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ओरमांझी हत्याकांड: 36 घंटे बीत जाने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली, जांच के लिए एसआइटी का गठन

रांची के ओरमांझी हत्याकांड की गुत्थी 36 घंटे से अधिक हो जाने के बाद भी सुलझी नहीं है. पुलिस इस मामले का खुलासा करने में जुटी हुई है, लेकिन युवती का कटा हुआ सिर बरामद नहीं हो पाया है.

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ओरमांझी हत्याकांड
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Published : Jan 5, 2021, 10:03 PM IST

रांची: राजधानी के ओरमांझी इलाके में एक युवती की निर्दयतापूर्वक हुई हत्या की गुत्थी 36 घंटे से अधिक हो जाने के बाद भी नही सुलझी है. सोमवार और मंगलवार को सुबह से लेकर शाम तक पुलिस की टीम जंगलों की खाक छानती रही, लेकिन युवती का कटा हुआ सिर बरामद नहीं हो पाया. मंगलवार को आईजी सहित कई अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचकर घंटों तफ्तीश करते रहे, लेकिन उन्हें भी कोई भी सुराग हाथ नहीं लगा.

देखें पूरी रिपोर्ट



इनाम की राशि 50000 हुई
वहीं युवती के हत्या में शामिल अपराधियों का सुराग देने वाले को अब 50 हजार रुपये इनाम में दिया जाएगा. पहले यह राशि 25 हजार थी. मंगलवार को आईजी रांची अखिलेश झा, ग्रामीण एसपी नौशाद आलम सहित कई अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और वारदात वाले स्थल की एक बार फिर से गहनता के साथ जांच की. मौके पर मौजूद जांच टीम को आईजी ने कई निर्देश भी दिए. आईजी अखिलेश झा के अनुसार सबसे बड़ी चुनौती युवती की पहचान को लेकर है. युवती का कटा हुआ सिर नहीं मिलने की वजह से अभी तक हत्या किसकी हुई है, यही जानकारी पुलिस को नहीं मिल पाई है. एफएसएल सहित दूसरी टीमें मामले की जांच में लगी हुई है.



गायब लड़कियों के परिजनों का डीएनए टेस्ट
राजधानी रांची के अलग-अलग इलाकों से गायब लड़कियों के परिजन भी पुलिस के पास पहुंचे थे. उनमें से कई लोगों ने शव को देखा भी, लेकिन पहचान से इनकार कर दिया. पुलिस ने लगभग 12 से अधिक लोगों का डीएनए जांच के लिए लिया है. वहीं युवती के डीएनए को एफएसएल में सुरक्षित रखवाया गया है, ताकि उसका मिलान प्राप्त डीएनए से करवाया जा सके.

इसे भी पढ़ें: दुमका में हत्या, आगजनी का आरोपी नक्सली प. बंगाल से गिरफ्तार, भेजा गया जेल

जांच के लिए बनी एसआइटी
वहीं इस जटिल हत्याकांड की गुत्थी को सुलझाने के लिए सिल्ली डीएसपी चंद्रशेखर आजाद के नेतृत्व में एसआइटी का गठन किया गया है. एसआइटी में ओरमांझी थाना प्रभारी, इंस्पेक्टर असित मोदी, साइबर इंस्पेक्टर ममता भी शामिल है. रांची के रूरल एसपी नौशाद आलम ने उम्मीद जताई है कि जल्द ही मामले का खुलासा होगा, टीम बेहतर दिशा में काम कर रही है.

रांची: राजधानी के ओरमांझी इलाके में एक युवती की निर्दयतापूर्वक हुई हत्या की गुत्थी 36 घंटे से अधिक हो जाने के बाद भी नही सुलझी है. सोमवार और मंगलवार को सुबह से लेकर शाम तक पुलिस की टीम जंगलों की खाक छानती रही, लेकिन युवती का कटा हुआ सिर बरामद नहीं हो पाया. मंगलवार को आईजी सहित कई अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचकर घंटों तफ्तीश करते रहे, लेकिन उन्हें भी कोई भी सुराग हाथ नहीं लगा.

देखें पूरी रिपोर्ट



इनाम की राशि 50000 हुई
वहीं युवती के हत्या में शामिल अपराधियों का सुराग देने वाले को अब 50 हजार रुपये इनाम में दिया जाएगा. पहले यह राशि 25 हजार थी. मंगलवार को आईजी रांची अखिलेश झा, ग्रामीण एसपी नौशाद आलम सहित कई अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और वारदात वाले स्थल की एक बार फिर से गहनता के साथ जांच की. मौके पर मौजूद जांच टीम को आईजी ने कई निर्देश भी दिए. आईजी अखिलेश झा के अनुसार सबसे बड़ी चुनौती युवती की पहचान को लेकर है. युवती का कटा हुआ सिर नहीं मिलने की वजह से अभी तक हत्या किसकी हुई है, यही जानकारी पुलिस को नहीं मिल पाई है. एफएसएल सहित दूसरी टीमें मामले की जांच में लगी हुई है.



गायब लड़कियों के परिजनों का डीएनए टेस्ट
राजधानी रांची के अलग-अलग इलाकों से गायब लड़कियों के परिजन भी पुलिस के पास पहुंचे थे. उनमें से कई लोगों ने शव को देखा भी, लेकिन पहचान से इनकार कर दिया. पुलिस ने लगभग 12 से अधिक लोगों का डीएनए जांच के लिए लिया है. वहीं युवती के डीएनए को एफएसएल में सुरक्षित रखवाया गया है, ताकि उसका मिलान प्राप्त डीएनए से करवाया जा सके.

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जांच के लिए बनी एसआइटी
वहीं इस जटिल हत्याकांड की गुत्थी को सुलझाने के लिए सिल्ली डीएसपी चंद्रशेखर आजाद के नेतृत्व में एसआइटी का गठन किया गया है. एसआइटी में ओरमांझी थाना प्रभारी, इंस्पेक्टर असित मोदी, साइबर इंस्पेक्टर ममता भी शामिल है. रांची के रूरल एसपी नौशाद आलम ने उम्मीद जताई है कि जल्द ही मामले का खुलासा होगा, टीम बेहतर दिशा में काम कर रही है.

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