ETV Bharat / state

झारखंड में भी दिखा महाराष्ट्र और हरियाणा के विधानसभा चुनाव के नतीजों का असर, बीजेपी ऑफिस में सन्नाटा - रांची में प्रतुल शाहदेव ने दिया बयान

बुधवार को महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजे आ गए, महाराष्ट्र में तो बीजेपी अपनी सत्ता बचाने में कामयाब हो गई, लेकिन सीटों में कमी हुई है. वहीं, हरियाणा में बीजेपी को मुंह की खानी पड़ गई. दोनों राज्य के चुनाव परिणाम का असर झारखंड में भी दिखने लगा है.

महाराष्ट्र और हरियाणा चुनाव के नतीजों का असर
author img

By

Published : Oct 24, 2019, 6:48 PM IST

Updated : Oct 24, 2019, 7:12 PM IST

रांची: महाराष्ट्र और हरियाणा के विधानसभा चुनाव के नतीजों का असर अब झारखंड में सत्तारूढ़ बीजेपी के ऊपर साफ देखने को मिल रहा है. दरअसल, दोनों राज्यों के चुनावों को लेकर आए एग्जिट पोल से उत्साहित पार्टी ने प्रदेश में काफी तैयारियां कर रखी थी. सूत्रों का यकीन करें तो बाकायदा मिठाइयां और पटाखे की व्यवस्था भी कर ली गई थी. हालांकि, बीजेपी दफ्तर में सुबह में मिलाजुला माहौल देखने को मिला, लेकिन दोपहर के बाद सन्नाटा पसरना शुरू हो गया.

देखें पूरी खबर

हालत यह हो गई कि बीजेपी कार्यालय में इन चुनाव नतीजों को लेकर कोई रिएक्शन देने को भी तैयार नहीं हो रहा था. हालांकि, पार्टी के कुछ नेताओं ने मिलीजुली प्रतिक्रिया दी, लेकिन कुल मिलाकर पार्टी कार्यालय में सन्नाटा नजर आया. काफी मशक्कत के बाद पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि लोगों ने वहां प्रो इनकंबेंसी के तहत वोट दिया है. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र की भौगोलिक स्थिति और झारखंड की सामाजिक और भौगोलिक स्थिति में काफी अंतर है इसलिए दोनों राज्यों को मिलाकर देखना सही नहीं होगा.

प्रतुल शाहदेव ने दिया बयान

दरअसल, हरियाणा में बीजेपी ने 75 प्लस का लक्ष्य रखा था. झारखंड में भी इस साल के अंत तक विधानसभा चुनाव संभावित हैं और यहां भी बीजेपी ने 65 प्लस का लक्ष्य रखा है. पार्टी के एक नेता ने नाम न लिखने की शर्त पर कहा कि अब झारखंड में भी एक बार सोचना पड़ेगा कि इलेक्शन स्ट्रेटजी और मजबूत कैसे की जाए.

इसे भी पढ़ें:- BJP में वही लोग जा रहे हैं जिन्हें डर है, अब लोगों को भी स्वच्छ बना रही उनकी पार्टी

बता दें कि मुख्यमंत्री रघुवर दास ने 28 दिसंबर 2014 को राज्य के 10 में मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लिया था. उन्हें राज्य गठन के बाद पहली बहुमत सरकार के नेतृत्व का क्रेडिट दिया जाता है.

रांची: महाराष्ट्र और हरियाणा के विधानसभा चुनाव के नतीजों का असर अब झारखंड में सत्तारूढ़ बीजेपी के ऊपर साफ देखने को मिल रहा है. दरअसल, दोनों राज्यों के चुनावों को लेकर आए एग्जिट पोल से उत्साहित पार्टी ने प्रदेश में काफी तैयारियां कर रखी थी. सूत्रों का यकीन करें तो बाकायदा मिठाइयां और पटाखे की व्यवस्था भी कर ली गई थी. हालांकि, बीजेपी दफ्तर में सुबह में मिलाजुला माहौल देखने को मिला, लेकिन दोपहर के बाद सन्नाटा पसरना शुरू हो गया.

