रांचीः राजधानी के एदलहातु से अगवा कर जिस मासूम शौर्य की हत्या की गई, उसके पिता राजू गोप आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद के करीबी हैं. राजू गोप लालू यादव की जमानत के लिए उनके बेलर भी रह चुके हैं. बीते शुक्रवार को घर के पास से एक युवक ने बहला फुसलाकर शौर्य को अगवा कर लिया था. दूसरी तरफ पुलिस शौर्य के अपहरण और हत्या में शामिल अपराधियों की तलाश में जुटी हुई है. इस कांड में परिवार के किसी नजदीकी के हाथ होने की आशंका जताई जा रही है. इस मामले में पुलिस ने एक व्यक्ति को हिरासत में लिया है और पूछताछ कर रही है.
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आरजेडी सुप्रीमो का करीबी है परिवारः आरजेडी नेत्री अनिता यादव ने बताया कि शौर्य के पिता आरजेडी के एक समर्पित कार्यकर्ता हैं. चारा घोटाले मामले में जब लालू यादव की जमानत की बात सामने आई तब राजू गोप खुद आगे आकर उनके बेलर बने थे. पार्टी कार्यालय में राजू गोप सक्रिय रहते थे.
पोस्टमार्टम हाउस में हंगामाः उधर जैसे ही मासूम शौर्य का शव रिम्स अस्पताल स्थित पोस्टमार्टम हाउस पहुंचा, मौके पर मौजूद महिलाओं ने जमकर हंगामा किया. इस दौरान किसी तरह उन्हें संभाला गया.
घर में मातम का माहौलः आठ वर्षीय मासूम शौर्य रांची के डीएवी गांधीनगर में दूसरी कक्षा का छात्र था. मासूम शौर्य की हत्या की खबर से परिवार में मातम का माहौल है. शौर्य की मां बेसुध पड़ी है. उन्हें यह समझ में ही नही आ रहा कि आखिर उनके मासूम बेटे की किसी से क्या दुश्मनी होगी जो उसे इस तरह मार डाला गया.
आठ बजे अगवा, पुलिस को मिली 10 बजे जानकारी, तब हुई अपहरण की जानकारीः मासूम शौर्य के गायब होने की सूचना रांची पुलिस को शुक्रवार की रात के तकरीबन दस बजे दी गई. जबकि शौर्य को आठ बजे के करीब ही अगवा कर लिया गया था. शौर्य के गायब होने की सूचना पर परिवार वाले उसे आस-पास ही ढूंढने लगे. उन्हें लगा शायद वह किसी परिचित के घर चल गया हो, लेकिन जब 2 घंटे के बाद भी शौर्य नहीं मिला तब पुलिस को सूचना दी गई. जिसके बाद पुलिस एक्टिव हुई और सीसीटीवी की पड़ताल के बाद यह जानकारी मिली कि मासूम को अगवा कर लिया गया है.
एसआईटी गठितः रांची के सीनियर एसपी किशोर कौशल ने बताया कि मासूम शौर्य के हत्यारों को पकड़ने के लिए एसआईटी का गठन किया गया है. इसमें टेक्निकल सेल, एसएसपी क्यूआरटी तो पहले से ही काम कर रही थी, अब एक और टीम बनाई गई है, जिसमें दो डीएसपी, बरियातू थानेदार सहित कई अन्य अफसर शामिल हैं.
फर्जी निकला कार का नंबरः मासूम शौर्य को एक उजले रंग के कार से अगवा किया गया था. कार में एक पटना से रजिस्टर्ड नंबर का इस्तेमाल किया गया था. हालांकि जांच में अपहरण में इस्तेमाल कार का नंबर फर्जी निकला.