि वह सुसाइड करने वाला है. शिवम के बंधे हाथ भी किसी साजिश की तरफ इशारा कर रहे हैं. इसलिए जरूरी है कि उसकी मौत की गंभीरता से जांच हो.
पिता ने दर्ज कराई प्राथमिकी: इस मामले में पिता अखिलेश्वर पांडे के बयान पर नगड़ी थाने में हत्या की प्राथमिकी दर्ज की गई है. पिता ने बताया कि शिवम उनका इकलौता पुत्र था. घर का निर्माण कराया जा रहा है. 15 जनवरी को शिवम से फोन पर उनकी घर के निर्माण से संबंधित बातचीत हुई थी. काफी देर तक शिवम का परिजनों से बात हुई थी. 16 जनवरी को कुछ सामान खरीदने के लिए वे बाजार गए थे. उन्होंने दोपहर में शिवम को वीडियो कॉल की ताकि वह सामान को पसंद कर ले. लेकिन उसने फोन नहीं उठाया. उन्होंने सवाल खड़ा किया है कि शिवम के शव के पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला. उसके हाथ बांध हुए थे. ऐसे में क्या वह सुसाइड कर सकता था. उन्होंने पुलिस के समक्ष दावा किया है कि उनके पुत्र की हत्या कर शव को पंखे से लटका दिया गया है. उन्होंने आवेदन में पुलिस को यह भी जानकारी दी है कि जुलाई 2021 से वह आईआईएम में पढ़ाई कर रहा था. इधर, मंगलवार को रिम्स में पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शव को परिजनों को सौंप दिया. परिजन शव लेकर वाराणसी के लिए रवाना हो गए.