देखें पूरी खबर

हालत यह हो गई कि बीजेपी कार्यालय में इन चुनाव नतीजों को लेकर कोई रिएक्शन देने को भी तैयार नहीं हो रहा था. हालांकि, पार्टी के कुछ नेताओं ने मिलीजुली प्रतिक्रिया दी, लेकिन कुल मिलाकर पार्टी कार्यालय में सन्नाटा नजर आया. काफी मशक्कत के बाद पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि लोगों ने वहां प्रो इनकंबेंसी के तहत वोट दिया है. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र की भौगोलिक स्थिति और झारखंड की सामाजिक और भौगोलिक स्थिति में काफी अंतर है इसलिए दोनों राज्यों को मिलाकर देखना सही नहीं होगा.

प्रतुल शाहदेव ने दिया बयान

दरअसल, हरियाणा में बीजेपी ने 75 प्लस का लक्ष्य रखा था. झारखंड में भी इस साल के अंत तक विधानसभा चुनाव संभावित हैं और यहां भी बीजेपी ने 65 प्लस का लक्ष्य रखा है. पार्टी के एक नेता ने नाम न लिखने की शर्त पर कहा कि अब झारखंड में भी एक बार सोचना पड़ेगा कि इलेक्शन स्ट्रेटजी और मजबूत कैसे की जाए.

इसे भी पढ़ें:- BJP में वही लोग जा रहे हैं जिन्हें डर है, अब लोगों को भी स्वच्छ बना रही उनकी पार्टी

बता दें कि मुख्यमंत्री रघुवर दास ने 28 दिसंबर 2014 को राज्य के 10 में मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लिया था. उन्हें राज्य गठन के बाद पहली बहुमत सरकार के नेतृत्व का क्रेडिट दिया जाता है.

Intro:रांची। महाराष्ट्र और में हरियाणा के विधानसभा चुनाव के आ रहे नतीजों का असर झारखंड में सत्तारूढ़ बीजेपी के ऊपर साफ देखने को मिल रहा है। दरअसल दोनों राज्यों के चुनावों को लेकर आए एग्जिट पोल से उत्साहित पार्टी ने प्रदेश में काफी तैयारियां कर रखी थी। सूत्रों का यकीन करें तो बाकायदा मिठाइयां और पटाखे की व्यवस्था भी कर ली गई थी। हालांकि बीजेपी दफ्तर में सुबह में मिलाजुला माहौल देखने को मिला लेकिन दोपहर के बाद सन्नाटा पसरना शुरू हो गया। हालत यह हो गई कि बीजेपी कार्यालय में इन चुनाव नतीजों को लेकर कोई रिएक्शन देने को भी तैयार नहीं हो रहा था। हालांकि पार्टी के कुछ नेताओं ने मिलीजुली प्रतिक्रिया दी लेकिन कुल मिलाकर पार्टी कार्यालय में सन्नाटा नजर आया।


Body:दरअसल हरियाणा में बीजेपी ने 75 प्लस का लक्ष्य रखा था। झारखंड में भी इस साल के अंत तक विधानसभा चुनाव संभावित हैं और यहां भी बीजेपी ने 65 प्लस का लक्ष्य रखा है। पार्टी के एक नेता ने नाम न लिखने की शर्त पर कहा कि अब झारखंड में भी एक बार सोचना पड़ेगा कि इलेक्शन स्ट्रेटजी और मजबूत कैसे की जाए।
बता दें कि मुख्यमंत्री रघुवर दास ने 28 दिसंबर 2014 को राज्य के 10 में मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली साथ ही उन्हें राज्य गठन के बाद पहली बहुमत सरकार के नेतृत्व का क्रेडिट दिया जाता है


Conclusion:
Last Updated : Oct 24, 2019, 7:12 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.